61. 1857 के विद्रोह के क्रम में दिल्ली विद्रोह के दमन करने में किस ब्रिटिश सैन्य अधिकारी की मृत्यु हो गई?
- A.निकल्सन
- B.हडसन
- C.हैवलाक
- D.कर्नल नील
व्याख्या: जॉन निकलसन वह ब्रिटिश सैन्य अधिकारी था जिसने दिल्ली पर फिर से कब्जा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, लेकिन इस अभियान के दौरान लगे घावों के कारण सितंबर 1857 में उसकी मृत्यु हो गई।
62. 1857 के विद्रोह के विषय में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा एक सही नहीं है?
- A.इस विद्रोह का हर जगह शिक्षित अभिजन भारतीय द्वारा पूरे हृदय से समर्थन किया गया
- B.विद्रोह में भाग लेने वाले विविध तत्व उनकी ब्रिटिश शासन के लिए घृणा के द्वारा एकजुट हुए
- C.विद्रोह में हिन्दू मुस्लिम एकता की भूमिका को ब्रिटिश अधिकारियों समेत अनेक द्वारा माना गया
- D.विद्रोह दक्षिण भारत में नहीं फैला
व्याख्या: यह कथन गलत है। शिक्षित भारतीय वर्ग ने बड़े पैमाने पर इस विद्रोह से दूरी बनाए रखी और तटस्थ रहे। वे इसे प्रगति के खिलाफ एक पिछड़ा हुआ कदम मानते थे।
63. 1857 के विद्रोह का नेतृत्व बिहार में किसने किया?
- A.खान बहादुर खां
- B.कुँवर सिंह
- C.तात्या टोपे
- D.रानी राम कुआंरि
व्याख्या: बिहार में 1857 के विद्रोह का नेतृत्व जगदीशपुर के 80 वर्षीय जमींदार बाबू कुंवर सिंह ने किया था। वे विद्रोह के सबसे प्रमुख नेताओं में से एक थे।
64. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए 1. मंगल पाण्डे बैरकपुर (बंगाल) स्थित 34वीं नेटिव इंफैंट्री का एक सिपाही था 2. वह पहला भारतीय सिपाही था जिसने एनफील्ड राइफल, जिसमें चर्बी लगे कारतूस का प्रयोग होता था, का प्रयोग करने से इंकार किया। 3. मंगल पाण्डे ने 29 मार्च, 1857 को सार्जेन्ट मेजर यूजसन की गोली मारकर तथा लेफ्टिनेंट बो (Baugh) की तलवार से हत्या कर दी। 4. विद्रोह के आरोप में मंगल पाण्डे को 8 अप्रैल, 1857 को फांसी की सजा दी गई। उपर्युक्त कथनों में कौन सा / कौन-से कथन सही है/हैं
- A.केवल 1 और 2
- B.केवल 2 और 3
- C.केवल 1, 2 और 3
- D.1, 2, 3 और 4
व्याख्या: मंगल पांडे के संबंध में दिए गए सभी चारों कथन ऐतिहासिक रूप से सही हैं और 1857 के विद्रोह की शुरुआती घटनाओं का सटीक वर्णन करते हैं।
65. कथन (A) : प्रारंभिक राष्ट्रीय आंदोलन की अधारभूत कमजोरी उसका सीमित सामाजिक आधार था। कारण (R) : यह इसमें सम्मिलित होनेवाले सामाजिक समूहों के संकीर्ण हितों के लिए लड़ता था।
- A.A और R दोनों सही है तथा R, A का सही स्पष्टीकरण है।
- B.A और R दोनों सही है किन्तु R, A का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
- C.A सही है, किन्तु R गलत है।
- D.A गलत है, किन्तु R सही है।
व्याख्या: कथन (A) सही है क्योंकि प्रारंभिक राष्ट्रीय आंदोलन (जैसे कांग्रेस की स्थापना के शुरुआती दौर) में मुख्य रूप से शिक्षित शहरी वर्ग ही शामिल था, इसलिए उसका सामाजिक आधार सीमित था। लेकिन कारण (R) गलत है, क्योंकि यह आंदोलन संकीर्ण हितों के लिए नहीं, बल्कि व्यापक राष्ट्रीय हितों के लिए लड़ रहा था।
66. 1857 के विद्रोह की शक्ति का सबसे महत्त्वपूर्ण तत्त्व कौन-सा था?
- A.नाना साहब का नेतृत्व
- B.झांसी की रानी का नेतृत्व
- C.बहादुरशाह का सहयोग
- D.हिन्दू मुस्लिम एकता
व्याख्या: विभिन्न नेताओं की भूमिका महत्वपूर्ण थी, लेकिन विद्रोह की सबसे बड़ी ताकत हिंदू और मुसलमानों के बीच अभूतपूर्व एकता थी। दोनों समुदायों ने मिलकर बहादुर शाह जफर के नेतृत्व में अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी।
67. मेरठ के विद्रोही सैनिकों ने किस तारीख को दिल्ली पहुँचकर दिल्ली पर अधिकार कर लिया और मुगल सम्राट् बहादुरशाह II को भारत का सम्राट् घोषित कर दिया?
- A.11 मई, 1857
- B.12 मई, 1857
- C.13 मई, 1857
- D.14 मई, 1857
व्याख्या: 10 मई को मेरठ से विद्रोह करने के बाद, सैनिक 11 मई की सुबह दिल्ली पहुंचे और 12 मई, 1857 तक उन्होंने दिल्ली पर लगभग पूरी तरह से कब्जा कर लिया और बहादुर शाह जफर को भारत का सम्राट घोषित कर दिया।
68. 1857 की क्रांति के समय ब्रिटेन का प्रधानमंत्री कौन था?
- A.बेंजामिन डिजरायली
- B.लायड जार्ज
- C.ग्लैडस्टोन
- D.लार्ड पामर्स्टन
व्याख्या: 1857 में जब भारत में विद्रोह हुआ, उस समय हेनरी जॉन टेम्पल, तीसरे विस्काउंट पामर्स्टन, जिन्हें लॉर्ड पामर्स्टन के नाम से जाना जाता है, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री थे।
69. वह कौन सा ब्रिटिश सेनापति था, जिसकी 1857 के विद्रोह को दबाने में महत्वपूर्ण भूमिका रही?
- A.आउट्रम
- B.चार्ल्स नेपियर
- C.कैम्पबेल
- D.हैवलॉक
व्याख्या: सर कॉलिन कैम्पबेल को भारतीय सेना का नया कमांडर-इन-चीफ नियुक्त किया गया था और उन्होंने कानपुर और लखनऊ जैसे प्रमुख केंद्रों पर फिर से कब्जा करने और विद्रोह को दबाने में निर्णायक भूमिका निभाई।
70. जातीय आधार पर 1857 के विद्रोह के दमन में अंग्रेजों का सहयोग करनेवाले थे 1. सिख 2. गोरखा 3. पठान
- A.1,2 और 3
- B.1 और 2
- C.2 और 3
- D.इनमें से कोई नहीं
व्याख्या: सिख, गोरखा और पठान सैनिकों ने बड़े पैमाने पर अंग्रेजों के प्रति वफादारी दिखाई और 1857 के विद्रोह को दबाने में उनकी मदद की। इसी कारण बाद में अंग्रेजों ने इन्हें 'लड़ाकू जातियों' के रूप में सेना में प्राथमिकता दी।