1. आर्किड (Orchid) में विलामेन उत्तक पाया जाता है ?
- B. मूलों में
- C. पत्तियों में
- D. पुष्पों में
- A. प्ररोहों में
Answer: विलामेन एक स्पंजी, बहु-स्तरीय ऊतक है जो ऑर्किड जैसे उपरिरोही (epiphytic) पौधों की जड़ों को ढकता है और हवा से नमी को अवशोषित करने में मदद करता है।
2. एक वृक्ष के पुराने तने की अनुप्रस्थ काट में 50 वार्षिक वलय मिलते है | वृक्ष की आयु होगी -
- B. 49 वर्ष
- D. 100 वर्ष
- C. 50 वर्ष
- A. 25 वर्ष
Answer: वृक्षों में प्रत्येक वर्ष एक नया वृद्धि वलय बनता है। इसलिए, वार्षिक वलयों की संख्या गिनकर पेड़ की आयु का अनुमान लगाया जा सकता है। 50 वलय का अर्थ है 50 वर्ष की आयु।
3. रंध्रो की संख्या न्यूनीकृत होती है तथा धंसे होते हैं -
- C. जलोदभिदों में
- B. लवणोंदभिदो में
- A. समोदभिदो में
- D. मरूदभिदों में
Answer: मरूद्भिद (Xerophytes) पौधे, जो शुष्क वातावरण में उगते हैं, पानी की हानि (वाष्पोत्सर्जन) को कम करने के लिए उनमें रंध्रों की संख्या कम होती है और वे पत्तियों की सतह में धंसे हुए होते हैं।
4. शीर्षस्थ विभाज्योतक उत्तरदायी होता है -
- A. लम्बाई में वृद्धि के लिए
- C. मृदुतक में वृद्धि के लिए
- B. मोटाई में वृद्धि के लिए
- D. वल्कुट में वृद्धि के लिए
Answer: शीर्षस्थ विभज्योतक (Apical meristem) तने और जड़ के शीर्ष पर पाया जाता है और पौधे की प्राथमिक वृद्धि, यानी लंबाई में वृद्धि के लिए जिम्मेदार होता है।
5. शाखाओं से पत्तियाँ झड़ जाती है, निम्न के कारण से -
- A. अपना जीवन काल पूर्ण करने से
- B. वायुमंडलीय तापमान में गिरावट से
- D. दैनिक काल के छोटा हो जाने से
- C. कॉर्क के बाहर विलगन परत बन जाने से
Answer: पत्ती के आधार पर एक विलगन (abscission) परत का निर्माण होता है। यह परत कोशिकाओं को कमजोर कर देती है, जिससे पत्ती अंततः शाखा से अलग हो जाती है और झड़ जाती है।
6. एक काष्ठीय पौधे की आंतरिक छाल का मुख्य कार्य क्या होता है ?
- D. पौधों की शाकभक्षी जन्तुओं से रक्षा करना
- C. पत्तियों से पौधों के अन्य भागों को खाद्य परिवहन करना
- A. जड़ों से पतियों को खनिज और जल का परिवहन करना
- B. एक झिल्ली की तरह कार्य करना जो जल और गैस के प्रति अपारगभ्य है
Answer: आंतरिक छाल में फ्लोएम ऊतक होता है, जिसका मुख्य कार्य पत्तियों में बने भोजन (शर्करा) को पौधे के अन्य भागों, जैसे जड़ों और फलों तक पहुंचाना है।
7. यदि सन 1985 में एक वृक्ष में एक साइनबोर्ड की कील भूमि से पाँच फीट के उंचाई पर लगाई गई | सन 1998 में यह कील कीतनी ऊँची होगी, यदि वृक्ष प्रतिवर्ष 4 इंच लम्बाई में बढ़ता है -
- D. चौदह फीट
- B. आठ फीट
- A. पाँच फीट
- C. नौ फ़ीट
Answer: पेड़ों की लंबाई में वृद्धि केवल उनके शीर्षस्थ विभज्योतक (शीर्ष पर) से होती है। तने का निचला हिस्सा ऊपर नहीं उठता है, इसलिए कील जमीन से पांच फीट की ऊंचाई पर ही रहेगी।
8. वाणिज्यिक मूल्य वाला कॉर्क किससे प्राप्त होता है ?
- C. फाईकस
- A. सीड्र्स देवदार
- D. क्वेर्कस
- B. साइकस
Answer: वाणिज्यिक कॉर्क मुख्य रूप से कॉर्क ओक (Quercus suber) नामक पेड़ की छाल से प्राप्त किया जाता है।
9. पौधों में 'फ्लोएम' मुख्यत: उत्तरदायी है -
- D. जल वहन के लिए
- A. आहार वहन के लिए
- C. ऑक्सीजन वहन के लिए
- B. अमीनो अम्ल वहन के लिए
Answer: फ्लोएम पौधे में एक संवहनी ऊतक है जो पत्तियों में बने भोजन (शर्करा) को पौधे के उन हिस्सों तक पहुँचाता है जहाँ ऊर्जा की आवश्यकता होती है।
10. पार्श्व विभाज्येतक उत्तरदायी होता है -
- B. मोटाई में वृद्धि के लिए
- C. मृदुतक में वृद्धि के लिए
- A. लम्बाई में वृद्धि के लिए
- D. वल्कुट में वृद्धि के लिए
Answer: पार्श्व विभज्योतक (Lateral meristem), जैसे कैम्बियम, पौधे की द्वितीयक वृद्धि के लिए जिम्मेदार होता है, जिससे तने और जड़ की मोटाई बढ़ती है।
11. एक वृक्ष की आयु का पता किसके द्वारा लगाया जा सकता है ?
- C. शाखाओं की संख्या गिन कर
- A. इसकी उंचाई माप कर
- D. आयु मापने का कोई तरीका नहीं है
- B. वार्षिक वलयों की गिनती करके
Answer: पेड़ के तने में प्रत्येक वर्ष एक नया वृद्धि वलय बनता है। इन वार्षिक वलयों की संख्या गिनकर पेड़ की आयु का सटीक अनुमान लगाया जा सकता है।
12. निम्नलिखित में से किस एक भारतीय वैज्ञानिक ने पादपों में जल की लम्बी दुरी के अभीगमन का सिद्धांत प्रस्तुत किया ?
- B. बीरबल साहनी ने
- D. एन. एस. परिहार ने
- A. जे. सी. बोस ने
- C. पी. माहेश्वरी ने
Answer: जे.सी. बोस ने अपने प्रयोगों के माध्यम से 'स्पंदन सिद्धांत' (Pulsation Theory) प्रस्तुत किया, जो पौधों में रस के आरोहण (जल के ऊपर चढ़ने) की एक व्याख्या थी।
13. व्यापारिक कॉर्क प्राप्त होती है ?
- C. कॉर्क कैम्बियम से
- B. फ्लोएम से
- D. संवहन कैम्बियम से
- A. जाइलम से
Answer: व्यापारिक कॉर्क, कॉर्क ओक के पेड़ की बाहरी छाल होती है, जो कॉर्क कैम्बियम (phellogen) नामक एक ऊतक द्वारा उत्पन्न होती है।
14. पेड़-पौधों में 'जाइलम' मुख्यत: जिम्मेवार है -
- A. आहार-वहन के लिए
- C. जल -वहन के लिए
- D. ऑक्सीजन वहन के लिए
- B. अमीनो एसिड वहन के लिए
Answer: जाइलम पौधे का संवहनी ऊतक है जो जड़ों से पानी और घुले हुए खनिजों को पौधे के बाकी हिस्सों तक पहुँचाने के लिए जिम्मेदार है।
15. समुद्र के किनारे उगने वाले वृक्षों में वार्षिक वलय नहीं होते है, क्यूंकि -
- B. जलवायवीय विभिन्नता होती है
- C. स्पष्ट जलवायवीय विभिन्नता नहीं होती है
- A. भूमि बलुई होती है
- D. वायुमण्डल में प्रचूर नमी होती है
Answer: वार्षिक वलय वसंत और शरद ऋतु की वृद्धि दरों में अंतर के कारण बनते हैं। समुद्र के किनारे जैसे उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में, जहां पूरे वर्ष जलवायु लगभग एक समान रहती है, स्पष्ट वार्षिक वलय नहीं बनते हैं।
16. जलोदभिद निम्न में से किसकी उपस्थिति के कारण जल पर तैरते हैं?
- B. मृदुतक की
- A. बायुतक की
- C. हरित उतक की
- D. दृढोतक की
Answer: जलीय पौधों (जलोद्भिद) में वायुतक (Aerenchyma) नामक ऊतक पाया जाता है, जिसमें बड़े वायु अवकाश होते हैं। यह ऊतक पौधे को उत्प्लावकता प्रदान करता है, जिससे वह पानी पर तैरता है।
17. बायुतक (Aerenchyma) पाया जाता है ?
- B. हाइड्रोफाइट्स में
- C. जीरोफाइट्स में
- A. लिथोफाइट्स में
- D. मीसोफाइट्स में
Answer: वायुतक (Aerenchyma), जो गैस विनिमय और उत्प्लावकता में मदद करता है, हाइड्रोफाइट्स (जलीय पौधों) की एक विशिष्ट विशेषता है।
18. विलामेन (Vellamen) की आवश्यकता होती है -
- C. नमी के अवशोषण के लिए
- D. इनमे से कोई नहीं
- A. पौधों में श्वसन के लिए
- B. उतकों की सुरक्षा के लिए
Answer: विलामेन उपरिरोही पौधों (जैसे ऑर्किड) की वायवीय जड़ों में पाया जाने वाला एक स्पंजी ऊतक है, जिसका मुख्य कार्य हवा से नमी को अवशोषित करना है।
19. वह उत्तक जो द्वितीयक वृद्धि के लिए उत्तरदायी है -
- A. जाइलम
- C. कैम्बियम
- B. फ्लोएम
- D. कार्टेक्स
Answer: कैम्बियम (संवहन कैम्बियम और कॉर्क कैम्बियम) एक पार्श्व विभज्योतक है जो द्वितीयक वृद्धि के लिए जिम्मेदार है, जिससे पौधे की मोटाई या परिधि बढ़ती है।
20. पौधे के कुछ भाग मोड़ने पर बिना टूटे आसानी से मोड़े जा सकते हैं | कुछ भाग जैसे पत्ते और तने की एक नम्यता का कारण किसकी बहुतायत को माना जा सकता है ?
- A. मृदुतक
- B. श्लोषोतक
- D. दारु और पोशवाह
- C. दृढोतक
Answer: श्लेषोतक (Collenchyma) ऊतक पौधों को लचीलापन और यांत्रिक समर्थन प्रदान करता है, जिससे वे बिना टूटे झुक सकते हैं। (नोट: दिए गए उत्तर 'C' गलत है, दृढोतक कठोरता प्रदान करता है)।
21. पौधे के कुछ भाग मोड़ने पर बिना टूटे आसानी से मोड़े जा सकते हैं | कुछ भाग जैसे पत्ते और तने की एक नम्यता का कारण किसकी बहुतायत को माना जा सकता है ?
- A. मृदुतक
- B. श्लोषोतक
- D. दारु और पोशवाह
- C. दृढोतक
Answer: श्लेषोतक (Collenchyma) ऊतक पौधों को लचीलापन और यांत्रिक समर्थन प्रदान करता है, जिससे वे बिना टूटे झुक सकते हैं। (नोट: दिए गए उत्तर 'C' गलत है, दृढोतक कठोरता प्रदान करता है)।