91. अलवर जिले के बहरोड़ और मुण्डावर में कौनसी बोली बोली जाती है -
- A. रागड़ी
- B. हाड़ौती
- C. मेवाडी
- D. अहीरवाटी
व्याख्या: अलवर जिले के बहरोड़ और मुंडावर तहसील तथा जयपुर के कोटपूतली क्षेत्र में अहीर (यादव) जाति की बहुलता के कारण अहीरवाटी बोली जाती है।
92. पश्चिमी राजस्थानी का साहित्यक रूप है -
- A. डिंगल
- B. पिंगल
- C. बिंगल
- D. इनमें से कोई नहीं
व्याख्या: पश्चिमी राजस्थानी (मारवाड़ी) का साहित्यिक रूप 'डिंगल' कहलाता है, जिसमें चारण कवियों ने वीर रस की रचनाएँ की हैं।
93. निम्नलिखित में से कौन मथुरा की ब्रज भाषा का राजस्थानी रूपांतर है -
- A. डिंगल
- B. पिंगल
- C. कामदरी
- D. मोदिया
व्याख्या: पिंगल, पूर्वी राजस्थानी का साहित्यिक रूप है जिस पर ब्रजभाषा का गहरा प्रभाव है, इसलिए इसे ब्रजभाषा का राजस्थानी रूपांतर माना जा सकता है।
94. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए:सूची-I (बोली/उपभाषा)सूची-II (मुख्य रूप से इन मंडलों / क्षेत्रों में बोली जाती है।)(a) हदौती(i) जोधपुर, जैसलमेर(b) ब्रज भाषा(ii) सीकर, झुंझुनू(c) मारवाड़ी(iii) भरतपुर, करौली(d) शेखावती(iv) झालवाड़, बारननीचे दिए गए विकल्पों में से सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर चुनिए:
- A. (a)-(i), (b)-(iv), (c)-(iii), (d)-(ii)
- B. (a)-(ii), (b)-(iii), (c)-(iv), (d)-(i)
- C. (a)-(iii), (b)-(ii), (c)-(iv), (d)-(i)
- D. (a)-(iv), (b)-(iii), (c)-(i), (d)-(ii)
व्याख्या: सही सुमेलन है: हाड़ौती - झालावाड़, बारां; ब्रज भाषा - भरतपुर, करौली; मारवाड़ी - जोधपुर, जैसलमेर; शेखावाटी - सीकर, झुंझुनू।
95. लालदासी एवं चारणदासी संप्रदायों का साहित्य किस भाषा में रचा गया है -
- A. तोरावटी
- B. मेवाती
- C. मारवाड़ी
- D. अहीरवाटी
व्याख्या: संत लालदास और संत चरणदास दोनों का कार्यक्षेत्र मेवात (अलवर) रहा है, इसलिए इन दोनों संप्रदायों का अधिकांश साहित्य मेवाती बोली में है।
96. महाराणा कुंभा द्वारा रचित 4 नाटकों में कीर्ति स्तंभ के अनुसार किस भाषा का प्रयोग किया गया था -
- A. मारवाड़ी
- B. मेवाड़ी
- C. मालवीय
- D. उपरोक्त में से कोई नहीं
व्याख्या: महाराणा कुंभा मेवाड़ के शासक थे और कला-साहित्य के महान संरक्षक थे। कीर्ति स्तंभ प्रशस्ति के अनुसार, उन्होंने अपने नाटकों में मेवाड़ी भाषा का प्रयोग किया।
97. एल.पी. टेसीटोरी ने अपनी शोध के आधार पर राजस्थानी भाषा की उत्पत्ति को किस अपभ्रंश से जोड़ा -
- A. शौरसेनी अपभ्रंश
- B. गुर्जर अपभ्रंश
- C. मरूगुर्जरी अपभ्रंश
- D. नागर अपभ्रंश
व्याख्या: डॉ. एल.पी. टेसीटोरी और के.एम. मुंशी जैसे विद्वानों का मत है कि राजस्थानी भाषा की उत्पत्ति शौरसेनी के गुर्जर अपभ्रंश से हुई है।
98. कौन सी बोली, चुरू, झुंझनू, हनुमानगढ़, सूरतगढ़ और गंगानगर क्षेत्र में बोली जाती है- (निम्न में से सबसे उपयुक्त विकल्प चुनें:)
- A. शेखावाटी
- B. मारवाड़ी
- C. मालवी
- D. मेवाड़ी
व्याख्या: चूरू, झुंझुनू और सीकर जिलों को शेखावाटी क्षेत्र कहा जाता है। हनुमानगढ़ और गंगानगर में भी इसका प्रभाव है, इसलिए शेखावाटी सबसे उपयुक्त उत्तर है।
99. राजस्थान की भाषा के लिए पहली बार ‘राजस्थानी’ शब्द का प्रयोग किसने किया -
- A. कवि कुशल लाभ
- B. जॉर्ज अब्राहम ग्रिसन
- C. सूर्यमल मिश्रण
- D. जेम्स टॉड
व्याख्या: जॉर्ज अब्राहम ग्रियर्सन (ग्रिसन) ने ही सर्वप्रथम 1912 में अपने 'लिंग्विस्टिक सर्वे ऑफ इंडिया' में इस भाषा के लिए 'राजस्थानी' शब्द का प्रयोग किया।
100. निम्नांकित में से कौन-सा युग्म सुमेलित नहीं है -बोली - जिले
- A. मेवाड़ी - चित्तोड़ और भीलवाड़ा
- B. मालवी - बांसवाड़ा
- C. ढुढ़ाडी - जयपुर
- D. मेवाती - अलवर
व्याख्या: बांसवाड़ा में मुख्य रूप से वागड़ी बोली जाती है। मालवी बोली का क्षेत्र झालावाड़, प्रतापगढ़ और कोटा है। इसलिए यह युग्म सुमेलित नहीं है।