61. झालावाड़ री मुख्य बोली है -
- A. हाड़ौती
- B. कठेरवाटी
- C. उमठवाड़ी
- D. सोंधवाड़ी
व्याख्या: झालावाड़, हाड़ौती क्षेत्र का एक प्रमुख जिला है, इसलिए यहाँ की मुख्य बोली हाड़ौती है।
62. मारवाड़ी री उपबोली नीं है-
- A. देवड़ावाटी
- B. ढटकी
- C. बीकानेरी
- D. अहीरवाटी
व्याख्या: देवड़ावाटी, ढटकी और बीकानेरी मारवाड़ी की उपबोलियाँ हैं, जबकि अहीरवाटी एक अलग बोली है जो मेवाती से संबंधित है।
63. मारवाड़ी, मेवाड़ी, बागड़ी राजस्थानी के किस क्षेत्र की प्रमुख बोलियां है -
- A. पुर्वी राजस्थानी
- B. पश्चिमी राजस्थानी
- C. उत्तरी राजस्थानी
- D. दक्ष़्िाणी राजस्थानी
व्याख्या: ये सभी बोलियाँ राजस्थान के पश्चिमी भाग में बोली जाती हैं और ग्रियर्सन के वर्गीकरण के अनुसार पश्चिमी राजस्थानी समूह का हिस्सा हैं।
64. ‘हाड़ौती’ बोली मुख्य रूप सूं कठीनै बोली जावै -
- A. कोटा, बूंदी
- B. उदयपुर, चित्तौड़गढ़
- C. गंगानगर, हनुमानगढ़
- D. अजमेर, नागौर
व्याख्या: हाड़ौती बोली मुख्य रूप से हाड़ौती क्षेत्र के जिलों - कोटा, बूंदी, बारां और झालावाड़ में बोली जाती है।
65. राजस्थान की भाषा के लिए सर्वप्रथम ‘राजस्थानी’ शब्द का प्रयोग किसने किया था -
- A. जॉर्ज अब्राहम ग्रियर्सन
- B. विजयदान देथा
- C. कर्नल जेम्स टॉड
- D. एल. सी. टेसीटोरी
व्याख्या: जॉर्ज अब्राहम ग्रियर्सन ने अपने भाषा सर्वेक्षण में पहली बार राजस्थान की विभिन्न बोलियों के लिए सामूहिक रूप से 'राजस्थानी' शब्द का इस्तेमाल किया।
66. निम्नलिखित बोलियों में से कौन-सी ढुंढाड़ी की उप बोली नहीं है -
- A. अहीरवाटी
- B. तोरावाटी
- C. राजावाटी
- D. नागरचोल
व्याख्या: तोरावाटी, राजावाटी और नागरचोल ढूंढाड़ी की उप-बोलियाँ हैं। अहीरवाटी एक अलग बोली है, जिसे मेवाती की उप-बोली भी माना जाता है।
67. 1961 की जनगणना रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थानी भाषा की बोलियों की संख्या कितनी मानी गई थी -
व्याख्या: ग्रियर्सन के सर्वेक्षण और 1961 की जनगणना रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थानी भाषा की कुल 73 बोलियाँ और उप-बोलियाँ मानी गई थीं।
68. डॉ. ग्रियर्सन ने अपनी पुस्तक “लिंग्विस्टिक सर्वे ऑफ इंडिया” में राजस्थानी बोलियों को _____ मुख्य समूहों में विभाजित किया है।
व्याख्या: डॉ. जॉर्ज अब्राहम ग्रियर्सन ने राजस्थानी बोलियों को भौगोलिक आधार पर पाँच मुख्य समूहों में विभाजित किया था।
69. डिंगल और पिंगल क्या है -
- A. बोलियाँ
- B. लोक देवता
- C. साहित्य
- D. प्रथा या परंपरा
व्याख्या: डिंगल और पिंगल राजस्थानी साहित्य की दो प्रमुख काव्य शैलियाँ हैं। डिंगल पश्चिमी और पिंगल पूर्वी राजस्थानी से संबंधित है।
70. राजस्थानी री कुणसी बोली मध्य प्रदेश रा कई जिलां में बोलीजै -
- A. मालवी
- B. शेखावाटी
- C. मेवाती
- D. वागड़ी
व्याख्या: मालवी बोली राजस्थान के झालावाड़, प्रतापगढ़ के अलावा मध्य प्रदेश के मालवा क्षेत्र के कई जिलों (जैसे रतलाम, उज्जैन, इंदौर) में भी बोली जाती है।