21. ब्रिटिश साम्राज्य के किस सदस्य के स्वागत में, जयपुर शहर को 1876 ई. में गुलाबी रंग से रंगवाया गया था -
- A. किंग एडवर्ड-5
- B. प्रिन्स अलबर्ट
- C. महारानी ऐलिजाबेथ
- D. प्रिन्स राॅबर्ट
व्याख्या: 1876 में, वेल्स के राजकुमार, प्रिंस अल्बर्ट (जो बाद में किंग एडवर्ड सप्तम बने) की भारत यात्रा के दौरान, जयपुर के महाराजा सवाई राम सिंह द्वितीय ने उनके स्वागत के लिए पूरे शहर को गुलाबी (गेरुआ) रंग से रंगवाया था। इसी घटना के बाद जयपुर "गुलाबी नगरी" (Pink City) के नाम से प्रसिद्ध हुआ।
22. ढूंढाड़ के कच्छवाहों की प्रथम राजधानी थी -
- A. जमवारामगढ़
- B. आमेर
- C. दौसा
- D. जयपुर
व्याख्या: कछवाहा वंश के संस्थापक दुल्हेराय ने 1137 ईस्वी में बड़गुर्जरों को हराकर दौसा पर अधिकार किया और इसे ढूंढाड़ क्षेत्र में अपनी पहली राजधानी बनाया। बाद में राजधानी को आमेर और फिर जयपुर स्थानांतरित किया गया।
23. जयसिंह द्वितीय ने निम्न में से किस जगह वैद्यशाला नहीं बनवाई -
- A. आगरा
- B. मथुरा
- C. उज्जैन
- D. दिल्ली.
व्याख्या: सवाई जयसिंह द्वितीय ने खगोल विज्ञान में अपनी रुचि के कारण पांच स्थानों पर वेधशालाओं (जंतर मंतर) का निर्माण करवाया था: दिल्ली, जयपुर, उज्जैन, मथुरा और वाराणसी। उन्होंने आगरा में कोई वेधशाला नहीं बनवाई।
24. शासक भारमल राजस्थान के किस राजवंश से संबंध रखता था -
- A. राठोर राजवंश
- B. जाट राजवंश
- C. सिसोदिया राजवंश
- D. कछवाहा राजवंश
व्याख्या: राजा भारमल आमेर (जयपुर) के कछवाहा राजवंश के शासक थे। वह पहले राजपूत शासक थे जिन्होंने 1562 में मुगल सम्राट अकबर के साथ वैवाहिक संबंध स्थापित किए और उनकी अधीनता स्वीकार की।
25. निम्न में से किस मुगल सम्राट ने सवाई जयसिंह को ‘राज राजेश्वर’ की उपाधि से विभूषित किया था -
- A. औरंगजेब
- B. शाहजहां
- C. बहादुर शाह
- D. मुहम्मद शाह
व्याख्या: मुगल सम्राट मुहम्मद शाह (रंगीला) ने सवाई जयसिंह की खगोलीय और राजनीतिक उपलब्धियों से प्रभावित होकर उन्हें 'राज राजेश्वर', 'श्री राजाधिराज' और 'सवाई' की उपाधियों से सम्मानित किया था।
26. मुगल बादशाह अकबर की राजस्थान के राजाओं के साथ मित्रता और वैवाहिक संबंधों की नीति को किस रूप में नामित किया गया था -
- A. राजस्थान नीति
- B. राजपूत नीति
- C. मेवाड़ नीति
- D. राजपूताना नीति
व्याख्या: अकबर ने राजपूत राज्यों के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने के लिए एक विशेष नीति अपनाई, जिसे इतिहासकारों द्वारा "राजपूत नीति" कहा जाता है। इस नीति में वैवाहिक गठबंधन, सैन्य सहयोग और उच्च पद प्रदान करना शामिल था।
27. राजस्थान में कछवाहा वंश का शासन कहां था -
- A. जयपुर के समीपवर्ती क्षेत्र
- B. भरतपुर के समीपवर्ती क्षेत्र
- C. उदयपुर के समीपवर्ती क्षेत्र
- D. चुरू के समीपवर्ती क्षेत्र
व्याख्या: कछवाहा वंश ने मुख्य रूप से ढूंढाड़ क्षेत्र पर शासन किया, जिसमें वर्तमान जयपुर, दौसा, अलवर और आसपास के इलाके शामिल हैं। उनकी मुख्य राजधानियाँ दौसा, आमेर और अंत में जयपुर रहीं।
28. बिहार के सूबेदार के रूप में राजा मान सिंह ने अपना प्रथम अभियान बिहार के किस शासक के विरुद्ध किया -
- A. शंभूपुरी के सैयद
- B. गिद्धौर के राजा पूरनमल
- C. हाजीपुर के राजा गनपत
- D. खड़गपुर के संग्राम सिंह
व्याख्या: जब राजा मानसिंह को 1587 में बिहार का सूबेदार नियुक्त किया गया, तो उन्होंने वहां के विद्रोही शासकों को नियंत्रित करने के लिए अभियान चलाए। उनका पहला बड़ा अभियान गिद्धौर के राजा पूरनमल के खिलाफ था, जिन्होंने बाद में अधीनता स्वीकार कर ली।
29. मुगलों और पेशवा के मध्य धौलपुर समझौते(1741 ई.) में किसने मध्यस्ता की थी -
- A. सूरजमल ने
- B. सवाई जयसिंह ने
- C. जगत सिंह-2 ने
- D. मल्हार राव होल्कर ने
व्याख्या: सवाई जयसिंह एक कुशल राजनयिक थे। 1741 में जब मुगल साम्राज्य और मराठा पेशवा बालाजी बाजीराव के बीच तनाव बढ़ गया, तो जयसिंह ने दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थता करके धौलपुर में एक समझौता करवाया, जिससे अस्थायी शांति स्थापित हुई।
30. अकबर ने सर्वोच्च मनसब (सात हजारी) किस राजपूत शासक को दिया था -
- A. राजा भारमल
- B. मोटाराजा उदयसिंह
- C. राजा मानसिंह
- D. राजा भगवन्त दास
व्याख्या: राजा मानसिंह अकबर के सबसे भरोसेमंद सेनापतियों और नवरत्नों में से एक थे। उनकी सैन्य सफलताओं और वफादारी के कारण अकबर ने उन्हें 7000 जात और 6000 सवार का मनसब प्रदान किया, जो उस समय किसी भी गैर-शाही सदस्य को दिया गया सर्वोच्च पद था।