1. सार्वजानिक वितरण प्रणाली से सम्बन्धित समिति हिया ?
- A.सोधानी समिति
- B.गोईपोरिया समिति
- C.वेणुगोपाल समिति
- D.मालेगाम समिति
व्याख्या: वेणुगोपाल समिति का गठन सार्वजनिक वितरण प्रणाली (Public Distribution System - PDS) की कार्यप्रणाली की समीक्षा करने और उसे बेहतर बनाने के लिए सुझाव देने हेतु किया गया था।
2. रेखी समिति गठित की गयी -
- A.प्रत्यक्ष कर सुधार के लिए
- B.अप्रत्यक्ष कर सुधर के लिए
- C.केंद्र राज्य संबन्ध के लिए
- D.बैंकिंग सुधार के लिए
व्याख्या: रेखी समिति का गठन अप्रत्यक्ष कर (Indirect Taxes) प्रणाली की समीक्षा करने और उसमें सुधार के लिए सुझाव देने के उद्देश्य से किया गया था।
3. एल० के० झा समिति ने किस कर का सुझाव दिया था ?
- A.V.A.T.
- B.M.O.D.V.A.T
- C.M.A.N.V.A.T.
- D.M.A.T.
व्याख्या: एल. के. झा समिति ने अप्रत्यक्ष कराधान प्रणाली में सुधार के लिए **MANVAT (Modified Value Added Tax)** का सुझाव दिया था, जो MODVAT का ही एक संशोधित रूप था।
4. जानकी रामन समिति का गठन की उदेश्य से किया गया था ?
- A.डाकघरों में जमा बढ़ाने के लिए सुझाव देने हेतु
- B.बैंकिंग ढाँचे में सुधार हेतु सुझाव देने के लिए
- C.औद्योगिक वित्त की अवव्स्थाओं की जाँच हेतु
- D.बैंको की प्रतिभूतियो के सौदों की जाँच हेतु
व्याख्या: जानकीरामन समिति का गठन 1992 के प्रसिद्ध **प्रतिभूति घोटाले (Securities Scam)** की जाँच के लिए किया गया था, जिसमें बैंकों और वित्तीय संस्थानों द्वारा किए गए प्रतिभूतियों के सौदों की जाँच शामिल थी।
5. कौन-सी समिति औद्योगिक क्षेत्र के क्रियाकलापों से संबधित नहीं हिया ?
- A.हजारी समिति
- B.गोस्वामी समिति
- C.वैद्यनाथ समिति
- D.दत्ता समिति
व्याख्या: हजारी, गोस्वामी और दत्ता समितियाँ औद्योगिक लाइसेंसिंग और नीतियों से संबंधित थीं। वहीं, **वैद्यनाथ समिति** का संबंध ग्रामीण सहकारी ऋण संस्थाओं के पुनरुद्धार से था, न कि औद्योगिक क्षेत्र से।
6. भूतलिंगम समिति सम्बधित है -
- A.V.A.T. से
- B.M.O.D.V.A.T से
- C.M.A.N.V.A.T. से
- D.M.A.T. से
व्याख्या: भूतलिंगम समिति का संबंध **VAT (मूल्य वर्धित कर)** से है। इस समिति ने मजदूरी, आय और कीमतों पर अपनी सिफारिशें दी थीं, जिसमें कराधान सुधार भी शामिल थे।
7. कर सरंचना सम्बधि सुधारों के लिए गठित की गयी समिति थी ?
- A.नरसिंहम समिति
- B.चेलैया समिति
- C.गाडगिल समिति
- D.केलकर समिति
व्याख्या: राजा चेलैया की अध्यक्षता में गठित **चेलैया समिति** का मुख्य उद्देश्य भारत की कर संरचना की व्यापक समीक्षा करना और उसमें सुधारों के लिए सुझाव देना था।
8. चेलैया समिति का संबन्ध है -
- A.प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष कर प्रणाली में सुधार
- B.बैंकिंग प्रणाली में सुधार
- C.आयात-निर्यात निति
- D.इनमे से कोई नहीं
व्याख्या: चेलैया समिति को भारत की **प्रत्यक्ष (Direct) और अप्रत्यक्ष (Indirect) दोनों कर प्रणालियों** में सुधार के लिए सिफारिशें देने का कार्य सौंपा गया था।
9. तारापोर समिति निम्नलिखित में से किस एक से संबधित थी ?
- A.विशेष आर्थिक क्षेत्र
- B.पूर्ण पूँजी लेखा संपरिवर्तनीयता
- C.विदेशी मुद्रा बाजार
- D.भारतीय अर्थव्यवस्था पर तेल की कीमतों का प्रभाव
व्याख्या: एस.एस. तारापोर की अध्यक्षता में गठित समिति का मुख्य कार्य **पूंजी खाते की पूर्ण परिवर्तनीयता (Full Capital Account Convertibility)** की व्यवहार्यता का आकलन करना और इसके लिए एक रोडमैप तैयार करना था।
10. भंडारी समिति ने किसके सम्बन्ध में अपनी सिफ़ारिशें प्रस्तुत की थी ?
- A.दूरसंचार क्षेत्र में नीजी इकाइयों के प्रवेश
- B.रेलवे के क्षेत्रों का पुनर्गठन
- C.क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक की पुनर्सरचना
- D.पेट्रोलियम क्षेत्र में सुधार
व्याख्या: भंडारी समिति का गठन **क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (Regional Rural Banks - RRBs)** की वित्तीय स्थिति की समीक्षा करने और उनकी पुनर्संरचना के लिए सिफारिशें देने हेतु किया गया था।