31. गुरु नानक का जन्म 1469 ई० में कहां हुआ था?
- A.तलवंडी / ननकाना
- B.मुल्तान
- C.अमृतसर
- D.रोपड़
व्याख्या: गुरु नानक देव जी का जन्म 1469 में लाहौर (वर्तमान पाकिस्तान) के पास स्थित तलवंडी गाँव में हुआ था, जिसे अब ननकाना साहिब के नाम से जाना जाता है।
32. भक्ति को दार्शनिक आधार प्रदान करनेवाले प्रथम आचार्य थे
- A.रामानुज आचार्य
- B.शंकराचार्य
- C.मध्वाचार्य
- D.वल्लभाचार्य
व्याख्या: रामानुजाचार्य पहले ऐसे आचार्य थे जिन्होंने भक्ति को एक ठोस दार्शनिक आधार (विशिष्टाद्वैत दर्शन) प्रदान किया। उन्होंने ज्ञान के साथ-साथ भक्ति को भी मोक्ष का मार्ग बताया।
33. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए :सूची-I (शंकराचार्य द्वारा स्थापित मठ)A. श्रृंगेरी पीठB. गोवर्धन पीठC. ज्योतिष पीठD. शारदा पीठसूची-II (स्थल)1. मैसूर, कर्नाटक2. पुरी, उड़ीसा3. बदरीनाथ, उत्तर प्रदेश4. द्वारका, गुजरात
- A.A → 1, B → 2, C → 3, D → 4
- B.A → 2, B → 1, C → 3, D → 4
- C.A → 1, B → 2, C → 4, D → 3
- D.A → 4, B → 2, C → 3, D → 1
व्याख्या: यह आदि शंकराचार्य द्वारा भारत के चार कोनों में स्थापित किए गए चार प्रमुख मठों का सही मिलान है: श्रृंगेरी पीठ (दक्षिण में), गोवर्धन पीठ (पूर्व में), ज्योतिष पीठ (उत्तर में), और शारदा पीठ (पश्चिम में)।
34. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए :सूची-I (आचार्य)A. रामानुज आचार्यB. निम्बार्क आचार्यC. मध्व आचार्यD. विष्णु स्वामीसूची-II (मत/विचारधारा/वाद)1. विशिष्टाद्वैत2. द्वैताद्वैत / भेदाभेद3. द्वैत4. शुद्धाद्वैत
- A.A → 1, B → 2, C → 3, D → 4
- B.A → 2, B → 1, C → 3, D → 4
- C.A → 1, B → 2, C → 4, D → 3
- D.A → 4, B → 3, C → 2, D → 1
व्याख्या: यह वैष्णव आचार्यों और उनके द्वारा प्रतिपादित दार्शनिक मतों का सही मिलान है: रामानुज (विशिष्टाद्वैत), निम्बार्क (द्वैताद्वैत), मध्वाचार्य (द्वैत), और विष्णु स्वामी (शुद्धाद्वैत, जिसे वल्लभाचार्य ने आगे बढ़ाया)।
35. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए :सूची-I (संत)A. नामदेवB. कबीर C. रैदास/रविदासD. सेनासूची-II (पेशा/व्यवसाय)1. नाई2. जुलाहा3. दर्जी4. मोची
- A.A → 2, B → 3, C → 1, D → 4
- B.A → 3, B → 2, C → 4, D → 1
- C.A → 3, B → 2, C → 1, D → 4
- D.A → 2, B → 3, C → 4, D → 1
व्याख्या: यह भक्ति काल के कुछ संतों और उनके व्यवसायों का सही मिलान है, जो यह दर्शाता है कि भक्ति आंदोलन में समाज के सभी वर्गों के लोग शामिल थे: नामदेव (दर्जी), कबीर (जुलाहा), रैदास (मोची), और सेना (नाई)।
36. किसने भक्ति के क्षेत्र में 'शूद्रों को भगवत दर्शन व मोक्ष का अधिकार देकर उन्हें इस्लाम धर्म स्वीकार करने से रोका ?
- A.रामानुजाचार्य
- B.वल्लभाचार्य
- C.चैतन्य महाप्रभु
- D.मध्वाचार्य
व्याख्या: रामानुजाचार्य ने सामाजिक समानता पर बल दिया और भक्ति के द्वार सभी जातियों के लिए खोल दिए। उन्होंने गैर-ब्राह्मणों को भी मंदिर प्रवेश और मोक्ष का अधिकारी बताया, जिससे निम्न जातियों का इस्लाम की ओर झुकाव कम हुआ।
37. आलसियों का मूल मंत्र-'अजगर करे न चाकरी. पंछी करे न काम' का रचयिता है
- A.दादू दयाल
- B.मलूक दास
- C.कबीर
- D.तुलसी
व्याख्या: यह प्रसिद्ध उक्ति संत मलूक दास की है। इसका पूरा दोहा है 'अजगर करै न चाकरी, पंछी करै न काम। दास मलूका कह गए, सबके दाता राम॥' इसमें वे ईश्वर पर पूर्ण निर्भरता की बात करते हैं।
38. चैतन्य महाप्रभु का जन्म स्थल हैं
- A.नदिया/नवद्वीप
- B.तलवंडी
- C.निम्बापुर
- D.मगहर
व्याख्या: चैतन्य महाप्रभु का जन्म 1486 में पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के नवद्वीप नामक स्थान पर हुआ था। यह आज भी गौड़ीय वैष्णवों के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थल है।
39. दक्षिण भारत का वह संत कौन था जिसने अपना अधिकांश जीवन उत्तर भारत में वृन्दावन में बिताया?
- A.रामानुजाचार्य
- B.निम्बार्क आचार्य
- C.मध्वाचार्य
- D.विष्णु स्वामी
व्याख्या: निम्बार्काचार्य का जन्म दक्षिण भारत में हुआ था, लेकिन उन्होंने अपना अधिकांश जीवन उत्तर भारत में, विशेषकर मथुरा-वृंदावन क्षेत्र में बिताया। उन्होंने द्वैताद्वैत दर्शन का प्रतिपादन किया।
40. निम्नलिखित में से किसे कुछ विचारकों ने 'प्रच्छन्न बौद्ध' की संज्ञा दी है ?
- A.रामानुजाचार्य
- B.शंकराचार्य
- C.कुमारिल भट्ट
- D.चैतन्य
व्याख्या: शंकराचार्य के अद्वैतवाद (माया का सिद्धांत) और बौद्ध धर्म के शून्यवाद में कुछ समानताओं के कारण, कुछ विचारकों ने उन्हें 'प्रच्छन्न बौद्ध' (छिपा हुआ बौद्ध) कहा है।