1. सीस कक्ष प्रक्रम में उत्प्रेरक के रूप में प्रयुक्त होता है -
- A. नाइट्रोजन के ऑक्साइड
- B. प्लैटिनम
- C. निकेल
- D. MnO₂
व्याख्या: सीस कक्ष प्रक्रम (Lead Chamber Process) द्वारा सल्फ्यूरिक एसिड बनाने में, नाइट्रोजन के ऑक्साइड (जैसे NO) का उपयोग उत्प्रेरक के रूप में किया जाता है।
2. ऋणात्मक उत्प्रेरक वह है जो
- B. अभिक्रिया की वेग को बढ़ाते करते हैं
- A. अभिक्रिया की वेग को कम करते हैं
- D. प्रेरित उत्प्रेरक की भांति व्यवहार करते हैं
- C. अभिक्रिया की वेग को अपरिवर्तित करते हैं
व्याख्या: ऋणात्मक उत्प्रेरक, जिसे संदमक (inhibitor) भी कहा जाता है, रासायनिक अभिक्रिया की दर को धीमा कर देता है।
3. निम्न में किस प्रकार के उत्प्रेरक उतम सिद्ध होते हैं
- B. क्षार धातु
- D. रंगीन धातु
- C. क्षारीय धातु
- A. संक्रमण तत्व
व्याख्या: संक्रमण तत्व (जैसे लोहा, निकल, प्लैटिनम) अपनी परिवर्तनशील ऑक्सीकरण अवस्थाओं और रिक्त डी-ऑर्बिटल के कारण उत्कृष्ट उत्प्रेरक के रूप में कार्य करते हैं।
4. उत्प्रेरक विष किस प्रकार कार्य करता है
- C. किसी अभिकारक से संयोग करके
- D. उत्प्रेरक का स्क्न्दन करके
- A. उत्प्रेरक से रासायनिक संयोग करके
- B. उत्प्रेरक सतह पर मुक्त संयोजकताओं से संयोग करके
व्याख्या: उत्प्रेरक विष उत्प्रेरक की सतह पर सक्रिय स्थलों (मुक्त संयोजकताओं) पर कब्जा कर लेता है, जिससे अभिकारक अणु वहां जुड़ नहीं पाते और उत्प्रेरक की क्रियाशीलता नष्ट हो जाती है।
5. उत्प्रेरक की खोज किसने की थी
- A. बर्जिलियस
- D. कोसेल
- B. रदरफोर्ड
- C. लुईस
व्याख्या: स्वीडिश रसायनज्ञ जॉन्स जैकब बर्जिलियस ने 1835 में 'उत्प्रेरण' शब्द गढ़ा और इस अवधारणा को प्रस्तुत किया।
6. क्लोरिन गैस बनाने की डीकन विधि में उत्प्रेरक के रूप में प्रयुक्त होता है
- D. लोहे का चूर्ण
- B. गर्म एलुमिना
- C. क्युप्रिक क्लोराइड
- A. नाइट्रोजन के ऑक्साइड
व्याख्या: डीकन प्रक्रिया में, हाइड्रोजन क्लोराइड के ऑक्सीकरण द्वारा क्लोरीन गैस का उत्पादन करने के लिए क्यूप्रिक क्लोराइड (CuCl₂) का उपयोग उत्प्रेरक के रूप में किया जाता है।
7. उत्प्रेरक विष होता है
- C. समांग उप्रेरक
- D. विषमांग उत्प्रेरक
- A. क्रिया निरोधक
- B. स्व उत्प्रेरक
व्याख्या: उत्प्रेरक विष एक क्रिया निरोधक (inhibitor) है जो उत्प्रेरक की सक्रियता को कम या पूरी तरह से नष्ट कर देता है।
8. उत्प्रेरक के समबन्ध में निम्नलिखित में से कौन सही है 1. यह प्रतिक्रिया की दर बढाता है 2. यह सक्रियण उर्जा बढाता है यह सक्रियण उर्जा घटाता है 4. यह प्रतिक्रिया में खर्च हो जाता है कूट :
- B. 1 और 3
- C. 1 और 4
- D. 3 और 4
- A. 1 और 2
व्याख्या: एक धनात्मक उत्प्रेरक अभिक्रिया के लिए एक वैकल्पिक पथ प्रदान करके सक्रियण ऊर्जा को कम करता है (कथन 3), जिससे अभिक्रिया की दर बढ़ जाती है (कथन 1)। उत्प्रेरक अभिक्रिया में खर्च नहीं होता है।
9. उत्प्रेरक एक ऐसा पदार्थ जो रासायनिक अभिक्रिया के वेग को
- D. इनमे से कोई भी नही है
- C. परिवर्तित करता है
- A. बढाता है
- B. घटाता है
व्याख्या: उत्प्रेरक की सबसे सामान्य परिभाषा यह है कि यह एक ऐसा पदार्थ है जो स्वयं अभिक्रिया में भाग लिए बिना रासायनिक अभिक्रिया के वेग को परिवर्तित (बढ़ा या घटा) करता है।
10. जब पोटेशियम, क्लोरेट को गर्म क्या जाता है तब पोटेशियम क्लोराइड व ऑक्सीजन में विघटित हो जाता है | जब मैगनीज डाईऑक्साइड इसमें मिलाया जाता है तो अभिक्रिया तेज हो जाती है | इसका कारण है -
- A. मैगनीज डाईऑक्साइड विघटित होकर ऑक्सीजन देता है |
- B. मैगनीज डाईऑक्साइड अच्छा सम्पर्क उत्पन्न करता है |
- C. मैगनीज डाईऑक्साइड अच्छा सम्पर्क उत्पन्न करता है |
- D. मैगनीज दाईऑक्साइड उत्प्रेरक का कार्य करता है |
व्याख्या: इस अभिक्रिया में, मैंगनीज डाइऑक्साइड (MnO₂) एक उत्प्रेरक के रूप में कार्य करता है। यह पोटेशियम क्लोरेट के विघटन के लिए सक्रियण ऊर्जा को कम करता है, जिससे अभिक्रिया तेजी से होती है।