11. सल्फ्यूरिक अम्ल के निर्माण की सम्पर्क विधि में Pt उत्प्रेरक के लिए कौन-सा पदार्थ विष करता है ?
- C. CO₂
- A. सल्फर
- B. आर्सेनिक ऑक्साइड
- D. आर्सेनिक सल्फाइड
व्याख्या: संपर्क प्रक्रिया में, आर्सेनिक की अशुद्धियाँ, विशेष रूप से आर्सेनिक सल्फाइड, प्लैटिनम उत्प्रेरक के लिए विष का काम करती हैं और उसकी गतिविधि को नष्ट कर देती हैं।
12. यदि किसी क्रिया में उत्पाद उत्प्रेरक का काम करता है , तो उसे कहतें है
- C. स्व उत्प्रेरक
- A. समांग उत्प्रेरक
- D. प्रेरित उत्प्रेरिक
- B. विषमांग उत्प्रेरक
व्याख्या: जब किसी रासायनिक अभिक्रिया में बना कोई उत्पाद स्वयं उस अभिक्रिया के लिए उत्प्रेरक का कार्य करने लगता है, तो इसे स्व-उत्प्रेरण कहते हैं।
13. जब अभिकारक और उत्प्रेरक दोनों की भौतिक अवस्थाएं समान होती है तो उत्प्रेरक कहलाता है
- D. प्रेरित उत्प्रेरिक
- B. समांग उप्रेरक
- A. विषमांग उत्प्रेरक
- C. उत्प्रेरक विष
व्याख्या: जब अभिकारक और उत्प्रेरक एक ही अवस्था (जैसे सभी गैस या सभी द्रव) में होते हैं, तो इसे समांग उत्प्रेरण कहा जाता है।
14. अमोनिया उत्पादन के हैबर विधि में उत्प्रेरक वर्धक के रूप में कार्य करता है
- C. प्लेटिनम
- B. लोहा
- A. निकल
- D. मोलिब्डेनम
व्याख्या: हैबर विधि में, लोहा (Fe) उत्प्रेरक का काम करता है और मोलिब्डेनम (Mo) उत्प्रेरक वर्धक (promoter) के रूप में कार्य करता है, जो लोहे की उत्प्रेरक क्षमता को बढ़ाता है।
15. रासायनिक अभिक्रिया में उत्प्रेरक के भूमिका , बदलना
- A. अभिक्रिया की उष्मा
- C. सक्रियण उर्जा
- D. संतुलन स्थिरांक
- B. अभिक्रिया का उत्पादन
व्याख्या: उत्प्रेरक की मुख्य भूमिका अभिक्रिया के लिए एक नया पथ प्रदान करना है जिसकी सक्रियण ऊर्जा कम हो, जिससे अभिक्रिया तेजी से हो सके।
16. जब अभिकारक और उत्प्रेरक दोनों की भौतिक अवस्थाएं भिन्न होती है तो उत्प्रेरक कहलाता है
- B. विषमांग उत्प्रेरक
- D. उत्प्रेरक विष
- C. प्रेरित उत्प्रेरिक
- A. समांग उप्रेरक
व्याख्या: जब अभिकारक और उत्प्रेरक अलग-अलग भौतिक अवस्थाओं में होते हैं (जैसे गैसीय अभिकारक और ठोस उत्प्रेरक), तो इसे विषमांग उत्प्रेरण कहा जाता है।
17. उत्प्रेरक एक ऐसा पदार्थ जो रासायनिक अभिक्रिया के वेग को
- C. परिवर्तित करता है
- A. बढाता है
- D. इनमे से कोई भी नही है
- B. घटाता है
व्याख्या: उत्प्रेरक अभिक्रिया के वेग को परिवर्तित (बढ़ा या घटा सकता है) करता है, लेकिन अभिक्रिया के अंत में स्वयं अपरिवर्तित रहता है।
18. जब अभिकारक और उत्प्रेरक दोनों की भौतिक अवस्थाएं समान होती है तो उत्प्रेरक कहलाता है
- B. समांग उप्रेरक
- D. प्रेरित उत्प्रेरिक
- C. उत्प्रेरक विष
- A. विषमांग उत्प्रेरक
व्याख्या: समांग उत्प्रेरण में, अभिकारक और उत्प्रेरक एक ही भौतिक अवस्था (phase) में होते हैं।
19. धनात्मक उत्प्रेरक (Positive Catalyst) वह है जो -
- A. अभिक्रिया की वेग को कम करते हैं
- C. अभिक्रिया की वेग को अपरिवर्तित करते हैं
- D. प्रेरित उत्प्रेरक की भांति व्यवहार करते हैं
- B. अभिक्रिया की वेग को बढ़ाते करते हैं
व्याख्या: धनात्मक उत्प्रेरक सक्रियण ऊर्जा को कम करके रासायनिक अभिक्रिया की दर को बढ़ाता है।
20. ऋणात्मक उत्प्रेरक (Negative Catalyst) वह है जो
- D. प्रेरित उत्प्रेरक की भांति व्यवहार करते हैं
- C. अभिक्रिया की वेग को अपरिवर्तित करते हैं
- B. अभिक्रिया की वेग को बढ़ाते करते हैं
- A. अभिक्रिया की वेग को कम करते हैं
व्याख्या: ऋणात्मक उत्प्रेरक (या संदमक) सक्रियण ऊर्जा को बढ़ाकर या अभिक्रिया के लिए एक धीमा पथ प्रदान करके अभिक्रिया के वेग को कम करता है।