11. अजंता चित्रकारी में क्या निरुपित किया गया है?
- A.A.रामायण
- B.B.महाभारत
- C.C.जातक
- D.D.पचतंत्र
व्याख्या: अजंता की गुफाओं के चित्रों का मुख्य विषय 'जातक कथाएं' हैं। जातक कथाओं में महात्मा बुद्ध के पूर्व जन्मों की कहानियाँ हैं। इन चित्रों के माध्यम से बौद्ध धर्म के सिद्धांतों और कहानियों को दर्शाया गया है।
12. अजन्ता गुफाओं में मूर्तियाँ दर्शाती है -
- A.A.बिभिन्न मुद्राओं में भगवान शिव
- B.B.भगवान बुद्ध व उनका जीवन वृत
- C.C.भगवान महावीर
- D.D.उपरोक्त में से सभी
व्याख्या: अजंता की गुफाएं मुख्य रूप से बौद्ध धर्म को समर्पित हैं और यहाँ भगवान बुद्ध और उनके जीवन की घटनाओं से संबंधित कई मूर्तियां और चित्र हैं। हालांकि, कुछ गुफाओं में हिंदू देवी-देवताओं जैसे शिव से संबंधित कलाकृतियाँ भी मिलती हैं, जो उस समय के धार्मिक समन्वय को दर्शाती हैं।
13. किसके शासनकाल में अजंता की गुफाएँ निर्मित की गयी?
- A.A.गुप्त
- B.B.कुषाण
- C.C.मौर्य
- D.D.चालुक्य
व्याख्या: अजंता की अधिकांश गुफाओं का निर्माण और चित्रकारी गुप्त काल (लगभग चौथी से छठी शताब्दी ईस्वी) के दौरान हुई। इस काल को भारतीय कला और संस्कृति का 'स्वर्ण युग' माना जाता है, और अजंता की कला इसका एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
14. विख्यात चित्रकारी 'द लास्ट जजमेंट' किस चित्रकार की है?
- A.A.विंची
- B.B.एंजलो
- C.C.राफेल
- D.D.वॉन गाफ़
व्याख्या: 'द लास्ट जजमेंट' (The Last Judgment) पुनर्जागरण काल के महान कलाकार माइकल एंजेलो द्वारा बनाया गया एक विशाल भित्ति चित्र है। यह वेटिकन सिटी के सिस्टिन चैपल की वेदी की दीवार पर स्थित है और दुनिया की सबसे प्रसिद्ध कलाकृतियों में से एक है।
15. मधुबनी लोककला किस राज्य से संम्बन्धित है ?
- A.A.ओड़िशा
- B.B.पशिचम बंगाल
- C.C.बिहार
- D.D.राजस्थान
व्याख्या: मधुबनी चित्रकला, जिसे मिथिला पेंटिंग भी कहा जाता है, बिहार राज्य की एक प्रमुख लोक कला शैली है। यह कला पारंपरिक रूप से इस क्षेत्र की महिलाओं द्वारा त्योहारों और विशेष अवसरों पर अपने घरों की दीवारों पर बनाई जाती थी।
16. राजस्थानी विचारधारा की चित्रकला का आरम्भिक मुख्य केंद्र था-
- A.A.बीकानेर
- B.B.जयपुर
- C.C.बूंदी
- D.D.जैसलमेर
व्याख्या: बूंदी शैली को राजस्थानी चित्रकला के शुरुआती और सबसे महत्वपूर्ण केंद्रों में से एक माना जाता है। यहाँ की चित्रकला में मुगल और स्थानीय कला का सुंदर मिश्रण देखने को मिलता है, जो बाद में राजस्थान की अन्य शैलियों के लिए प्रेरणा बनी।
17. एम० एफ० हुसैन है एक-
- A.A.गायक
- B.B.व्यंग्य चित्रकार
- C.C.चित्रकार
- D.D.नर्तक
व्याख्या: मकबूल फ़िदा हुसैन (एम. एफ. हुसैन) 20वीं सदी के भारत के सबसे प्रसिद्ध और प्रभावशाली चित्रकारों में से एक थे। वे 'प्रोग्रेसिव आर्टिस्ट्स ग्रुप' के संस्थापक सदस्य थे और उन्हें 'भारत का पिकासो' भी कहा जाता था।
18. उस्ताद मंसूर खां किस मुगल शासक के शासन काल के प्रसिद्ध चित्रकार थे?
- A.A.अकबर
- B.B.जहाँगीर
- C.C.शाहजहाँ
- D.D.औरंगजेब
व्याख्या: उस्ताद मंसूर, मुगल सम्राट जहाँगीर के दरबार के एक महान चित्रकार थे। जहाँगीर का शासनकाल मुगल चित्रकला का स्वर्ण युग माना जाता है। मंसूर विशेष रूप से पशु-पक्षियों और फूलों के यथार्थवादी चित्रण के लिए जाने जाते थे।
19. कौन- सी सभ्यताओं ने गंधार कला शैली की रचना में सहायता प्रदान की है?
- A.A.भारतीय एवं रोमन
- B.B.भारतीय एवं मिस्त्री
- C.C.भारतीय एवं यूनानी
- D.D.यूनानी एवं रोमन
व्याख्या: गंधार कला शैली भारतीय और यूनानी (ग्रीक) कला का एक अनूठा मिश्रण है। इस शैली का विकास कुषाण साम्राज्य के दौरान हुआ था। इसमें बुद्ध की मूर्तियों को यूनानी देवताओं की तरह यथार्थवादी और मांसल रूप में दिखाया गया है।
20. गुजरती चित्रकला शैली में किस प्रकार के चित्रों की प्रधानता रहती है ?
- A.A.युद्ध दृश्यों का
- B.B.पशु पक्षियों का
- C.C.दैनिक क्रियाकलापों का
- D.D.प्राकृतिक रचनाओं का
व्याख्या: गुजरात की पारंपरिक चित्रकला शैली, जिसे 'पिथौरा' भी कहते हैं, में प्राकृतिक रचनाओं और लोक जीवन के दृश्यों की प्रधानता होती है। इसमें अक्सर देवी-देवताओं, जानवरों, और प्रकृति के तत्वों का जीवंत चित्रण किया जाता है।