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दक्षिण भारत: चोल साम्राज्य एवं अन्य

चोल साम्राज्य और दक्षिण भारत के अन्य प्रमुख राजवंशों पर MCQs हल करें। चोल, चालुक्य और पल्लव वंश के प्रशासन और कला के बारे में जानें।

Medieval History - दक्षिण भारत: चोल साम्राज्य एवं अन्य
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101. 'चालुक्य विक्रम संवत्' का प्रचलन किसने किया?
  • A.तैलप II
  • B.सोमेश्वर ।
  • C.विक्रमादित्य VI
  • D.सोमेश्वर IV
Answer: कल्याणी के चालुक्य शासक विक्रमादित्य षष्ठम ने अपने राज्यारोहण के अवसर पर 1076 ई. में 'चालुक्य-विक्रम संवत' नामक एक नए कैलेंडर की शुरुआत की थी।
102. माम्मलपुरम के मंडप मंदिरों एवं रथ मंदिरों (सप्त पगोड़ा) का निर्माण किसने कराया ?
  • A.महेन्द्रवर्मन I
  • B.नरसिंहवर्मन I'माम्मल'
  • C.नरसिंहवर्मन II 'राजसिंह
  • D.नंदिवर्मन अपराजित
Answer: पल्लव राजा नरसिंहवर्मन प्रथम, जिनकी उपाधि 'माम्मल' थी, ने महाबलिपुरम (माम्मलपुरम) में मंडपों और प्रसिद्ध रथ मंदिरों का निर्माण करवाया।
103. होयसल की राजधानी का नाम क्या है ?
  • A.वारंगल
  • B.देवगिरि
  • C.द्वारसमुद्र
  • D.कृष्णागिरि
Answer: होयसल राजवंश की राजधानी द्वारसमुद्र थी, जिसे आज हलेबिड के नाम से जाना जाता है। यह अपनी उत्कृष्ट मंदिर वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है।
104. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए :सूची-I (राज्य/राजवंश) A. काकतीयB. यादवC. होयसालD. शिलाहार सूची-II (राज्य क्षेत्र)1. वारांगल, आंध्रप्रदेश2. देवगिरी,महाराष्ट्र3. द्वारसमुद्र, कर्नाटक 4. कोंकण , महाराष्ट्र कूट :
  • A.A →1 , B → 2, C → 3, D → 4
  • B.A → 2, B → 1, C → 4, D → 3
  • C.A → 1, B → 2, C → 4, D → 3
  • D.A → 4, B → 3, C → 2, D → 1
Answer: यह मध्यकालीन दक्षिण भारत के प्रमुख राजवंशों और उनके शासन क्षेत्रों का सही मिलान है।
105. बादामी में दुर्ग का निर्माण करवाने और बादामी को राजधानी बनाने का श्रेय किस चालुक्य शासक को हैं
  • A.पुलकेशिन I
  • B.पुलकेशिन II
  • C.विक्रमादित्य ।
  • D.विक्रमादित्य II
Answer: पुलकेशिन प्रथम को वातापी (बादामी) के चालुक्य वंश का वास्तविक संस्थापक माना जाता है। उसने बादामी में एक किला बनवाया और उसे अपनी राजधानी बनाया।
106. चोल काल में नौसेना का सर्वाधिक विकास किसके समय में हुआ ?
  • A.परांतक I
  • B.राजराजा ।
  • C.राजेन्द्र ।
  • D.इनमें से कोई नहीं
Answer: हालांकि नौसेना की नींव राजराजा प्रथम ने रखी थी, लेकिन राजेंद्र प्रथम के समय में इसका सर्वाधिक विकास हुआ, जिससे वह बंगाल की खाड़ी को 'चोलों की झील' बनाने में सफल रहा।
107. किस चोल शासक ने चिदम्बरम का प्रसिद्ध नटराज मंदिर का निर्माण कराया था ?
  • A.परांतक I
  • B.राजराजा I
  • C.राजेन्द्र ।
  • D.इनमें से कोई नहीं
Answer: माना जाता है कि परांतक प्रथम ने चिदंबरम के प्रसिद्ध नटराज मंदिर की छत को सोने से मढ़वाया था, जिससे मंदिर की भव्यता बढ़ी।
108. एलोरा गुफाओं का निर्माण कराया था
  • A.पल्लवों ने
  • B.चोलों ने
  • C.राष्ट्रकूटों ने
  • D.पालों ने
Answer: एलोरा की अधिकांश गुफाओं और विशेष रूप से भव्य कैलाश मंदिर का निर्माण राष्ट्रकूट राजवंश के शासकों के संरक्षण में हुआ था।
109. निम्न राजवंशों में से किसने श्रीलंका एवं दक्षिण-पूर्व एशिया को जीता ?
  • A.पांड्य
  • B.चालुक्य
  • C.चोल
  • D.राष्ट्रकूट
Answer: चोल शासकों, विशेष रूप से राजराजा प्रथम और राजेंद्र प्रथम, ने अपनी शक्तिशाली नौसेना का उपयोग करके श्रीलंका और दक्षिण-पूर्व एशिया के श्रीविजय साम्राज्य के कई हिस्सों पर विजय प्राप्त की।
110. चीन में व्यापारिक दूत भेजने वाले चोल सम्राट् थे
  • A.राजराज ।
  • B.राजेन्द्र ।
  • C.कुलोत्तुंग चोल I
  • D.उपर्युक्त सभी
Answer: इन सभी चोल सम्राटों ने चीन के साथ व्यापारिक और राजनयिक संबंधों को बनाए रखने और बढ़ावा देने के लिए अपने दूत भेजे थे।
111. निम्नलिखित में किसने तंजौर में वृहदेश्वर मंदिर का निर्माण कराया था ?
  • A.आदित्य I ने
  • B.राजराजा I ने
  • C.राजेन्द्र I ने
  • D.कारिकाल I ने
Answer: तंजौर का विशाल वृहदेश्वर मंदिर (जिसे राजराजेश्वर मंदिर भी कहा जाता है) महान चोल सम्राट राजराजा प्रथम द्वारा बनवाया गया था।
112. श्रीलंका पर विजय प्राप्त करनेवाला चोल वंश का सबसे प्रतापी राजा था
  • A.राजराजा ।
  • B.राजेन्द्र I
  • C.राजेन्द्र II
  • D.विक्रम चोल
Answer: यद्यपि राजेन्द्र प्रथम ने श्रीलंका की विजय को पूर्ण किया, लेकिन इस अभियान की शुरुआत करने और उत्तरी श्रीलंका को जीतने वाला सबसे प्रतापी राजा राजराजा प्रथम था।
113. प्रसिद्ध चोल शासक राजराजा का मूल नाम था
  • A.अरिमोलिवर्मन
  • B.विजयवर्मन
  • C.रघुवर्मन
  • D.इनमें से कोई नहीं
Answer: राजराजा प्रथम का वास्तविक या मूल नाम अरुमोलि वर्मन था। 'राजराजा' उनकी शाही उपाधि थी।
114. चोल युग प्रसिद्ध था निम्न के लिए
  • A.धार्मिक विश्वास
  • B.ग्रामीण सभाएँ
  • C.राष्ट्रकूटों से युद्ध
  • D.लंका से व्यापार
Answer: चोल काल अपनी मजबूत और स्वायत्त ग्रामीण सभाओं (स्थानीय स्वशासन) के लिए भारतीय इतिहास में विशेष रूप से प्रसिद्ध है।
115. 12वीं सदी के राष्ट्रकूट वंश के पाँच शिलालेख किस राज्य में मिले हैं?
  • A.तमिलनाडु
  • B.कर्नाटक
  • C.केरल
  • D.महाराष्ट्र
Answer: 12वीं सदी के ये शिलालेख, जो राष्ट्रकूट वंश के पतन के बाद भी उनके प्रभाव को दर्शाते हैं, कर्नाटक राज्य से प्राप्त हुए हैं।
116. चोल काल में 'कडिमै' का अर्थ था
  • A.भू-राजस्व / लगान
  • B.गृह कर
  • C.चारागाह कर
  • D.जलाशय कर
Answer: चोल प्रशासन में 'कडिमै' एक प्रकार का भू-राजस्व या लगान था जो राज्य द्वारा किसानों से वसूला जाता था।
117. निम्नलिखित में से किस शासक के पास एक शक्तिशाली नौसेना थी ?
  • A.चोल
  • B.पांड्य
  • C.चेर
  • D.पल्लव
Answer: चोलों ने, विशेषकर राजराजा प्रथम और राजेंद्र प्रथम ने, एक अत्यंत शक्तिशाली नौसेना विकसित की, जिसने उन्हें समुद्र पार के क्षेत्रों पर भी विजय दिलाई।
118. ऐहोल प्रशस्ति का रचयिता रविकीर्ति किस चालुक्य शासक का दरबारी कवि था?
  • A.पुलकेशिन I
  • B.पुलकेशिन II
  • C.विक्रमादित्य ।
  • D.विक्रमादित्य II
Answer: रविकीर्ति, जिसने प्रसिद्ध ऐहोल प्रशस्ति की रचना की, चालुक्य सम्राट पुलकेशिन द्वितीय का राजकवि था।
119. चोल काल में सोने के सिक्के कहलाते थे
  • A.कलंजु
  • B.काशु
  • C.रूपक
  • D.दीनार
Answer: चोल काल में मानक सोने के सिक्के को 'कलंजु' कहा जाता था। 'काशु' भी एक प्रकार का सिक्का था।
120. चोल काल में सोने के सिक्के कहलाते थे
  • A.कलंजु
  • B.काशु
  • C.रूपक
  • D.दीनार
Answer: चोल काल में मानक सोने के सिक्के को 'कलंजु' कहा जाता था। 'काशु' भी एक प्रकार का सिक्का था।