91. ट्यूब लाइट में व्यय उर्जा का लगभग कितना भाग प्रकाश में परिवर्तित होता है
- B. 40-50%'
- A. 30-40%'
- C. 50-60%'
- D. 60-70%'
व्याख्या: ट्यूबलाइट या फ्लोरोसेंट लैंप काफी कुशल होते हैं और वे खपत की गई विद्युत ऊर्जा का लगभग 60-70% हिस्सा प्रकाश ऊर्जा में परिवर्तित कर देते हैं, जबकि बाकी ऊष्मा के रूप में व्यर्थ हो जाता है।
92. CFL और LED लैंप में क्या अंतर है
- D. 1 OR 3 विकल्प
- C. LED लैंप की तुलना में CFL कम उर्जा सक्षम है
- A. प्रकाश उत्पन्न करने के लिए CFL पारो वाष्प और संदीपक का प्रयोग करता है जबकि LED लैंप अर्ध्द्चालक प्रदाथों का प्रयोग करता है
- B. CFL की औसत जीवन अवधि LED लैंप से बहुत अधिकहोती है
व्याख्या: कथन 1 और 3 दोनों सही हैं। CFL (कॉम्पैक्ट फ्लोरोसेंट लैंप) में पारे की वाष्प का उपयोग होता है, जबकि LED (लाइट एमिटिंग डायोड) अर्धचालक का उपयोग करते हैं। साथ ही, LED लैंप CFL की तुलना में अधिक ऊर्जा कुशल होते हैं।
93. एक चालक का प्रतिरोध 440 ओम है यदि इसे 110 वोल्ट के स्त्रोत से जोड़ा जाए तो इससे कितनी धारा प्रवाहित होगी?
- A. 0.5A
- D. 1.25A
- B. 0.25A
- C. 4A
व्याख्या: ओम के नियम (V = IR) के अनुसार, धारा (I) = वोल्टेज (V) / प्रतिरोध (R)। इसलिए, I = 110 वोल्ट / 440 ओम = 1/4 एम्पीयर = 0.25 एम्पीयर।
94. बिजली के बल्ब से हवा पूरी तरह से क्यों निकाल दी जाती है
- D. उपरोक्त में से कोई नही
- C. अवशोषण के कारण प्रकाश की हानि को रोकने के लिए
- A. टंगस्टन तन्तु के उपचयन को रोकने के लिए
- B. बल्ब के फूट जाने से रोकने के लिए
व्याख्या: यदि बल्ब में हवा (विशेष रूप से ऑक्सीजन) मौजूद होगी, तो गर्म टंगस्टन फिलामेंट ऑक्सीजन के साथ प्रतिक्रिया (उपचयन या ऑक्सीकरण) करके जल जाएगा और टूट जाएगा। हवा निकालकर या अक्रिय गैस भरकर फिलामेंट की उम्र बढ़ाई जाती है।
95. तीन-पिन बिजली के प्लग में सबसे लंम्बी पिन को जोड़ना चाहिए-
- A. आधार सिरे से
- C. उदासीन सिरे से
- D. किसी भी सिरे से
- B. सजीव सिरे से
व्याख्या: तीन-पिन प्लग में सबसे लंबी और मोटी पिन अर्थ (Earth) या आधार पिन होती है। यह सुरक्षा के लिए होती है और इसे हमेशा आधार (ग्राउंड) तार से जोड़ा जाना चाहिए। यह सुनिश्चित करती है कि उपकरण पहले अर्थ से जुड़े।
96. निम्नलिखित में कौन अर्ध्द्चालक नही है
- C. सेलेनियम
- B. सिलिकॉन
- D. आर्सेनिक
- A. जर्मेनियम
व्याख्या: जर्मेनियम, सिलिकॉन और सेलेनियम सभी अर्धचालक पदार्थ हैं। आर्सेनिक एक उपधातु (metalloid) है और इसे आमतौर पर अर्धचालकों में अशुद्धि (dopant) के रूप में मिलाया जाता है, लेकिन यह स्वयं एक मौलिक अर्धचालक नहीं है।
97. फ्लुरोसेंट लैम्प में चोक (Choke) का प्रयोजन क्या है ?
- B. करंट के प्रवाह को बढ़ाना
- A. करंट के प्रवाह को कम करना
- D. वोल्टेज को क्षणिक कम करना
- C. प्रतिरोधिता को कम करना
व्याख्या: चोक का मुख्य कार्य प्रारंभ में गैस को आयनित करने के लिए एक उच्च वोल्टेज प्रदान करना और फिर एक बार लैंप चालू हो जाने पर करंट को एक सुरक्षित स्तर तक सीमित करना है। यह प्रभावी रूप से परिपथ की प्रतिरोधिता को नियंत्रित करता है।
98. ताप के बढ़ाने पर चालक पदार्थों का विद्युत प्रतिरोध एवं वैद्युत चालकता पर क्या प्रभाव पड़ता है
- B. वैद्युत प्रतिरोध घटता है जबकि वैद्युत चालकता बढती है
- C. वैद्युत प्रतिरोध एवं वैद्युत चालकता दोनों घटता है
- D. वैद्युत प्रतिरोध एवं वैद्युत चालकता दोनों बढ़ता है
- A. वैद्युत प्रतिरोध बढ़ता है जबकि वैद्युत चालकता घटती है
व्याख्या: चालक पदार्थों में, तापमान बढ़ने से परमाणुओं का कंपन बढ़ जाता है, जिससे इलेक्ट्रॉनों के प्रवाह में अधिक बाधा उत्पन्न होती है। इससे प्रतिरोध बढ़ता है और चालकता (जो प्रतिरोध का व्युत्क्रम है) घटती है।
99. एक वोल्ट के बराबर होता है ?
- B. 1 जूल/कुलौम
- D. 1 जूल/न्यूटन
- C. 1 न्यूटन/कुलौम
- A. 1 जूल
व्याख्या: विभवांतर (वोल्टेज) की परिभाषा के अनुसार, यह प्रति इकाई आवेश पर किया गया कार्य है (V = W/Q)। इसलिए, 1 वोल्ट = 1 जूल / 1 कूलॉम।
100. चालक का विद्युत प्रतिरोध किससे स्वतंत्र होता है
- C. दैर्घ्य
- D. अनुप्रस्थ परिच्छेदी क्षेत्र
- B. दाब
- A. तापमान
व्याख्या: किसी चालक का प्रतिरोध उसके पदार्थ (प्रतिरोधकता), लंबाई और अनुप्रस्थ काट के क्षेत्रफल पर निर्भर करता है। तापमान बदलने पर भी प्रतिरोध बदलता है। सामान्य परिस्थितियों में, दाब का प्रतिरोध पर प्रभाव नगण्य होता है, इसलिए यह दाब से स्वतंत्र माना जाता है।