101. एक जेनरेटर किस आधार पर कार्य करता है -(निम्न में से सबसे उपयुक्त विकल्प चुनें)
- D. विद्युत धारा के ताप प्रभाव
- C. विद्युत चुम्बकीय प्रेरण (इन्डक्शन)
- A. धारा का विद्युत प्रभाव
- B. विद्युत धारा का चुम्बकीय प्रभाव
व्याख्या: जेनरेटर विद्युत चुम्बकीय प्रेरण के सिद्धांत पर काम करता है। जब एक चुंबकीय क्षेत्र में एक तार की कुंडली को घुमाया जाता है, तो कुंडली में विद्युत धारा प्रेरित होती है, जिससे यांत्रिक ऊर्जा विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित हो जाती है।
102. निम्न में से किस घरेलु उपकरण में विधुत धारा का उपयोग नहीं होता है -
- A. सौर कुकर
- B. माइक्रोवेव ओवन
- C. एयर कंडीशनर
- D. रेफ्रीजनेटर
व्याख्या: सौर कुकर सीधे सूर्य की ऊष्मा ऊर्जा का उपयोग करके भोजन पकाता है। इसमें किसी भी प्रकार की विद्युत धारा की आवश्यकता नहीं होती है, जबकि अन्य सभी विकल्प बिजली से चलते हैं।
103. किलोवॉट घंटा (KWh) मात्रक है–
- B. शक्ति का
- D. विद्युत् धारा का
- A. ऊर्जा का
- C. विद्युत् आवेश का
व्याख्या: किलोवाट-घंटा (kWh) ऊर्जा की एक इकाई है, शक्ति की नहीं। यह 1 किलोवाट शक्ति के एक घंटे तक उपयोग होने पर खपत हुई ऊर्जा की मात्रा है। हमारे बिजली के बिल इसी इकाई में आते हैं।
104. तीन तांबे के तारों की लम्बाई व अनुप्रस्थ काट क्षेत्रफल क्रमशः (L, A), (2L, A/2), (L/2, 2A) हैं। किस काटक्षेत्र के तार का प्रतिरोध न्यूनतम होगा -
- D. तीनों तारों का प्रतिरोध समान होगा
- A. A/2
- B. A
- C. 2A
व्याख्या: प्रतिरोध (R) लंबाई (L) के समानुपाती और अनुप्रस्थ काट क्षेत्रफल (A) के व्युत्क्रमानुपाती होता है (R ∝ L/A)। न्यूनतम प्रतिरोध के लिए, L सबसे कम और A सबसे अधिक होना चाहिए। (L/2, 2A) वाले तार का प्रतिरोध ρ(L/2)/2A = ρL/4A होगा, जो तीनों में सबसे कम है। इसका काटक्षेत्र 2A है।
105. प्रत्यावर्ती धारा को दिष्ट धारा में बदलने हेतु उपयोग में लिया जाता है -
- C. मोटर
- B. ट्रांसफाॅर्मर
- D. रेक्टीफायर
- A. डायनेमो
व्याख्या: रेक्टिफायर एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जो प्रत्यावर्ती धारा (AC) को दिष्ट धारा (DC) में परिवर्तित करता है।
106. विद्युत धारा को मापने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला उपकरण है -
- B. ऐमीटर
- D. वोल्टमीटर
- A. पोटेंशियोमीटर
- C. गैल्वेनोमीटर
व्याख्या: एमीटर का उपयोग किसी परिपथ में विद्युत धारा को मापने के लिए किया जाता है। इसे हमेशा परिपथ में श्रेणीक्रम में जोड़ा जाता है।
107. विभिन्न मान के कई प्रतिरोधों को समान्तर क्रम में जोड़कर उन्हें बैटरी से जोड़ने पर विभिन्न प्रतिरोधों में प्रवाहित होने वाली धारा एवं उनके सिरों के मध्य विभवान्तर,
- D. धारा का मान भिन्न-भिन्न होगा लेकिन सभी प्रतिरोधों के लिये विभवान्तर एकसमान होगा।
- B. सभी प्रतिरोधों के लिये समान होंगे।
- A. विभिन्न प्रतिरोधों के लिये भिन्न-भिन्न होंगे।
- C. धारा का मान समान होगा लेकिन विभिन्न प्रतिरोधों के सिरों के मध्य विभवान्तर भिन्न-भिन्न होगा।
व्याख्या: समानांतर क्रम में, सभी प्रतिरोधों के सिरों के बीच विभवांतर (वोल्टेज) समान रहता है। हालांकि, ओम के नियम (I = V/R) के अनुसार, प्रत्येक प्रतिरोधक में से प्रवाहित होने वाली धारा का मान उसके प्रतिरोध के आधार पर भिन्न-भिन्न होता है।
108. निम्न कथन में कौनसा सही कथन है -
- A. ताप बढ़ाने पर ताँबे का प्रतिरोध घटता है।
- D. बन्द परिपथ में सेल की टर्मिनल वोल्टता वि. वा. बल से अधिक होती है।
- B. ताप बढ़ाने पर कार्बन का प्रतिरोध घटता है।
- C. परिपथ में श्रेणीक्रम में प्रतिरोध बढ़ाने से धारा अधिक मिलती है।
व्याख्या: कार्बन एक अर्धचालक है। अर्धचालकों का प्रतिरोध तापमान बढ़ाने पर घटता है, जबकि चालकों (जैसे तांबा) का प्रतिरोध बढ़ता है।
109. जब n प्रतिरोध, प्रत्येक का मान r है को समान्तर क्रम में जोड़ा जात है, तब परिणामी प्रतिरोध का मान x है। जब यही n प्रतिरोधों को श्रेणी क्रम में जोड़ा जाये तो कुल प्रतिरोध होगा -
व्याख्या: समानांतर क्रम में, x = r/n। श्रेणी क्रम में, कुल प्रतिरोध R = nr होता है। x के मान से r = nx को R = nr में रखने पर, R = n(nx) = n²x प्राप्त होता है।
110. चुम्बकीय क्षेत्र का SI मात्रक है -
- B. टेसला
- C. फैराडे
- D. इनमे से कोई नहीं
- A. बेबर
व्याख्या: चुंबकीय क्षेत्र की प्रबलता (चुंबकीय फ्लक्स घनत्व) का SI मात्रक टेस्ला (T) है। वेबर (Wb) चुंबकीय फ्लक्स का मात्रक है।