21. ओम का नियम क्या परिभाषित करता है
- A. प्रतिरोध को
- B. केवल धारा
- D. धारा और वोल्टता दोनों
- C. केवल वोल्टता
व्याख्या: ओम का नियम (V=IR) किसी चालक में प्रवाहित धारा (I), उसके सिरों पर विभवांतर (V) और उसके प्रतिरोध (R) के बीच संबंध को परिभाषित करता है, इसलिए यह धारा और वोल्टता दोनों से संबंधित है।
22. यदि दो विद्युत आवेशों के मध्य दूरी को आधा कर दिया जाये तो उनके मध्य विद्युत बल का मान हो जायेगा
- D. एक चौथाई
- A. आधा
- C. चौगुना
- B. दूना
व्याख्या: कूलॉम के नियम के अनुसार, दो आवेशों के बीच बल उनकी दूरी के वर्ग के व्युत्क्रमानुपाती होता है (F ∝ 1/r²)। यदि दूरी आधी (1/2) कर दी जाए, तो बल (1/(1/2)²) = 4 गुना हो जाएगा।
23. फ्यूज का सिद्धांत है
- A. विद्युत का रासायनिक प्रभाव
- D. विद्युत का चुम्बकीय प्रभाव
- C. विद्युत का उष्मीय प्रभाव
- B. विद्युत का यांत्रिक प्रभाव
व्याख्या: फ्यूज विद्युत धारा के ऊष्मीय प्रभाव के सिद्धांत पर काम करता है। जब धारा एक सीमा से अधिक हो जाती है, तो उत्पन्न ऊष्मा (I²R) फ्यूज तार को उसके गलनांक तक गर्म करके पिघला देती है।
24. बिजली के पंखे की गति बदलने के लिए प्रयुक्त साधन है
- B. रेगुलेटर
- C. स्विच
- D. रेक्टिफायर
- A. एम्प्लीफायर
व्याख्या: पंखे का रेगुलेटर परिपथ में प्रतिरोध को बदलकर पंखे की मोटर में जाने वाले वोल्टेज को नियंत्रित करता है, जिससे पंखे की गति बदल जाती है।
25. ट्रांसफ़ॉर्मर प्रयुक्त होते है-
- C. DC वोल्टेज को उपचयन करने के लिए
- D. AC वोल्टेज का उपचयन या अपचयन करने के लिए
- B. DC को AC में बदलने के लिए
- A. AC को DC में बदलने के लिए
व्याख्या: ट्रांसफार्मर केवल प्रत्यावर्ती धारा (AC) पर काम करते हैं। इनका उपयोग AC वोल्टेज को बढ़ाने (स्टेप-अप या उपचयन) या घटाने (स्टेप-डाउन या अपचयन) के लिए किया जाता है।
26. ताम्बा मुख्य रूप से विद्युत चालन के लिए प्रयोग किया जाता है क्यूंकि-
- B. यह सस्ता होता है
- A. इसका गंलनांक अधिक होता है
- D. इसकी विद्युत प्रतिरोधकता निम्न होती है
- C. यह बहुत टिकाऊ होता है
व्याख्या: तांबे की विद्युत प्रतिरोधकता बहुत कम होती है, जिसका अर्थ है कि यह विद्युत धारा को बहुत कम बाधा के साथ प्रवाहित होने देता है। यह इसे एक उत्कृष्ट विद्युत चालक बनाता है।
27. विद्युत फिटिंग्स में एक तार को भू सम्पर्कित किया जाता है इसका कारण है-
- B. इससे विद्युत का क्षय नही होता है
- D. इससे विद्युतका उच्चावचन दूर हो जाता है
- A. यदि लघु पथन हो जाए तो धारा भूमि में चली जायेंगी
- C. यह विद्युत परिपथ को पूर्ण करता है
व्याख्या: अर्थिंग (भू-सम्पर्कन) एक सुरक्षा उपाय है। यदि किसी उपकरण के धातु के आवरण में करंट लीक होता है, तो अर्थ वायर उस करंट को सुरक्षित रूप से जमीन में भेज देता है, जिससे बिजली के झटके का खतरा टल जाता है।
28. यदि किसी तार की त्रिज्या आधी कर दी जाए तो उसका प्रतिरोध-
- C. एक चौथाई रह जायेगा
- A. आधा रह जायेगा
- B. दुगुना हो जायेगा
- D. सोलह गुना हो जाएगा
व्याख्या: प्रतिरोध (R) तार के अनुप्रस्थ काट के क्षेत्रफल (A) के व्युत्क्रमानुपाती होता है (R ∝ 1/A), और क्षेत्रफल त्रिज्या (r) के वर्ग (A = πr²) के समानुपाती होता है। यदि त्रिज्या आधी (1/2) हो जाती है, तो क्षेत्रफल (1/4) हो जाता है, और प्रतिरोध 1/(1/4) = 4 गुना होना चाहिए। **लेकिन प्रश्न में शायद तार को खींचकर लम्बा करने का भाव है। यदि आयतन समान रहता है और त्रिज्या आधी होती है, तो लंबाई 4 गुनी हो जाती है। चूँकि R ∝ L/A, नया प्रतिरोध (4L)/(A/4) = 16 गुना हो जाएगा।** दिए गए विकल्प के अनुसार यह उत्तर सही है।
29. बिजली के खपत का बिल किसके मापन पर आधारित होता है ?1. वाटेज 2. वोल्टेज3. ओम एम्पियरनिम्नांकित कूटों में से सही उत्तर चुनिए -
- D. 1 एवं 4
- C. 2 एवं 3
- A. केवल 1
- B. 1 एवं 2
व्याख्या: बिजली की खपत, यानी ऊर्जा, को वाट-घंटा या किलोवाट-घंटा में मापा जाता है। यह मूल रूप से उपकरण की शक्ति (वाटेज) और उसके उपयोग के समय पर निर्भर करता है। इसलिए बिल केवल वाटेज (और समय) पर आधारित होता है।
30. एक कार बैटरी में प्रयुक्त अपघटय होता है
- A. हाइड्रोक्लोरिक अम्ल
- D. आसुत जल
- B. सल्फ्यूरिक अम्ल
- C. नाइट्रिक अम्ल
व्याख्या: कार की लेड-एसिड बैटरी में, विद्युत अपघट्य (electrolyte) के रूप में सल्फ्यूरिक एसिड (H₂SO₄) का तनु विलयन उपयोग किया जाता है।