176. भारत में घरों में आपूर्ति की जाने वाली प्रत्यावर्ती धारा की आवृत्ति है : (निम्न में से सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनें)
- D. 40 Hz
- C. 50 Hz
- A. 100 Hz
- B. 60 Hz
Answer: भारत में घरेलू उपयोग के लिए मानक प्रत्यावर्ती धारा (AC) की आवृत्ति 50 हर्ट्ज (Hz) है, जिसका अर्थ है कि धारा प्रति सेकंड 50 बार अपनी दिशा बदलती है।
177. इलेक्ट्रिक आवेश के प्रवाह की दर का मात्रक है -
- D. ओम
- B. म्हो
- C. एम्पीयर
- A. वोल्ट
Answer: विद्युत आवेश के प्रवाह की दर को विद्युत धारा कहते हैं, और इसका मात्रक एम्पीयर (A) है।
178. एक प्रत्यावर्ती धारा जनित्र और दिष्ट धारा जनित्र में महत्वपूर्ण अन्तर है -
- A. प्रत्यावर्ती धारा जनित्र में एक विद्युत चुम्बक होता है जबकि दिष्ट धारा जनित्र में एक स्थायी चुम्बक होता है।
- B. दिष्ट धारा जनित्र उच्चतर वोल्टता उत्पन्न करता है।
- C. प्रत्यावर्ती धारा जनित्र उच्चतर वोल्टता उत्पन्न करता है।
- D. प्रत्यावर्ती धारा जनित्र में सर्पी वलय होते हैं जबकि दिष्ट धारा जनित्र में एक दिक्परिवर्तक होता है।
Answer: AC और DC जनरेटर के बीच मुख्य संरचनात्मक अंतर आउटपुट प्राप्त करने की व्यवस्था है। AC जनरेटर में स्लिप रिंग (सर्पी वलय) होते हैं, जबकि DC जनरेटर में स्प्लिट-रिंग कम्यूटेटर (दिक्परिवर्तक) होता है जो धारा की दिशा को एकदिशीय बनाता है।
179. एक घरेलू परिपथ में सभी युक्तियों को जोड़ा जाता है -
- A. समांतर क्रम में
- D. यदि परिपथ में धारा का मान अधिक है तो उन्हें श्रेणी क्रम में जोड़ा जाता है और यदि कम है तो समांतर क्रम में जोड़ा जाता है।
- B. श्रेणी क्रम में
- C. यदि परिपथ में धारा का मान अधिक है तो उन्हें समांतर क्रम में जोड़ा जाता है और यदि कम है तो श्रेणी क्रम में जोड़ा जाता है
Answer: घरेलू परिपथ में सभी उपकरणों को समांतर क्रम में जोड़ा जाता है ताकि सभी को समान वोल्टेज मिले और वे स्वतंत्र रूप से काम कर सकें।
180. सेकेण्डरी सैल वह होते हैं -
- A. जिनका पुनः भरतण नहीं हो सकता
- D. जिनका वि. वा. ब. 10 वोल्ट से ज्यादा होता है
- C. जो सिर्फ एक ही बार उपयोग में लाये जा सकते हैं
- B. जिनका पुनःभरण हो सकता है
Answer: द्वितीयक (सेकेंडरी) सेल रिचार्जेबल होते हैं, अर्थात उन्हें डिस्चार्ज होने के बाद फिर से चार्ज करके उपयोग किया जा सकता है, जैसे मोबाइल फोन की बैटरी।
181. वैद्युत अपघटन में प्रयुक्त विद्युत धारा होती है-
- C. दिष्ट तथा प्रत्यावर्ती दोनों
- D. ताप-विद्युत
- A. दिष्ट धारा
- B. प्रत्यावर्ती धारा
Answer: विद्युत अपघटन (Electrolysis) के लिए एक स्थिर दिशा में आयनों के प्रवाह की आवश्यकता होती है, इसलिए इसमें केवल दिष्ट धारा (DC) का उपयोग किया जाता है।
182. विभवान्तर का दूसरा नाम है -
- B. ऐम्पियरता
- C. वाटेज
- D. वोल्टेज
- A. स्थितिज ऊर्जा
Answer: विभवांतर (Potential Difference) को सामान्य भाषा में वोल्टेज कहा जाता है।
183. विद्युत प्रतिरोध की इकाई होती है -
- C. कूलॉम्ब
- D. ओम
- B. वोल्ट
- A. एम्पीयर
Answer: विद्युत प्रतिरोध की SI इकाई ओम (Ω) है।
184. प्रत्यावर्ती धारा को दिष्ट धारा में परिवर्तित किया जाता है -
- A. मोटर द्वारा
- C. डायनेमों द्वारा
- B. रेक्टिफायर द्वारा
- D. ट्रान्सफाॅर्मर द्वारा
Answer: रेक्टिफायर एक इलेक्ट्रॉनिक सर्किट है जो प्रत्यावर्ती धारा (AC) को दिष्ट धारा (DC) में परिवर्तित करता है।
185. तापदीप्त बल्बों के फिलामेंट में टंगस्टन का उपयोग करने का प्राथमिक कारण है -
- B. यह बिजली का सुचालक है।
- C. यह सस्ता और आसानी से उपलब्ध है।
- A. इसका गलनांक उच्च है।
- D. उपर्युक्त में से कोई नहीं
Answer: टंगस्टन का गलनांक (लगभग 3422°C) बहुत अधिक होता है, जिसके कारण यह बिना पिघले अत्यधिक गर्म होकर प्रकाश उत्पन्न कर सकता है।
186. यदि ‘n’ संख्या के प्रतिरोधों को, जिनमें प्रत्येक का मान ‘r’ है, को समानांतर क्रम में जोड़ा जाए तो उनका समतुल्य प्रतिरोध होगा :
- B. nr
- D. n/r
- A. 1/nr
- C. r/n
Answer: जब 'n' समान प्रतिरोध 'r' को समानांतर में जोड़ा जाता है, तो समतुल्य प्रतिरोध का सूत्र Req = r/n होता है।
187. यदि किसी चालक की लम्बाई व त्रिज्या को दुगना कर दिया जाए तो उसका प्रतिरोध हो जाएगा :
- B. दुगना
- A. एक-चौथाई
- D. आधा
- C. शून्य
Answer: प्रतिरोध R = ρL/A = ρL/(πr²)। नई लंबाई L' = 2L और नई त्रिज्या r' = 2r है। तो नया प्रतिरोध R' = ρ(2L)/(π(2r)²) = ρ(2L)/(4πr²) = (1/2) * (ρL/πr²) = R/2। प्रतिरोध आधा हो जाएगा।
188. दिए गए पदार्थ के एक तार की लम्बाई L तथा अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल A है। इसका प्रतिरोध 42 है। यदि इसकी लम्बाई तथा क्षेत्रफल दोनों क्रमशः 2L तथा 2A हो जाएँ तो इसकी वर्तमान प्रतिरोधकता पर क्या प्रभाव पड़ेगा -
- D. यह अपने वर्तमान की 1/4 हो जाएगी
- C. यह 2 गुना हो जाएगी
- A. यह समान रहेगी (कोई परिवर्तन नहीं होगा)
- B. यह 4 गुना हो जाएगी
Answer: प्रतिरोधकता (Resistivity) पदार्थ का एक आंतरिक गुण है। यह तार की लंबाई या क्षेत्रफल पर निर्भर नहीं करती है। इसलिए, यह समान रहेगी।
189. 5 वोल्ट विभवान्तर के दो बिन्दुओं के बीच 2 कूलाम आवेश को ले जाने में कितना कार्य किया जाता है -
- B. 2.5 जूल
- C. 10 जूल
- D. 20 जूल
- A. 0.4 जूल
Answer: कार्य (W) = आवेश (Q) × विभवांतर (V)। W = 2 C × 5 V = 10 जूल।
190. आपस में जुड़ी दो आवेशित वस्तुओं के बीच विद्युत् धारा नहीं बहती यदि वे होती हैं–
- A. समान आवेश पर
- C. समान विभव पर
- D. समान प्रतिरोध पर
- B. समान धारिता पर
Answer: विद्युत धारा का प्रवाह हमेशा उच्च विभव से निम्न विभव की ओर होता है। यदि दोनों वस्तुओं का विभव समान है, तो विभवांतर शून्य होगा और कोई धारा प्रवाहित नहीं होगी।
191. विद्युत प्रेस या इलेक्ट्रिकल आयरन में नाइक्रोन का तार किसकी प्लेट के ऊपर लिपटा रहता है -
- D. चाँदी
- B. अभ्रक
- C. शीशा
- A. मिट्टी
Answer: अभ्रक (Mica) ऊष्मा का सुचालक लेकिन विद्युत का कुचालक होता है। इसलिए, नाइक्रोम के हीटिंग तार को अभ्रक की प्लेट पर लपेटा जाता है ताकि गर्मी नीचे की प्लेट में जा सके लेकिन करंट न लगे।
192. एक सर्किट में तीन प्रतिरोध 3Ω, 4Ω एवं 5Ω श्रृंखला में जुड़े हुए है जिसमें एक 6v की बैटरी भी जुड़ी है। ऐसी स्थिति में निम्नलिखित में से कौन से विकल्प सही है -a. सभी प्रतिरोधों में विभवान्तर समान है।b. प्रत्येक प्रतिरोध में विद्युतधारा समान है।c. सभी प्रतिरोध का समतुल्य प्रतिरोध 12Ω है।d. सर्किट में विद्युत धारा प्रवाह 0.5 A है।नीचे दिए गए विकल्पों में से सबसे उपयुक्त उत्तर चुनें :
- D. केवल (b), (c) और (d)
- C. केवल (c) और (d)
- B. केवल (a) और (b)
- A. (a), (b), (c) और (d)
Answer: (a) गलत है क्योंकि श्रेणी क्रम में विभवांतर बँट जाता है। (b) सही है, श्रेणी क्रम में धारा समान रहती है। (c) सही है, कुल प्रतिरोध = 3+4+5=12Ω। (d) सही है, धारा I = V/R = 6V/12Ω = 0.5A। अतः b, c, d सही हैं।
193. एक विद्युत धारावाही वृत्ताकार पाश के केन्द्र पर उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र का मान आनुपातिक होता है –
- C. पाश के तार की मोटाई पर
- A. पाश में प्रवाहित धारा के
- D. पाश के तार की लम्बाई पर
- B. पाश की त्रिज्या के
Answer: एक वृत्ताकार पाश के केंद्र में चुंबकीय क्षेत्र (B) उसमें प्रवाहित धारा (I) के समानुपाती और त्रिज्या (r) के व्युत्क्रमानुपाती होता है (B ∝ I/r)। दिए गए विकल्पों में, यह धारा के आनुपातिक है।
194. लिथियम-आयन बैटरी के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:कथन I: लिथियम-आयन बैटरियों में अन्य प्रकार की रिचार्जेबल बैटरियों की तुलना में उच्च ऊर्जा घनत्व होता है।कथन II: लिथियम-आयन बैटरी में वैद्युत अपघट्यो का प्राथमिक घटक सल्फ्यूरिक अम्ल (तेजाब) है।उपरोक्त कथनों के संबंध में निम्नलिखित में से कौन सा सही है -
- A. कथन I और कथन II दोनों सही हैं और कथन II कथन I का सही स्पष्टीकरण है।
- B. कथन I और कथन II दोनों सही हैं, लेकिन कथन II कथन I का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
- C. कथन I सही है, लेकिन कथन II गलत है।
- D. कथन I ग़लत है, लेकिन कथन II सही है।
Answer: कथन I सही है, ली-आयन बैटरी का ऊर्जा घनत्व उच्च होता है। कथन II गलत है, क्योंकि इनमें सल्फ्यूरिक एसिड नहीं, बल्कि लिथियम नमक वाला कार्बनिक विलायक इलेक्ट्रोलाइट के रूप में उपयोग होता है।
195. एक कृत्रिम उपग्रह में विद्युत् ऊर्जा का स्त्रोत है–
- B. डायनेमो
- D. सौर बैटरी
- A. लघु नाभिकीय रिएक्टर
- C. थर्मोपाइल
Answer: कृत्रिम उपग्रह अपने संचालन के लिए आवश्यक विद्युत ऊर्जा प्राप्त करने के लिए सौर पैनलों (जिन्हें सौर बैटरी भी कहा जाता है) का उपयोग करते हैं।
196. विभवान्तर (V) धारा (I) के बीच संबंध है -
- A. V ∝ I
- B. V ∝ I²
- D. V² ∝ I
- C. V ∝1/I
Answer: ओम के नियम के अनुसार, किसी चालक के सिरों के बीच विभवांतर (V) उसमें प्रवाहित होने वाली धारा (I) के समानुपाती होता है, बशर्ते भौतिक स्थितियाँ स्थिर रहें।
197. अमीटर से क्या मापा जाता है -
- B. विभवान्तर
- D. वायु की चाल
- C. उच्च चाल
- A. विधुत धारा
Answer: एमीटर एक उपकरण है जिसका उपयोग विद्युत परिपथ में विद्युत धारा को एम्पीयर में मापने के लिए किया जाता है।
198. यदि 100 वाॅट का एक बल्ब प्रतिदिन 5 घंटे जलाया जाता है तो 30 दिन में 50 पैसे प्रति यूनिट की दर से कितना खर्च लगेगा-
- C. रु. 7.50
- D. रु. 8.50
- A. रु. 9.50
- B. रु. 6.50
Answer: कुल ऊर्जा = 100W × 5h × 30d = 15000 Wh = 15 kWh = 15 यूनिट। कुल खर्च = 15 यूनिट × 0.50 रु./यूनिट = 7.50 रुपये।
199. जल विधुत संयंत्र किस ऊर्जा को विधुत ऊर्जा में रूपांतरित करता है -
- A. तापीय ऊर्जा
- C. सौर ऊर्जा
- B. नाभिकीय ऊर्जा
- D. स्थितिज ऊर्जा
Answer: जलविद्युत संयंत्र में, बांध में संग्रहीत पानी की स्थितिज ऊर्जा को पहले गतिज ऊर्जा में और फिर टरबाइन और जनरेटर के माध्यम से विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित किया जाता है।
200. घरों में अर्थिंग का उद्देश्य है -
- C. उपकरणों को उच्च वोल्टता प्रदान करना
- D. उपकरणों को उच्च धारा प्रदान करना
- B. जमीन में धारा प्रवाह के लिये जितना संभव हो उतना अधिक प्रतिरोध प्रदान करना
- A. जमीन में धारा प्रवाह के लिये जितना संभव हो उतना कम प्रतिरोध प्रधान करना
Answer: अर्थिंग का मुख्य उद्देश्य एक सुरक्षात्मक उपाय है जो किसी भी लीकेज करंट को जमीन में प्रवाहित करने के लिए एक कम प्रतिरोध वाला मार्ग प्रदान करता है, जिससे बिजली के झटके को रोका जा सके।