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गुप्त साम्राज्य (भारत का स्वर्ण युग)

गुप्त साम्राज्य, जिसे भारत का स्वर्ण युग कहा जाता है, पर आधारित MCQs हल करें। समुद्रगुप्त, चंद्रगुप्त II और इस काल की उपलब्धियों को जानें।

 

Ancient History - गुप्त साम्राज्य (भारत का स्वर्ण युग)
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1. गुप्त काल को प्राचीन भारत का 'क्लासिकल युग' क्यों कहा जाता है?
  • A.व्यापार में अभूतपूर्व प्रगति के कारण
  • B.कला व साहित्य के क्षेत्र के अपने चरमोत्कर्ष पर पहुँचने के कारण
  • C.प्रचुर मात्रा में स्वर्ण सिक्के चलाये जाने के कारण
  • D.उपर्युक्त सभी के कारण
Answer: गुप्त काल को 'क्लासिकी युग' या 'स्वर्ण युग' इसलिए कहा जाता है क्योंकि इस दौरान कला, साहित्य, विज्ञान और वास्तुकला का अभूतपूर्व विकास हुआ। कालिदास, आर्यभट्ट जैसे विद्वान इसी युग में हुए और मंदिर निर्माण कला की शुरुआत भी इसी काल से मानी जाती है।
2. निम्न में से कौन सा गुप्त वंश के पतन का कारण नहीं था ?
  • A.स्कंदगुप्त के बाद केन्द्र की शक्तियों का दुर्बल होना
  • B.हूणों का आक्रमण
  • C.प्रांतीय शासकों का विद्रोह
  • D.सत्ता के नियंत्रण के लिए आंतरिक कलह
Answer: स्कंदगुप्त के बाद कमजोर शासक, हूणों के लगातार आक्रमण, और प्रांतीय शासकों का स्वतंत्र होना गुप्त साम्राज्य के पतन के मुख्य कारण थे। हालांकि, सत्ता के लिए बड़े पैमाने पर आंतरिक गृहयुद्ध या कलह पतन का एक प्रमुख कारण नहीं माना जाता है।
3. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए :सूची-I (रचनाकार)A. आर्यभट्टB. धन्वंतरिC. ब्रह्मगुप्तD. वराहमिहिरसूची-II (रचना)1. आर्यभट्टिय2. नवनीतकम3. ब्रह्मसिद्धांत4. पंचसिद्धांतक
  • A.A → 1, B → 2, C → 3, D → 4
  • B.A → 2, B → 1, C → 3, D → 4
  • C.A → 1, B → 2, C → 4, D → 3
  • D.A → 4, B → 3, C → 2, D → 1
Answer: यह गुप्त काल के प्रसिद्ध विद्वानों और उनकी रचनाओं का सही मिलान है: आर्यभट्ट ने 'आर्यभट्टीय', धन्वंतरि ने 'नवनीतकम', ब्रह्मगुप्त ने 'ब्रह्मसिद्धांत', और वराहमिहिर ने 'पंचसिद्धांतक' की रचना की।
4. गुप्त राजा जिसने 'विक्रमादित्य' की पदवी ग्रहण की थी
  • A.स्कंदगुप्त
  • B.समुद्रगुप्त
  • C.चन्द्रगुप्त द्वितीय
  • D.कुमारगुप्त
Answer: चंद्रगुप्त द्वितीय ने पश्चिमी भारत के शक शासकों पर विजय प्राप्त करने के बाद 'विक्रमादित्य' की उपाधि धारण की थी। यह उपाधि उनकी वीरता और न्यायप्रियता का प्रतीक थी।
5. पुण्ड्रवर्धन भुक्ति (प्रांत) अवस्थित थी
  • A.उत्तर बंगाल में
  • B.बिहार में
  • C.उड़ीसा में
  • D.असम में
Answer: गुप्त साम्राज्य में प्रांतों को 'भुक्ति' कहा जाता था। पुण्ड्रवर्धन भुक्ति एक महत्वपूर्ण प्रांत था जो वर्तमान उत्तरी बंगाल के क्षेत्र में स्थित था।
6. गुप्त राजवंश किस लिए प्रसिद्ध था?
  • A.कला एवं स्थापत्य
  • B.साम्राज्यवाद
  • C.राजस्व एवं भूमि कर
  • D.साहित्यिक कार्यों का संरक्षण
Answer: गुप्त राजवंश की सबसे बड़ी प्रसिद्धि का कारण कला और स्थापत्य के क्षेत्र में उनका योगदान है। मंदिर निर्माण की नागर शैली की शुरुआत, सारनाथ की बुद्ध प्रतिमा जैसी उत्कृष्ट मूर्तियां और अजंता के चित्र इसी काल की देन हैं।
7. गुप्तकालीन सिक्कों का सबसे बड़ा ढेर कहाँ से प्राप्त हुआ है?
  • A.बयाना (भरतपुर)
  • B.देवगढ़ (झांसी)
  • C.भूमरा (मध्य प्रदेश)
  • D.तिगवा (मध्य प्रदेश)
Answer: गुप्त काल के सोने के सिक्कों का सबसे बड़ा खजाना राजस्थान के भरतपुर जिले के बयाना नामक स्थान से मिला है, जो उस काल की समृद्धि को दर्शाता है।
8. गुप्त स्थापत्य कला का सर्वोत्कृष्ट मंदिर निम्न में से कौन है?
  • A.भीतरगांव का मंदिर
  • B.देवगढ़ का दशावतार मंदिर
  • C.भूमरा का शिव मंदिर
  • D.तिगवा का विष्णु मंदिर
Answer: उत्तर प्रदेश के देवगढ़ में स्थित दशावतार मंदिर को गुप्तकालीन मंदिर वास्तुकला का सबसे उत्कृष्ट उदाहरण माना जाता है। यह शिखर वाला भारत का पहला ज्ञात मंदिर है।
9. गुप्त काल के सर्वाधिक लोकप्रिय देवता कौन थे ?
  • A.शिव
  • B.विष्णु
  • C.बुद्ध
  • D.सूर्य
Answer: गुप्त शासक वैष्णव धर्म के अनुयायी थे और उन्होंने 'परम भागवत' जैसी उपाधियां धारण कीं। इस कारण, उनके शासनकाल में भगवान विष्णु सबसे लोकप्रिय देवता थे।
10. वह प्रथम भारतीय विद्वान् कौन था, जिसने गणित को एक पृथक विषय के रूप में स्थापित किया ?
  • A.आर्यभट्ट
  • B.वराहमिहिर
  • C.ब्रह्मगुप्त
  • D.धन्वन्तरि
Answer: आर्यभट्ट ने अपनी पुस्तक 'आर्यभट्टीय' में गणित और खगोल विज्ञान के सिद्धांतों को व्यवस्थित रूप से प्रस्तुत किया, जिससे गणित को एक अलग और प्रतिष्ठित विषय के रूप में पहचान मिली।
11. गुप्त वंश का वह राजा कौन था जिसने हूणों को भारत पर आक्रमण करने से रोका ?
  • A.कुमारगुप्त
  • B.समुद्रगुप्त
  • C.स्कंदगुप्त
  • D.चन्द्रगुप्त
Answer: स्कंदगुप्त ने अपने शासनकाल में बर्बर हूणों के आक्रमणों का सफलतापूर्वक सामना किया और उन्हें पराजित कर साम्राज्य की रक्षा की। इसका उल्लेख भीतरी स्तंभ लेख में मिलता है।
12. चन्द्रगुप्त II ने 'विक्रमादित्य' की उपाधि कब धारण की ?
  • A.शकों का उन्मूलन करने के बाद
  • B.गुप्त सिंहासन पर बैठने के बाद
  • C.चांदी के सिक्के जारी करने पर
  • D.उपर्युक्त सभी
Answer: पश्चिमी भारत में शासन कर रहे शक क्षत्रपों को हराने की महान विजय के उपलक्ष्य में चंद्रगुप्त द्वितीय ने 'शकारि' (शकों का शत्रु) और 'विक्रमादित्य' की उपाधि धारण की।
13. एरण अभिलेख का संबंध किस शासक से है?
  • A.ब्रह्मगुप्त
  • B.चन्द्रगुप्त I
  • C.चन्द्रगुप्त II
  • D.भानुगुप्त
Answer: एरण अभिलेख का संबंध गुप्त शासक भानुगुप्त से है। यह अभिलेख इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें भारत में सती प्रथा का पहला अभिलेखीय साक्ष्य मिलता है।
14. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए :सूची-I (शासक)A. चन्द्रगुप्त IB. समुद्रगुप्तC. चन्द्रगुप्त IID. स्कंदगुप्तसूची-II (उपाधि)1. महाधिराज2. अश्वमेध पराक्रम3. परम भागवत4. शक्रोपम
  • A.A → 4, B → 3, C → 2, D → 1
  • B.A → 3, B → 4, C → 2, D → 1
  • C.A → 1, B → 2, C → 4, D → 3
  • D.A → 1, B → 2, C → 3, D → 4
Answer: यह गुप्त शासकों और उनकी उपाधियों का सही मिलान है: चंद्रगुप्त I ने 'महाराजाधिराज', समुद्रगुप्त ने 'अश्वमेध पराक्रम', चंद्रगुप्त II ने 'परम भागवत' और स्कंदगुप्त ने 'शक्रोपम' की उपाधि धारण की थी।
15. फाह्यान द्वारा रचित ग्रंथ 'फो-कुओ-की' में निम्न में से किसका विवरण नहीं मिलता है?
  • A.बौद्ध धर्म के सिद्धांतों
  • B.बौद्ध राज्यों का
  • C.गौतम बुद्ध के उपदेशों का
  • D.बौद्ध मंदिरों, स्तूपों एवं विहारों का
Answer: फाह्यान एक बौद्ध भिक्षु था और उसका मुख्य उद्देश्य बौद्ध तीर्थ स्थलों की यात्रा करना था। उसने अपनी पुस्तक में बौद्ध स्थलों, मंदिरों और तत्कालीन सामाजिक स्थिति का वर्णन किया है, न कि बौद्ध धर्म के गूढ़ दार्शनिक सिद्धांतों का।
16. मिहिरकुल का संबंध था
  • A.गुप्त
  • B.हूण
  • C.कुषाण
  • D.मौखरि
Answer: मिहिरकुल एक क्रूर और शक्तिशाली हूण शासक था जिसने गुप्त साम्राज्य के पतन काल में भारत के कुछ हिस्सों पर आक्रमण और शासन किया था।
17. चन्द्रगुप्त 1 ने गुप्त संवत् का प्रारंभ किस उपलक्ष्य में किया?
  • A.अपने राज्यारोहण के स्मारक के रूप में
  • B.शकों के उन्मूलन के उपलक्ष्य में
  • C.हूणों को परास्त करने के उपलक्ष्य में
  • D.इनमें से कोई नहीं
Answer: चंद्रगुप्त प्रथम ने 319-320 ईस्वी में अपने राज्यारोहण की स्मृति में एक नए कैलेंडर, गुप्त संवत् की शुरुआत की।
18. गुप्त काल की सोने की मुद्रा को कहा जाता था
  • A.दीनार
  • B.कार्षापण
  • C.निष्क
  • D.काकिनी
Answer: गुप्त काल में जारी किए गए सोने के सिक्कों को 'दीनार' कहा जाता था। ये सिक्के कलात्मक दृष्टि से बहुत उत्कृष्ट थे।
19. गुप्त काल में उत्तर भारतीय व्यापार निम्नलिखित किस एक पतन से संचालित होता था ?
  • A.ताम्रलिप्ति
  • B.भड़ौच
  • C.कल्याण
  • D.काम्ब्रे
Answer: ताम्रलिप्ति (वर्तमान बंगाल में) गुप्त काल में पूर्वी तट का एक प्रमुख बंदरगाह था, जहाँ से दक्षिण-पूर्व एशिया और अन्य देशों के साथ व्यापार होता था।
20. सोने के सर्वाधिक सिक्के किस काल में जारी किये गये?
  • A.कुषाण काल में
  • B.गुप्त काल में
  • C.मौर्य काल में
  • D.हिन्द-यवन काल में
Answer: हालांकि सबसे शुद्ध सोने के सिक्के कुषाणों ने जारी किए, लेकिन संख्या की दृष्टि से सर्वाधिक सोने के सिक्के गुप्त शासकों द्वारा जारी किए गए।
21. कौन सुमेलित नहीं है?
  • A.महासंधिविग्रहिक - युद्ध व शांति का मंत्री
  • B.महादंडनायक - सेना का सर्वोच्च अधिकारी
  • C.विनयस्थिति स्थापक - धार्मिक मामलों का प्रमुख अधिकारी
  • D.महाश्वपति - गज सेना का अध्यक्ष
Answer: महाश्वपति अश्वसेना (घुड़सवार सेना) का प्रमुख होता था, न कि गजसेना (हाथियों की सेना) का। गजसेना के अध्यक्ष को 'महापीलुपति' कहा जाता था।
22. गुप्त संवत् (319-320) को प्रारंभ करने का श्रेय किसे दिया जाता है?
  • A.चन्द्रगुप्त I
  • B.चन्द्रगुप्त II
  • C.समुद्रगुप्त
  • D.स्कन्दगुप्त
Answer: चंद्रगुप्त प्रथम ने अपने राज्यारोहण के अवसर पर 319-320 ईस्वी में गुप्त संवत् की स्थापना की थी।
23. गुप्त वंश ने .........अवधि में शासन किया
  • A.319-500 ई०
  • B.319-371 ई०
  • C.325-375 ई०
  • D.566-597 ई०
Answer: गुप्त वंश के शासन की मुख्य अवधि मोटे तौर पर 319 ईस्वी (चंद्रगुप्त प्रथम के राज्यारोहण) से लेकर लगभग 500-550 ईस्वी तक मानी जाती है।
24. गुप्त वंश के किस शासक ने सर्वप्रथम ‘महाधिराज' की उपाधि धारण की ?
  • A.श्रीगुप्त ने
  • B.चन्द्रगुप्त ने
  • C.घटोत्कचगुप्त ने
  • D.समुद्रगुप्त ने
Answer: श्रीगुप्त और घटोत्कच ने केवल 'महाराज' की उपाधि धारण की थी। चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश का पहला शासक था जिसने अपनी बढ़ी हुई शक्ति और प्रतिष्ठा को दर्शाने के लिए 'महाराजाधिराज' की उपाधि अपनाई।
25. 'अमरकोश' के लेखक अमर सिंह किस शासक के दरबार से जुड़े थे ?
  • A.समुद्रगुप्त
  • B.चन्द्रगुप्त I
  • C.स्कन्दगुप्त
  • D.चन्द्रगुप्त II
Answer: अमर सिंह, जिन्होंने प्रसिद्ध संस्कृत शब्दकोश 'अमरकोश' की रचना की, चंद्रगुप्त द्वितीय 'विक्रमादित्य' के दरबार के नौ रत्नों में से एक थे।