91. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए :सूची-I (प्रशासकीय विभाजन)A. भुक्ति (प्रांत)B. विषय (जिला)C. नगरD. ग्रामसूची-II (प्रशासक)1. उपरिक2. विषयपति3. नगरपति4. ग्रामिक
- A.A → 1, B → 2, C → 3, D → 4
- B.A → 2, B → 1, C → 3, D → 4
- C.A → 1, B → 2, C → 4, D → 3
- D.A → 4, B → 3, C → 2, D → 1
व्याख्या: यह गुप्तकालीन प्रशासनिक इकाइयों और उनके प्रमुखों का सही मिलान है: भुक्ति (प्रांत) का प्रमुख 'उपरिक', विषय (जिला) का 'विषयपति', नगर का 'नगरपति' और ग्राम का 'ग्रामिक' कहलाता था।
92. गुप्त शासकों द्वारा जारी किए गए चाँदी के सिक्के कहलाते थे
- A.रूपक
- B.कार्षापण
- C.दीनार
- D.पण
व्याख्या: गुप्त काल में सोने के सिक्कों को 'दीनार' और चांदी के सिक्कों को 'रूपक' या 'रूप्यक' कहा जाता था।
93. गुप्त शासकों द्वारा जारी किए गए चाँदी के सिक्के कहलाते थे
- A.रूपक
- B.कार्षापण
- C.दीनार
- D.पण
व्याख्या: गुप्त काल में सोने के सिक्कों को 'दीनार' और चांदी के सिक्कों को 'रूपक' या 'रूप्यक' कहा जाता था।