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गुप्तोत्तर काल एवं वर्धन वंश

गुप्तोत्तर काल और वर्धन वंश के प्रमुख शासक हर्षवर्धन पर आधारित MCQs हल करें। इस काल की राजनीतिक और सांस्कृतिक स्थिति को समझें।

Ancient History - गुप्तोत्तर काल एवं वर्धन वंश
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26. हर्षवर्धन ने 606 ई० में हर्ष संवत् की स्थापना किस उपलक्ष्य में की थी ?
  • A.अपने राज्यारोहण के उपलक्ष्य में
  • B.कन्नौज़ पर अधिकार करने के उपलक्ष्य में
  • C.सिंध विजय के उपलक्ष्य में
  • D.पूर्वी भारत की विजय के उपलक्ष्य में
Answer: 606 ई. में अपने बड़े भाई राज्यवर्धन की मृत्यु के बाद, जब हर्षवर्धन सिंहासन पर बैठा, तो उसने इस घटना को यादगार बनाने के लिए 'हर्ष संवत्' नामक एक नए कैलेंडर की शुरुआत की।
27. वर्धन वंश की राजधानी थानेश्वर किस प्रदेश में स्थित है?
  • A.उत्तर प्रदेश
  • B.हरियाणा
  • C.मध्य प्रदेश
  • D.बिहार
Answer: वर्धन वंश की प्रारंभिक राजधानी थानेश्वर (आधुनिक थानेसर) वर्तमान भारत के हरियाणा राज्य के कुरुक्षेत्र जिले में स्थित एक ऐतिहासिक शहर है।
28. आज भी भारत में हेनसांग को याद करने का मुख्य कारण है
  • A.हर्ष के प्रति सम्मान
  • B.नालंदा में अध्ययन
  • C.बौद्ध धर्म में आस्था
  • D.'सी-यु की' की रचना
Answer: ह्वेनसांग (हेनसांग) को आज मुख्य रूप से उसके यात्रा-वृतांत 'सी-यू-की' (पश्चिमी दुनिया का रिकॉर्ड) के लिए याद किया जाता है, जो 7वीं शताब्दी के भारत के इतिहास, समाज और संस्कृति के बारे में जानकारी का एक अमूल्य स्रोत है।
29. गुर्जरों को किस शासक ने पराजित किया?
  • A.प्रभाकरवर्धन
  • B.राज्यवर्धन
  • C.हर्षवर्धन
  • D.शशांक
Answer: हालांकि प्रभाकरवर्धन ने भी गुर्जरों के खिलाफ सफलता पाई थी, लेकिन हर्षवर्धन ने उन्हें निर्णायक रूप से पराजित कर अपने साम्राज्य की सीमाओं को सुरक्षित किया था।
30. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए :सूची-I (रचना)A. हर्षचरित, कादंबरीB. नीतिशतक, श्रृंगारशतक, भक्तिशक्तिC. सूर्यशतकD. प्रियदर्शिका, रत्नावली, नागानंदसूची-II (रचनाकार)1. हर्षवर्धन2. भर्तृहरी 3. मयूर4. वाणभट्ट
  • A.A → 4, B → 2, C → 3, D → 1
  • B.A → 4, B → 3, C → 2, D → 1
  • C.A → 4, B → 1, C → 3, D → 2
  • D.A → 1, B → 2, C → 3, D → 4
Answer: सही मिलान है: बाणभट्ट ने 'हर्षचरित' और 'कादंबरी' लिखी, भर्तृहरि ने तीनों 'शतक' लिखे, मयूर ने 'सूर्यशतक' और स्वयं हर्षवर्धन ने 'प्रियदर्शिका', 'रत्नावली', और 'नागानंद' नाटकों की रचना की।
31. कदम्ब राज्य की स्थापना मयूरशर्मन ने की थी। उसने अपनी राजधानी बनायी
  • A.बंगाल को
  • B.कन्नौज को
  • C.वैजयन्ती या वनवासी को
  • D.इनमें से कोई नहीं
Answer: कदम्ब वंश के संस्थापक मयूरशर्मन ने अपनी राजधानी वैजयन्ती (जिसे वनवासी भी कहा जाता है) को बनाया था, जो वर्तमान कर्नाटक में स्थित है।
32. 'सकलोत्तरापथनाथ' किसे कहा गया है?
  • A.कनिष्क
  • B.हर्षवर्द्धन
  • C.प्रभाकरवर्द्धन
  • D.राज्यवर्द्धन
Answer: 'सकलोत्तरापथनाथ' का अर्थ है 'संपूर्ण उत्तरी भारत का स्वामी'। यह उपाधि सम्राट हर्षवर्धन के लिए प्रयोग की जाती थी, क्योंकि उसने लगभग पूरे उत्तर भारत पर अपना आधिपत्य स्थापित कर लिया था।
33. हर्षवर्धन के विजयी जीवन में एकमात्र पराजय देनेवाला पुलकेशिन II कहां का शासक था?
  • A.वातापी/बादामी
  • B.कल्याणी
  • C.वेंगी
  • D.तंजौर
Answer: पुलकेशिन द्वितीय, जिसने हर्षवर्धन को हराया था, वातापी (या बादामी) के चालुक्य वंश का सबसे प्रतापी राजा था। वातापी उसकी राजधानी थी।
34. कवि बाणभट्ट निवासी था
  • A.पाटलिपुत्र का
  • B.थानेश्वर का
  • C.भोजपुर का
  • D.इनमें से कोई नहीं
Answer: बाणभट्ट, हर्षवर्धन के दरबारी कवि और 'हर्षचरित' के लेखक, मुख्य रूप से थानेश्वर के निवासी थे, जो वर्धन वंश की प्रारंभिक राजधानी थी।
35. हर्ष की जीवनी किसने लिखी?
  • A.फिरदौसी
  • B.बाणभट्ट
  • C.वराहमिहिर
  • D.इनमें से कोई नहीं
Answer: सम्राट हर्षवर्धन की जीवनी 'हर्षचरित' उनके दरबारी कवि बाणभट्ट द्वारा लिखी गई थी, जो संस्कृत गद्य का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
36. सम्राट् हर्षवर्धन ने दो महान् धार्मिक सम्मेलनों का आयोजन किया था
  • A.कन्नौज व प्रयाग में
  • B.प्रयाग व थानेश्वर में
  • C.थानेश्वर व वल्लभी में
  • D.वल्लभी व प्रयाग में
Answer: हर्षवर्धन ने दो महान धार्मिक सभाओं का आयोजन किया: एक कन्नौज में (ह्वेनसांग के सम्मान में) और दूसरी प्रयाग (इलाहाबाद) में महामोक्ष परिषद्, जहाँ वह हर पाँच साल में अपनी संपत्ति दान कर देता था।
37. 641 ई० में किसने चीन के राजा ताई-त्सुंग के पास एक राजदूत भेजा?
  • A.राज्यवर्धन
  • B.आदित्यवर्धन
  • C.प्रमाकवर्धन
  • D.हर्षवर्धन
Answer: हर्षवर्धन ने चीन के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध स्थापित करने के लिए 641 ई. में तांग वंश के सम्राट ताई-त्सुंग के दरबार में एक दूत भेजा था।
38. गुप्त वंश के ह्रास के पश्चात् उत्तर भारत में बड़े भाग का पुनर्गठन किसने किया?
  • A.चालुक्य
  • B.राजपूत
  • C.हर्षवर्द्धन
  • D.शक
Answer: गुप्त साम्राज्य के पतन के बाद उत्तरी भारत में राजनीतिक अराजकता फैल गई थी। हर्षवर्धन ने विभिन्न छोटे राज्यों को जीतकर एक बड़े और शक्तिशाली साम्राज्य का पुनर्गठन किया।
39. दक्षिण भारत के संदर्भ में एरीपत्ती का अर्थ था
  • A.जलाशय की भूमि
  • B.चारागाह की भूमि
  • C.जंगली भूमि
  • D.इनमें से कोई नहीं
Answer: दक्षिण भारत में 'एरीपत्ती' एक विशेष प्रकार की भूमि थी, जिससे प्राप्त होने वाला राजस्व गाँव के जलाशय (तालाब या झील) के रखरखाव के लिए अलग रखा जाता था।
40. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए :सूची-I (राजवंश)A. वर्धनB. मौखरिC. वाकाटकD. मैत्रकसूची-II (संस्थापक)1. भटार्क2. ईशान वर्मा3. विंध्यशक्ति4. पुष्यभूति
  • A.A → 1, B → 2, C → 3, D → 4
  • B.A → 4, B → 2, C → 3, D → 1
  • C.A → 4, B → 3, C → 2, D → 1
  • D.A → 2, B → 1, C → 3, D → 4
Answer: सही मिलान है: वर्धन वंश की स्थापना पुष्यभूति ने की, मौखरि वंश के एक प्रमुख शासक ईशान वर्मा थे, वाकाटक वंश की स्थापना विंध्यशक्ति ने की, और मैत्रक वंश की स्थापना भटार्क ने की।
41. हर्षवर्धन की बहन राज्यश्री का विवाह किसके साथ हुआ था ?
  • A.शक शासक रुद्रदमन से
  • B.मौखरि नरेश ग्रहवर्मा से
  • C.वाकाटक नरेश विंध्यशक्ति से
  • D.मैत्रक नरेश भटार्क से
Answer: हर्षवर्धन की बहन राज्यश्री का विवाह कन्नौज के मौखरि वंश के राजा ग्रहवर्मा से हुआ था। ग्रहवर्मा की हत्या के बाद ही हर्ष ने कन्नौज को अपनी राजधानी बनाया।
42. निम्नलिखित में से कौन हर्षवर्धन के दरबार से संबद्ध नहीं था?
  • A.बाणभट्ट
  • B.कालिदास
  • C.भर्तृहरि
  • D.मयूर
Answer: महाकवि कालिदास गुप्त काल के थे और माना जाता है कि वे चंद्रगुप्त द्वितीय 'विक्रमादित्य' के दरबार में थे, जो हर्षवर्धन से लगभग दो शताब्दी पहले थे। बाणभट्ट, भर्तृहरि और मयूर हर्ष के समकालीन थे।
43. चालुक्य शासक पुलकेशिन II ने किस नदी के किनारे हर्षवर्धन को परास्त किया था?
  • A.महानदी के
  • B.ताप्ती के
  • C.नर्मदा के
  • D.गोदावरी के
Answer: यह प्रसिद्ध युद्ध नर्मदा नदी के तट पर हुआ था, जिसमें चालुक्य राजा पुलकेशिन द्वितीय ने उत्तर के महान सम्राट हर्षवर्धन की सेना को हराकर उसके दक्षिण विजय के अभियान को रोक दिया था।
44. हर्षवर्धन के अग्रज राज्यवर्धन II की हत्या किसने की थी ?
  • A.मालवा नरेश देवगुप्त
  • B.गौड़ नरेश शशांक
  • C.मैत्रक नरेश भटार्क
  • D.इनमें से कोई नहीं
Answer: मालवा के राजा देवगुप्त ने ग्रहवर्मा की हत्या की थी, जिसका बदला राज्यवर्धन ने लिया। लेकिन बाद में बंगाल के गौड़ नरेश शशांक ने धोखे से राज्यवर्धन की हत्या कर दी।
45. कौन वर्धन वंश की राजधानी थानेश्वर से कन्नौज ले गया ?
  • A.हर्षवर्धन
  • B.आदित्यवर्धन
  • C.राज्यवर्धन I
  • D.राज्यवर्धन II
Answer: अपने बहनोई ग्रहवर्मा की मृत्यु और अपनी बहन राज्यश्री को बचाने के बाद, हर्षवर्धन ने अपने साम्राज्य का केंद्र कन्नौज को बनाया और राजधानी को थानेश्वर से वहीं स्थानांतरित कर दिया।
46. ह्वेनसांग भारत में लगभग कितने साल रहा?
  • A.12
  • B.13
  • C.15
  • D.20
Answer: चीनी यात्री ह्वेनसांग ने 7वीं शताब्दी में लगभग 15 वर्षों (630 ई. से 645 ई. तक) तक भारत में निवास किया, इस दौरान उसने विभिन्न स्थानों की यात्रा की और नालंदा में अध्ययन किया।
47. थानेश्वर में वर्धन वंश / पुष्यभूति वंश की स्थापना किसने की ?
  • A.राज्यवर्धन
  • B.आदित्यवर्धन
  • C.पुष्यभूतिवर्धन
  • D.नरवर्धन
Answer: वर्धन वंश, जिसे पुष्यभूति वंश भी कहा जाता है, की स्थापना थानेश्वर में पुष्यभूति वर्धन द्वारा की गई थी। वह इस वंश का संस्थापक था।
48. हर्षवर्धन अपनी धार्मिक सभा कहाँ किया करता था ?
  • A.मथुरा
  • B.प्रयाग
  • C.वाराणसी
  • D.पेशावर
Answer: हर्षवर्धन प्रत्येक पाँच वर्ष में प्रयाग (आधुनिक प्रयागराज) में गंगा-यमुना के संगम पर एक विशाल धार्मिक सभा का आयोजन करता था जिसे 'महामोक्ष परिषद्' कहते थे, जहाँ वह सर्वस्व दान कर देता था।
49. कुंभ मेला को प्रारंभ करने का श्रेय किसे दिया जाता है?
  • A.अशोक
  • B.चन्द्रगुप्त II
  • C.हर्षवर्धन
  • D.इनमें से कोई नहीं
Answer: ऐतिहासिक साक्ष्यों के अनुसार, प्रयाग में भव्य धार्मिक आयोजन और दान समारोह आयोजित करने की परंपरा हर्षवर्धन ने शुरू की थी, जिसे कुंभ मेले का एक प्रारंभिक स्वरूप माना जाता है।
50. किस चीनी यात्री को 'वर्तमान शाक्य मुनि' एवं 'यात्रियों में राजकुमार' कहा जाता है ?
  • A.फाह्यान
  • B.हेनत्सांग
  • C.इत्सिंग
  • D.इनमें से कोई नहीं
Answer: ह्वेनसांग (हेनत्सांग) को उसके ज्ञान, धर्म के प्रति समर्पण और व्यापक यात्राओं के कारण 'यात्रियों का राजकुमार' और 'वर्तमान शाक्य मुनि' जैसी सम्मानजनक उपाधियों से जाना जाता है।