11. हेनसांग की भारत में यात्रा के समय सूती कपड़ों के उत्पादन के लिए सबसे प्रसिद्ध नगर था -
- A.वाराणसी
- B.मथुरा
- C.पाटलिपुत्र
- D.कांची
व्याख्या: ह्वेनसांग (हेनसांग) के अनुसार, उसके भारत भ्रमण के दौरान मथुरा सूती वस्त्रों के उत्पादन के लिए सबसे प्रसिद्ध केंद्र था।
12. 'नागानंद', 'रत्नावली' एवं 'प्रियदर्शिका' नाटकों के नाटककार थे
- A.बाणभट्ट
- B.विशाखदत्त
- C.वात्स्यायन
- D.हर्षवर्धन
व्याख्या: सम्राट हर्षवर्धन न केवल एक महान शासक था, बल्कि एक कुशल नाटककार भी था। 'नागानंद', 'रत्नावली' और 'प्रियदर्शिका' उसके द्वारा लिखे गए प्रसिद्ध संस्कृत नाटक हैं।
13. निम्नलिखित में वह अंतिम बौद्ध राजा कौन था जो संस्कृत का महान विद्वान और लेखक था?
- A.कनिष्क
- B.अशोक
- C.बिम्बिसार
- D.हर्षवर्धन
व्याख्या: हर्षवर्धन अंतिम महान बौद्ध सम्राट था जिसने उत्तरी भारत पर शासन किया। वह संस्कृत का एक महान विद्वान और लेखक भी था, जिसने तीन प्रसिद्ध नाटकों की रचना की।
14. 'प्रतापशील', 'हुण हरिण केसरी', 'महाराजाधिराज' नामक उपाधियां निम्न में से किसकी थी ?
- A.नरवर्द्धन
- B.प्रभाकरवर्द्धन
- C.आदित्यवर्धन
- D.राज्यवर्धन
व्याख्या: ये उपाधियाँ वर्धन वंश के शक्तिशाली राजा और हर्षवर्धन के पिता प्रभाकरवर्धन की थीं। 'हुण हरिण केसरी' का अर्थ है हूण रूपी हिरण के लिए सिंह के समान।
15. 'अग्रहार' का अर्थ था
- A.ब्राह्मणों को दिया जाने वाला कर-मुक्त भूमि अनुदान
- B.धर्मनिरपेक्ष अधिकारियों को दिया जाने वाला भू-अनुदान
- C.सैनिक अधिकारियों को दिया जानेवाला भू अनुदान
- D.इनमें से कोई नहीं
व्याख्या: प्राचीन और मध्यकालीन भारत में, 'अग्रहार' उस भूमि या गाँव को कहते थे जो ब्राह्मणों को दान में दी जाती थी और उस पर कोई कर नहीं लगता था।
16. 'हर्षचरित' किसके द्वारा लिखी गई थी ?
- A.कालिदास
- B.बाणभट्ट
- C.बाल्मीकि
- D.ब्यास
व्याख्या: 'हर्षचरित' सम्राट हर्षवर्धन की जीवनी है, जिसे उनके दरबारी कवि बाणभट्ट ने संस्कृत भाषा में लिखा था।
17. नर्मदा नदी पर सम्राट् हर्ष के दक्षिणवर्ती अग्रगमन को रोका
- A.पुलकेशिन-I ने
- B.पुलकेशिन-II ने
- C.विक्रमादित्य-1 ने
- D.विक्रमादित्य-II ने
व्याख्या: चालुक्य वंश के शक्तिशाली राजा पुलकेशिन द्वितीय ने नर्मदा नदी के तट पर हर्षवर्धन को हराया और उसके दक्षिण भारत की ओर विजय अभियान को रोक दिया।
18. हर्ष के काल में भू-राजस्व की सीमा थी
- A.1/10 से 1/16
- B.1/6 से 1/10
- C.1/4 से 1/6
- D.1/3 से 1/4
व्याख्या: हर्षवर्धन के शासनकाल में, भू-राजस्व की दर आमतौर पर उपज का 1/6 से 1/10 हिस्सा होती थी, जो प्राचीन भारतीय मानकों के अनुसार उचित मानी जाती थी।
19. निम्नलिखित में किसने नालंदा विश्वविद्यालय को 100 ग्रामों की आय दानस्वरूप दिये?
- A.चन्द्रगुप्त मौर्य
- B.चन्द्रगुप्त I
- C.चन्द्रगुप्त II
- D.हर्षवर्धन
व्याख्या: हर्षवर्धन शिक्षा और बौद्ध धर्म का एक महान संरक्षक था। उसने प्रसिद्ध नालंदा विश्वविद्यालय के रखरखाव और खर्चों के लिए 100 गाँवों का राजस्व दान में दिया था।
20. 'घटी यंत्र' / 'तुला यंत्र' का प्रयोग होता था
- A.खेत की जुताई के लिए
- B.खेत की सिंचाई के लिए
- C.समय मापने में
- D.इनमें से कोई नहीं
व्याख्या: प्राचीन और मध्ययुगीन भारत में 'घटी यंत्र' या 'तुला यंत्र' (जिसे रहट भी कहा जाता है) एक जल-पहिया था जिसका उपयोग कुओं से पानी निकालकर खेतों की सिंचाई के लिए किया जाता था।