181. निकट दृष्टि दोष से ग्रसित व्यक्ति के लिए किस प्रकार के लैंस का उपयोग किया जाता है -
- B. उत्तल
- A. अवतल
- D. गोलिय
- C. समतल
व्याख्या: निकट दृष्टि दोष में पास की वस्तुएं साफ दिखती हैं लेकिन दूर की नहीं, क्योंकि प्रतिबिंब रेटिना के आगे बन जाता है। अवतल लेंस प्रकाश किरणों को फैलाता है, जिससे प्रतिबिंब सही जगह (रेटिना पर) बनता है।
182. प्रकाश की एक किरण परावर्ती समतल सतह पर सतह के साथ 56° के कोण पर आपतित होती है। परावर्तन कोण का मान होगा -
व्याख्या: आपतन कोण, अभिलंब और आपतित किरण के बीच का कोण होता है। सतह के साथ कोण 56° है, तो अभिलंब के साथ कोण 90° - 56° = 34° होगा। परावर्तन के नियम के अनुसार, आपतन कोण = परावर्तन कोण, इसलिए परावर्तन कोण भी 34° होगा।
183. दूर-दृष्टि दोषयुक्त मानव आँख से -
- A. निकट की वस्तु स्पष्ट दिखाई नहीं देती।
- D. दूरी की वस्तु स्पष्ट दिखाई देती है मगर नजदीक की नहीं।
- C. न निकट की वस्तु स्पष्ट दिखाई देती है न दूर की।
- B. दूर की वस्तु स्पष्ट दिखाई नहीं देती।
व्याख्या: दूर-दृष्टि दोष में दूर की वस्तुएं तो साफ दिखती हैं, लेकिन पास की वस्तुएं धुंधली दिखाई देती हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि प्रतिबिंब रेटिना के पीछे बनता है।
184. पुर्ण आंतरिक परावर्तन का उदाहरण है -
- D. मृग मरीचिका
- B. ग्रहों का चमकना
- C. सुर्य उदय से पहले सुर्य का दिखाई देना
- A. वस्तुओं के रंग का निर्धारण
व्याख्या: मृगमरीचिका (मिराज) एक वायुमंडलीय दृष्टिभ्रम है जो पूर्ण आंतरिक परावर्तन के कारण होता है। इसमें दूर स्थित वस्तु का उल्टा या पानी में बना हुआ प्रतिबिंब दिखाई देता है, खासकर गर्म रेगिस्तान में।
185. पेरिस्कोप किसके सिद्धांत पर कार्य करता है?
- B. प्रकाश अपवर्तन
- D. प्रकाश विवर्तन
- A. प्रकाश प्रकीर्णन
- C. प्रकाश परावर्तन
व्याख्या: पेरिस्कोप में दो समतल दर्पण एक दूसरे के समानांतर 45° के कोण पर लगे होते हैं। प्रकाश एक दर्पण से टकराकर परावर्तित होता है और फिर दूसरे दर्पण से टकराकर देखने वाले की आँखों तक पहुँचता है। यह पूरी तरह से प्रकाश के परावर्तन के सिद्धांत पर काम करता है।
186. एक वस्तु को दर्पण के सामने रखा गया है। दर्पण द्वारा बना प्रतिबिम्ब सीधा, उस वस्तु के आकार के समान और दर्पण से उतनी ही दूरी पर बनता है जितना दर्पण के सामने वस्तु है। यह दर्पण है -निम्नलिखित विकल्पों में से सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर चुनें:
- D. समतल दर्पण
- C. परवलयिक दर्पण
- B. अवतल दर्पण
- A. उत्तल दर्पण
व्याख्या: केवल समतल दर्पण ही ऐसा प्रतिबिंब बनाता है जो सीधा (आभासी), वस्तु के आकार का, और दर्पण से उतनी ही दूरी पर पीछे बनता है जितनी दूरी पर वस्तु सामने रखी होती है।
187. प्रकाश का उसके घटक रंगों में विभाजन कहलाता है -
- D. विवर्तन
- A. परार्वतन
- C. वर्ण-विक्षेपण
- B. अपवर्तन
व्याख्या: जब सफेद प्रकाश (जैसे सूर्य का प्रकाश) किसी प्रिज्म से होकर गुजरता है, तो वह अपने सात घटक रंगों (बैंगनी, नीला, हरा, पीला, नारंगी, लाल) में विभाजित हो जाता है। इस घटना को वर्ण-विक्षेपण कहते हैं।
188. कथन (A) : यातायात संकेतों पर जड़ी हुई कांच की छोटी- छोटी मणिकाएं उन पर प्रकाश पड़ने पर तेजी से चमकने लगती हैं।कारण (R) : प्रकाश पूर्णतः परावर्तित (Reflected) होता है जब आपतन कोण एक निश्चित क्रांतिक मान (Critical Value) से अधिक हो जाता है एवं अपेक्षाकृत सघन माध्यम (Denser Medium) से गुजरता हुआ प्रकाश एक अपेक्षाकृत विरल माध्यम (Rarer Medium) से परावर्तित होता है।कूट-
- C. A सही है, परन्तु R गलत है।
- B. A और R दोनों सही हैं, और R, A का सही स्पष्टीकरण है।
- D. A गलत है, परन्तु R सही है।
- A. A और R दोनों सही हैं, और R, A का सही स्पष्टीकरण है।
व्याख्या: कांच की मणिकाएं पूर्ण आंतरिक परावर्तन के सिद्धांत पर काम करती हैं। जब प्रकाश सघन माध्यम (कांच) से विरल माध्यम (हवा) में क्रांतिक कोण से अधिक कोण पर जाने की कोशिश करता है, तो वह परावर्तित होकर वापस लौट आता है, जिससे वे चमकती हुई दिखाई देती हैं।
189. यदि हमारी ऊंचाई 1.60 मीटर है तो अपने पूरे प्रतिबिम्ब को देखने के लिए आवश्यक दर्पण की न्यूनतम लम्बाई होगी -
- C. .80 मी.
- D. 2.33 मी.
- A. 1.60 मी.
- B. 3.2 मी.
व्याख्या: किसी भी व्यक्ति को अपना पूरा प्रतिबिंब देखने के लिए उसकी ऊंचाई की आधी लंबाई के समतल दर्पण की आवश्यकता होती है। इसलिए, 1.60 मीटर लंबे व्यक्ति के लिए 1.60 / 2 = 0.80 मीटर लंबे दर्पण की जरूरत होगी।
190. जब प्रकाश की एक किरण सघन माध्यम से विरल माध्यम में जाती है :-
- D. यह अभिलंब की ओर मुड़ जाती है।
- C. यह अभिलंब से दूर मुड़ जाती है।
- B. यह उसी माध्यम में वापस आ जाती है
- A. यह सीधी निकल जाती है।
व्याख्या: जब प्रकाश सघन माध्यम (जैसे पानी) से विरल माध्यम (जैसे हवा) में जाता है, तो उसकी गति बढ़ जाती है और वह अभिलंब (normal) से दूर हट जाती है।