1. निम्न में से कौन सा कथन असत्य है
- D. किसी चुम्बक को बीच से तोड़ देने पर इसके दोनों ध्रुव अलग अलग हो जाते है
- C. एक विलग ध्रुव का कोई अस्तित्व नही होता है
- A. चुम्बक के समान ध्रुवों के बीच प्रतिकर्षण होता है
- B. चुम्बक के विपरीत ध्रुवों के बीच आकर्षण होता है
व्याख्या: यह कथन असत्य है। चुम्बक को तोड़ने पर प्रत्येक टुकड़ा स्वयं एक पूर्ण चुम्बक बन जाता है, जिसमें अपना उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव होता है। एकल (विलग) चुंबकीय ध्रुव का अस्तित्व नहीं होता।
2. विषुवत रेखा पर नीति कोण का मान होता है ?
व्याख्या: चुंबकीय विषुवत रेखा पर पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र पृथ्वी की सतह के समानांतर होता है। इसलिए, वहां नति (dip) कोण का मान शून्य डिग्री होता है।
3. लौह चुम्बकीय पदार्थों के भीतर परमाणुओं के असंख्य अति सूक्ष्म संरचनाओं को क्या कहा जाता है
- A. परिनालिका
- C. डोमेन
- D. इनमे से कोई नही
- B. टोराइड
व्याख्या: लौहचुंबकीय पदार्थों में डोमेन वे क्षेत्र होते हैं जिनमें परमाणुओं के चुंबकीय आघूर्ण एक ही दिशा में संरेखित होते हैं। ये डोमेन ही पदार्थ के मजबूत चुंबकीय गुणों के लिए जिम्मेदार होते हैं।
4. निम्नलिखित में से कौन लौह चुम्बकीय पदार्थ नही है
- A. लोहा
- B. निकिल
- D. कोबाल्ट
- C. ताम्बा
व्याख्या: लोहा, निकिल और कोबाल्ट लौहचुंबकीय पदार्थ हैं जो चुम्बकों द्वारा दृढ़ता से आकर्षित होते हैं। तांबा एक प्रतिचुंबकीय पदार्थ है और यह चुंबक द्वारा आकर्षित नहीं होता है।
5. विद्युत चुम्बकीय प्रेरण के नियमों का उपयोग निम्न में से किसको बनाने में उपयोग किया गया है
- D. जनित्र
- B. वोल्ट मीटर
- C. विद्युत मोटर
- A. धारामापी
व्याख्या: विद्युत जनित्र (जनरेटर) विद्युत चुम्बकीय प्रेरण के सिद्धांत पर काम करता है, जिसमें एक बदलते चुंबकीय क्षेत्र द्वारा एक चालक में विद्युत धारा उत्पन्न की जाती है।
6. ट्रांसफ़ॉर्मर क्या है
- D. वैद्युत उर्जा को यांत्रिक उर्जा में परिवर्तित करता है
- B. AC वोल्टता को घटाने और बढ़ाने में प्रयुक्त होता है
- C. AC वोल्टता को DC वोल्टता में परिवर्तित करता है
- A. DC को AC में परिवर्तित करता है
व्याख्या: ट्रांसफॉर्मर एक उपकरण है जो केवल प्रत्यावर्ती धारा (AC) पर काम करता है और इसका उपयोग वोल्टेज के स्तर को बढ़ाने (स्टेप-अप) या घटाने (स्टेप-डाउन) के लिए किया जाता है।
7. स्थायी चुम्बकन किस स्थिति में किया जा सकता है ?
- C. कच्चा लोहा
- B. पिटवां लोहा
- D. इस्पात
- A. ढलवां लोहा
व्याख्या: इस्पात (स्टील) की धारणशीलता अधिक होती है, जिसका अर्थ है कि यह चुंबकत्व को लंबे समय तक बनाए रख सकता है। इसलिए, इसका उपयोग स्थायी चुंबक बनाने के लिए किया जाता है।
8. यदि किसी चुम्बक का तीसरा ध्रुव हो तो तीसरा ध्रुव कहलाता है-
- D. परिणामी ध्रुव
- C. दोषपूर्ण ध्रुव
- A. अतिरिक्त ध्रुव
- B. यादृच्छिक ध्रुव
व्याख्या: यदि किसी चुंबक में दो से अधिक ध्रुव बनते हैं, तो अतिरिक्त ध्रुवों को परिणामी ध्रुव कहा जाता है। ऐसा आमतौर पर तब होता है जब चुंबक को अनियमित रूप से चुंबकित किया जाता है।
9. किसी चुम्बक की आकर्षण शक्ति सबसे अधिक कहाँ होती है
- C. चुम्बकीय अक्ष पर
- B. मध्य में
- D. सभी जगह समान होती है
- A. दोनों किनारों पर
व्याख्या: किसी भी चुंबक की आकर्षण शक्ति उसके ध्रुवों पर (किनारों के पास) सबसे अधिक और केंद्र में सबसे कम होती है।
10. निम्नलिखित में से कौन सा एक प्रकृति में अनुचुम्बकीय है
- A. लौह
- C. ओक्सिजन
- D. नाइट्रोजन
- B. हाइड्रोजन
व्याख्या: ऑक्सीजन एक अनुचुंबकीय (paramagnetic) पदार्थ है। इसके अणुओं में अयुग्मित इलेक्ट्रॉन होते हैं, जिसके कारण यह कमजोर रूप से चुंबकीय क्षेत्र की ओर आकर्षित होता है।