31. यदि एक चुम्बक को दो भागों में विभक्त कर दिया जाए
- D. दोनों भाग अचुम्ब्कीय बन जाते है
- C. एक भाग उतरी ध्रुव बन जाता है
- A. दोनों भाग पृथक पृथक चुम्बक बन जाते है
- B. एक भाग चुम्बक तथा दूसरा भाग अचुम्बक बन जाता है
व्याख्या: चुंबक को काटने पर, प्रत्येक टुकड़ा एक नया, छोटा चुंबक बन जाता है, जिसमें अपने स्वयं के उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव होते हैं। एकल ध्रुव बनाना असंभव है।
32. मुख्य रूप से निलम्बित चुम्बकीय सुई किस दिशा में टिकती है
- D. दक्षिण पश्चिम दिशा
- A. उत्तर पश्चिम दिशा
- C. उत्तर पूर्व दिशा
- B. उत्तर दक्षिण दिशा
व्याख्या: पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र के कारण, एक स्वतंत्र रूप से निलंबित चुंबकीय सुई हमेशा उत्तर-दक्षिण दिशा में संरेखित होती है।
33. चुम्बकीय फ्लक्स का मात्रक है
- B. गौस
- D. टेसला
- A. वेबर
- C. हर्ट्ज
व्याख्या: चुंबकीय फ्लक्स का SI मात्रक वेबर (Wb) है। टेस्ला और गॉस चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता के मात्रक हैं।
34. डाइनेमो के कार्य करने करने का सिद्धांत है
- C. धारा का चुम्बकीय प्रभाव
- A. ताप विद्युत प्रभाव
- D. उर्जा संरक्षण
- B. विद्युत चुम्बकीय प्रभाव
व्याख्या: डायनेमो (या जनरेटर) विद्युत चुम्बकीय प्रेरण के सिद्धांत पर काम करता है, जिसमें एक बदलते चुंबकीय क्षेत्र के माध्यम से विद्युत धारा उत्पन्न होती है।
35. दिकसूचक का प्रयोग किसका पता लगाने के लिए नहीं किया जा सकता है ?
- C. चुम्बक की शक्ति
- A. चुम्बकीय उत्तर-दक्षिण दिशा
- D. चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा
- B. चुम्बक की ध्रुवता
व्याख्या: एक दिक्सूचक (कंपास) दिशा, ध्रुवीयता और चुंबकीय क्षेत्र की उपस्थिति का पता लगा सकता है, लेकिन यह चुंबकीय क्षेत्र की सटीक शक्ति या प्रबलता को नहीं माप सकता है।
36. स्टील को चुम्बकीय करना कठिन हैक्यूंकि उसकी
- C. अधिक चुम्बकशील होने के कारण
- B. अधिक धारण क्षमता होने के कारण
- D. अधिक घनत्व के कारण
- A. कम चुम्बकशील होने के कारण
व्याख्या: स्टील की धारण क्षमता (Retentivity) अधिक होती है, जिसका अर्थ है कि यह एक बार चुंबकित हो जाने पर अपने चुंबकत्व को बनाए रखता है। इसी गुण के कारण इसे चुंबकित करना कठिन और विचुंबकित करना भी कठिन होता है।
37. वह क्रिया जिसके द्वारा धातु को अचुम्बकीय बनाया जाता है कहलाती है-
- B. डिगाइसिंग
- D. डीग्रीसिंग
- A. डीमैग्नेटाईजेशन
- C. डीगेडिंग
व्याख्या: किसी चुंबकीय पदार्थ से उसके चुंबकीय गुणों को हटाने की प्रक्रिया को विचुंबकन या डीमैग्नेटाइजेशन कहा जाता है।
38. स्थायी चुम्बक जिस पदार्थ का बना होता है वह होता है
- C. एंटीफेरोमाग्नेटिक
- B. डाइमैग्नेटिक
- D. उपरोक्त सभी
- A. फेरोमैग्नेटिक
व्याख्या: स्थायी चुम्बक फेरोमैग्नेटिक (लौहचुंबकीय) पदार्थों जैसे स्टील या एल्निको से बनाए जाते हैं, क्योंकि इन पदार्थों में उच्च धारणशीलता होती है और वे अपने चुंबकत्व को बनाए रख सकते हैं।
39. निम्नलिखित में से कौन सा धातु चुम्बक द्वारा आकर्षित नही होता है
- B. निकिल
- C. कोबाल्ट
- A. लोहा
- D. एलुमिनियम
व्याख्या: लोहा, निकिल और कोबाल्ट लौहचुंबकीय हैं और चुंबक द्वारा दृढ़ता से आकर्षित होते हैं। एल्यूमीनियम अनुचुंबकीय है और बहुत कमजोर रूप से आकर्षित होता है, जिसे सामान्य चुम्बकों से महसूस नहीं किया जा सकता।
40. एक शक्तिशाली चुम्बक-
- A. सब पदार्थों को आकर्षित करता है
- B. केवल लोहा एवं उसकी मिश्रधातुओं को आकर्षित करता है
- D. कुछ पदार्थो को आकर्षित करता है कुछ को प्रतिकर्षित करता है
- C. केवल लोहा एवं उसकी मिश्रधातुओं को आकर्षित करता है किन्तु किसी को प्रतिकर्षित नही करता है
व्याख्या: एक चुंबक लौहचुंबकीय पदार्थों (जैसे लोहा) को दृढ़ता से आकर्षित करता है। यह केवल दूसरे चुंबक के समान ध्रुव को ही प्रतिकर्षित कर सकता है, किसी अचुंबकीय पदार्थ को नहीं।