11. पहला ईरानी शासक जिसने भारत के कुछ भाग को अपने अधीन किया था -
- A.साइरस
- B.कोम्विसिस
- C.डेरियस
- D.जेर्सिस (क्षयार्ष )
व्याख्या: डेरियस प्रथम पहला ईरानी शासक था जिसने लगभग 518 ईसा पूर्व में सिंधु क्षेत्र पर विजय प्राप्त की और उसे अपने साम्राज्य में मिला लिया।
12. हाइडेस्पस या वितस्ता (आधुनिक नाम-झेलम) का युद्ध (326 B.C) किन-किन शासकों के बीच हुआ ?
- A.सिकंदर एवं पोरस के मध्य
- B.सेल्यूकस एवं चन्द्रगुप्त मौर्य के मध्य
- C.चंद्रगुप्त मौर्य एवं घनानंद के मध्य
- D.सिकंदर एवं आम्भी के मध्य
व्याख्या: यह प्रसिद्ध युद्ध 326 ईसा पूर्व में यूनानी शासक सिकंदर और पौरव वंश के राजा पोरस के बीच झेलम (वितस्ता/ हाइडेस्पस) नदी के किनारे हुआ था।
13. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए :सूची-I A. अष्टकुलकB. महामात्रC. बलिसाधकD. शौल्किक/शुल्काध्यक्षसूची-II1. परामर्शदाई संस्था2. उच्च कोटि के अधिकारी3. किसानों से कर वसूलने वाला अधिकारी4. शिल्पियों व व्यापारियों से शुल्क या चुंगी वसूलनेवाला अधिकारी
- A.A → 1, B → 2, C → 3, D → 4
- B.A → 2, B → 1, C → 3, D → 4
- C.A → 1, B → 2, C → 4, D → 3
- D.A → 2, B → 3, C → 1, D → 4
व्याख्या: यह प्राचीन प्रशासनिक शब्दावली का सही मिलान है: अष्टकुलक - परामर्शदाई संस्था, महामात्र - उच्च अधिकारी, बलिसाधक - कर वसूलने वाला, और शौल्किक - चुंगी वसूलने वाला अधिकारी।
14. निम्नलिखित में से किसे 'सेनिया' (नियमित और स्थायी सेना रखनेवाला) कहा जाता था?
- A.बिम्बिसार
- B.अजातशत्रु
- C.उदयिन
- D.शिशुनाग
व्याख्या: मगध के शासक बिम्बिसार को 'सेनिया' या 'श्रेणिक' कहा जाता था क्योंकि वह पहले भारतीय राजाओं में से एक थे जिन्होंने एक नियमित और स्थायी सेना का गठन किया।
15. निम्न में से कौन एक बौद्ध ग्रंथ सोलह महाजनपदों का उल्लेख करता है?
- A.अंगुत्तर निकाय
- B.मज्झिम निकाय
- C.खुद्दक निकाय
- D.दीघ निकाय
व्याख्या: बौद्ध ग्रंथ 'अंगुत्तर निकाय' में छठी शताब्दी ईसा पूर्व के सोलह महाजनपदों (राज्यों) की सबसे प्रसिद्ध और प्रामाणिक सूची मिलती है।
16. हर्यक वंश के किस शासक को 'कुणिक' कहा जाता था ?
- A.बिम्बिसार
- B.उदयिन
- C.अजातशत्रु
- D.इनमें से कोई नहीं
व्याख्या: अजातशत्रु, जिसने अपने पिता बिम्बिसार की हत्या कर सिंहासन प्राप्त किया था, को 'कुणिक' के उपनाम से भी जाना जाता है।
17. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए :सूची-I (महाजनपद)A. कुरुB. पांचालC. कोशलD. वत्ससूची-II (राजधानी)1. साकेत2. कोशाम्बी3. अधिच्छत्र4. इंद्रप्रस्थ
- A.A → 1, B → 2, C → 3, D → 4
- B.A → 4, B → 3, C → 1, D → 2
- C.A → 3, B → 4, C → 2, D → 1
- D.A → 4, B → 2, C → 3, D → 1
व्याख्या: महाजनपदों और उनकी राजधानियों का सही मिलान है: कुरु की इंद्रप्रस्थ, पांचाल की अधिच्छत्र, कोशल की साकेत (या श्रावस्ती), और वत्स की कौशाम्बी।
18. 'गृहपति' का अर्थ
- A.धनी किसान
- B.धनी व्यापारी
- C.धनी व्यक्ति
- D.इनमें से कोई नहीं
व्याख्या: प्राचीन भारत में, 'गृहपति' शब्द का प्रयोग आमतौर पर उन बड़े और धनी किसानों के लिए किया जाता था जो अपनी भूमि के मालिक होते थे।
19. अभिलेखीय साक्ष्य से प्रकट होता है कि नंद राजा के आदेश से एक नहर खोदी गई थी -
- A.अंग में
- B.बंग में
- C.कलिंग में
- D.मगध में
व्याख्या: खारवेल के हाथीगुम्फा अभिलेख से यह जानकारी मिलती है कि नंद राजा (संभवतः महापद्मनंद) ने कलिंग (आधुनिक ओडिशा) में सिंचाई के लिए एक नहर का निर्माण करवाया था।
20. सोलह महाजनपदों की सूची उपलब्ध है
- A.महाभारत में
- B.अंगुत्तर निकाय में
- C.छांदोग्य उपनिषद में
- D.संयुक्त निकाय में
व्याख्या: बौद्ध धर्म के ग्रंथ 'अंगुत्तर निकाय' में 16 महाजनपदों का व्यवस्थित उल्लेख मिलता है, जो इस काल के अध्ययन के लिए एक प्रमुख स्रोत है।