41. राजस्थान में बार-बार अकाल एवं सूखे का क्या कारण है -
- A. वनों की कटाई
- B. जल का अविवेकपूर्ण उपयोग
- C. भूमि का कटाव
- D. अनियमित वर्षा
व्याख्या: यद्यपि अन्य सभी कारक योगदान करते हैं, लेकिन राजस्थान में बार-बार अकाल और सूखे का सबसे प्रमुख और मूल कारण मानसून की अनिश्चितता और अपर्याप्त या अनियमित वर्षा है।
42. राजस्थान में किस वर्ष में अकाल / सूखा से प्रभावित गाँवों की संख्या अधिकतम थी -
- A. 1991-92
- B. 2002-03
- C. 2009-10
- D. 2015-16
व्याख्या: वर्ष 2002-03 में राजस्थान ने एक अभूतपूर्व सूखे का सामना किया था, जिसमें राज्य के लगभग सभी गाँव (41,000 से अधिक) प्रभावित हुए थे, जो कि हाल के इतिहास में सर्वाधिक है।
43. राजस्थान में सूखा संभावित कार्यक्रम कब प्रारम्भ हुआ था -
- A. 1974-75
- B. 1977-78
- C. 1982-83
- D. 1986-87
व्याख्या: यह कार्यक्रम (DPAP) 1974-75 में शुरू किया गया था। इसका उद्देश्य भूमि, जल और अन्य प्राकृतिक संसाधनों का इष्टतम उपयोग करके सूखे के प्रभाव को कम करना है।
44. निम्न में से कौनसी पर्यावरणीय समस्या ‘रेंगती मृत्य’ कहलाती है -
- A. जल प्रदूषण
- B. मृदा अपरदन
- C. निर्वनीकरण
- D. जनसंख्या वृद्धि
व्याख्या: मृदा अपरदन को 'रेंगती मृत्यु' (Creeping Death) कहा जाता है क्योंकि यह एक धीमी लेकिन निरंतर प्रक्रिया है जो धीरे-धीरे भूमि की उपजाऊ ऊपरी परत को हटा देती है, जिससे अंततः भूमि बंजर और अनुत्पादक हो जाती है।
45. “भारत - मरुस्थलीकरण और भूमिक्षरण एटलस” के अनुसार,राजस्थान में 2003-05 से 2011 -13 के बीच किस प्रकार के मरुस्थलीकरण/भूमिक्षरण में सर्वाधिक नकारात्मक परिवर्तन देखा गया हैं -
- A. अधिवास के द्वारा मरुस्थलीकरण/भूमिक्षरण
- B. वायु अपरदन के द्वारा मरुस्थलीकरण/भूमिक्षरण
- C. वनस्पतिक्षरण के द्वारा मरुस्थलीकरण/भूमिक्षरण
- D. जल अपरदन के द्वारा मरुस्थलीकरण/भूमिक्षरण
व्याख्या: इसरो द्वारा जारी एटलस के अनुसार, बताई गई अवधि के दौरान राजस्थान में मरुस्थलीकरण बढ़ने का सबसे बड़ा कारण वायु अपरदन (Wind Erosion) था, जिसने सबसे अधिक नकारात्मक परिवर्तन दिखाया।
46. राजस्थान के निम्नलिखित में से किस जिले में काज़री का मुख्यालय अवस्थित है -
- A. श्री गंगानगर
- B. जोधपुर
- C. नागौर
- D. बीकानेर
व्याख्या: काजरी (CAZRI - Central Arid Zone Research Institute) यानी केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान का मुख्यालय जोधपुर में स्थित है। यह संस्थान शुष्क क्षेत्रों के विकास और अनुसंधान के लिए समर्पित है।
47. राजस्थान में मरुस्थलीकरण का सर्वप्रमुख कारण है -
- A. बड़े पैमाने पर खनन कार्य
- B. वाष्पोत्सर्जन की उच्च दर
- C. अरावली पर्वतों की उच्च ऊँचाईयों
- D. अनियन्त्रित पशुचारण
व्याख्या: दिए गए विकल्पों में, अनियंत्रित पशुचारण (Overgrazing) मरुस्थलीकरण का एक प्रमुख मानवीय कारण है। यह वनस्पति आवरण को नष्ट कर देता है, जिससे मिट्टी हवा और पानी के कटाव के प्रति संवेदनशील हो जाती है।
48. निम्न में से कौन-सा एक मरूस्थलीकरण का कारण नहीं है -
- A. कठोर मौसमी परिस्थितियां
- B. बढ़ती आबादी
- C. वनोन्मूलन
- D. अम्लीय भूमि का प्रयोग करना
व्याख्या: कठोर मौसम, बढ़ती आबादी और वनोन्मूलन मरुस्थलीकरण के कारण हैं। अम्लीय भूमि का प्रयोग करना एक कृषि-संबंधी समस्या है, लेकिन यह सीधे तौर पर मरुस्थलीकरण का कारण नहीं बनता है।
49. मरूस्थलीकरण का मानवजनित कारक नहीं है -
- A. अतिचारण
- B. भूमि उपयोग में परिवर्तन
- C. अल्प वर्षा
- D. नगरीकरण
- E. अधिक चराई
- F. वनों की कटाई
- G. खेती के तरीके
- H. जलवायु परिवर्तन
- I. प्राकृतिक आपदाएँ जैसे- बाढ़, सूखा, भूस्खलन
- J. पानी का क्षरण
- K. उपजाऊ मिट्टी का विस्थापन
- L. पानी का कटाव
- M. हवा का कटाव
- N. अल्प वर्षा
व्याख्या: अल्प वर्षा (कम बारिश) एक प्राकृतिक और जलवायु संबंधी कारक है। अन्य सभी विकल्प जैसे अतिचारण, नगरीकरण, वनों की कटाई आदि मानवीय गतिविधियों (मानवजनित) के परिणाम हैं।
50. ‘त्रिकाल’ का संबंध है -
- A. बेरोजगारी, पानी व अनाज
- B. अनाज, आमदनी का अभाव व पानी
- C. अन्न, चारा व पानी
- D. चारा, बेकारी व अनाज
व्याख्या: 'त्रिकाल' एक भीषण अकाल की स्थिति को दर्शाता है जिसमें तीन आवश्यक चीजों - मनुष्यों के लिए अन्न, पशुओं के लिए चारा, और सभी के लिए पानी - की एक साथ कमी हो जाती है।