11. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिये गये कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए :सूची-I (राशी)A. विद्युत बलB. विद्युत आवेशC. विद्युत विभवD. विद्युत धारितासूची-II (मात्रक) 1. वोल्ट2. न्यूटन3. कुलॉम4. फैराड
- A. A → 1, B → 2, C → 3, D → 4
- B. A → 2, B → 3, C → 1, D → 4
- C. A → 4, B → 3, C → 2, D → 1
- D. A → 2, B → 3, C → 4, D → 1
व्याख्या: सही मिलान है: विद्युत बल का मात्रक न्यूटन, विद्युत आवेश का मात्रक कुलॉम, विद्युत विभव का मात्रक वोल्ट, और विद्युत धारिता का मात्रक फैराड है।
12. किसी कालीन की सफाई के लिए यदि उसे छड़ी से पिटा जाए तो उसमे कौन सा नियम लागू होता है
- A. गति का पहला नियम
- B. गति का दूसरा नियम
- C. गति का तीसरा नियम
- D. गति के पहले और दुसरे नियम का संयोजन
व्याख्या: यह गति के पहले नियम (जड़त्व का नियम) के कारण होता है। जब कालीन को छड़ी से पीटा जाता है, तो कालीन गति में आ जाता है, लेकिन धूल के कण जड़त्व के कारण अपनी जगह पर बने रहते हैं और अलग हो जाते हैं।
13. ऊंचाई की जगहों पर पानी 100°C के नीचे के तापमान पर क्यों उबलता है?
- A. क्यूंकि वायुमण्डलीय दाब कम हो जाता है,अत: उबलने का बिंदुनीचे आ जाता है
- B. क्यूंकि गुरुत्वाकर्षण कम होता है
- C. पर्वतों पर भारी हवाओं के कारण
- D. उपरोक्त में से कोई नही
व्याख्या: ऊंचाई पर हवा का दबाव कम होता है। पानी तब उबलता है जब उसका वाष्प दाब बाहरी वायुमंडलीय दाब के बराबर हो जाता है। कम बाहरी दबाव के कारण पानी कम तापमान पर ही उबलने लगता है।
14. गाड़ी खींचता हुआ घोडा किस बल के कारण आगे बढ़ता है
- A. गाड़ी द्वारा घोड़े पर आरोपित बल से
- B. घोड़े द्वारा गाड़ी पर आरोपित बल से
- C. घोड़े द्वारा अपने पैरों से पृथ्वी पर आरोपित बल से
- D. प्रथ्वी द्वारा घोड़े के पैरों पर आरोपित बल से
व्याख्या: न्यूटन के तीसरे नियम के अनुसार, घोड़ा अपने पैरों से पृथ्वी को पीछे की ओर धकेलता है (क्रिया), और पृथ्वी घोड़े को आगे की ओर धकेलती है (प्रतिक्रिया)। इसी प्रतिक्रिया बल के कारण घोड़ा आगे बढ़ता है।
15. क्रिकेट की गेंद को किस कोण से मारा जाना चाहिए, ताकि वह अधिकतम दूरी तक जा सके ?
- A. क्षैतिज से 60° का कोण
- B. क्षैतिज से 45° का कोण
- C. क्षैतिज से 30° का कोण
- D. क्षैतिज से 15° का कोण
व्याख्या: प्रक्षेप्य गति के सिद्धांतों के अनुसार, हवा के प्रतिरोध को नगण्य मानते हुए, किसी वस्तु को अधिकतम क्षैतिज दूरी तक फेंकने के लिए उसे 45 डिग्री के कोण पर प्रक्षेपित करना चाहिए।
16. जब फोर्टीन वायुदाबमापी किसी ऊँचे पर्वत पर ले जाया जाता है तो नलिका में पारा गिर जाता है क्यूंकि-
- A. वहां वायु अपेक्षाकृत हल्की होती है
- B. ताप में न्यूनता के साथ पारा निम्न हो जाता है
- C. वहां पर वायुमण्डलीय दाब निम्न हो जाता है
- D. वहां पर पृष्ठ तनाब घट जाता है
व्याख्या: ऊंचाई बढ़ने के साथ वायुमंडलीय दाब घटता है। वायुदाबमापी इसी दाब को मापता है। जब बाहरी दाब कम हो जाता है, तो वह पारे के स्तंभ को कम ऊंचाई तक ही धकेल पाता है, जिससे पारा नीचे गिर जाता है।
17. तेल की एक छोटी बूंद पानी पर फ़ैल जाती है , क्यूंकि -
- A. तेल की श्यानता अधिक होती है
- B. जल की श्यनता अधिक होती हिया
- C. तेल का पृष्ठ तनाव अधिक होता है
- D. जल का पृष्ठ तनाव अधिक होता है
व्याख्या: इस प्रश्न का उत्तर वास्तव में यह है कि तेल का पृष्ठ तनाव पानी से कम होता है, जिस कारण वह पानी की सतह पर फैल जाता है। दिए गए विकल्पों में से, 'C' सबसे निकटतम है, हालांकि भौतिक रूप से यह गलत है। सही कारण पानी का उच्च पृष्ठ तनाव है जो तेल को खींचकर फैला देता है।
18. बल की परिभाषा आती है , न्यूटन के -
- A. गति के पहले नियम से
- B. गति के दुसरे नियम से
- C. गति के तीसरे नियम से
- D. गुरुत्वाकर्षण नियम से
व्याख्या: न्यूटन का पहला नियम (जड़त्व का नियम) बताता है कि किसी वस्तु की अवस्था में परिवर्तन के लिए बल आवश्यक है। इस प्रकार, यह बल की गुणात्मक परिभाषा देता है कि बल वह कारक है जो अवस्था परिवर्तन करता है।
19. क्रिकेट का खिलाडी तेजी से आती हुई बॉल को क्यों ओने हाथ को पीछे खीचकर पकड़ता है
- A. बॉल विश्राम की स्थिति में आ सकती है
- B. बॉल त्वरित स्थिति में रह सकती है
- C. हो सकता है की उसे कम बल लगनी की आवशयकता हो
- D. हो सकता है कि उसे अधिक बल लगाने की आवश्यकता हो
व्याख्या: हाथ पीछे खींचने से खिलाड़ी गेंद के संवेग को शून्य करने के लिए अधिक समय लेता है। न्यूटन के दूसरे नियम के अनुसार, समय बढ़ाने से गेंद द्वारा हाथ पर लगाया गया बल कम हो जाता है, जिससे चोट लगने की संभावना कम हो जाती है और गेंद आसानी से विश्राम की स्थिति में आ जाती है।
20. ब्लास्टिंग पेपर द्वारा स्याही के सोखने में शामिल है
- A. स्याही की श्यानता
- B. केशिकीय अभिक्रिया परिघटना
- C. ब्लास्टिंग से होकर स्याही का विसरण
- D. साइफन क्रिया
व्याख्या: ब्लाटिंग पेपर में छोटे-छोटे छिद्र होते हैं जो केशिकाओं (पतली नलियों) की तरह काम करते हैं। केशिका क्रिया के कारण स्याही इन छिद्रों में ऊपर की ओर खिंच जाती है और पेपर उसे सोख लेता है।