101. 1857 की क्रांति के समय मेवाड़ के महाराणा कौन थे -
- A. महाराणा सज्जनसिंह
- B. महाराणा स्वरूपसिंह
- C. महाराणा फतेहसिंह
- D. महाराणा भीमसिंह
व्याख्या: 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के समय मेवाड़ के शासक महाराणा स्वरूपसिंह थे।
102. महाराणा प्रताप का राजतिलक कहां हुआ था -
- A. चावंड
- B. गोगुन्दा
- C. उदयपुर
- D. कुम्भलगढ़
व्याख्या: महाराणा उदयसिंह की मृत्यु के बाद 28 फरवरी, 1572 को गोगुन्दा में महाराणा प्रताप का राजतिलक किया गया।
103. महाराणा कुम्भा के शासनकाल में मंडन द्वारा रचित ग्रंथ निम्नलिखित में से कौन सा नहीं है -
- A. रूपावतार
- B. वास्तुसार
- C. वास्तुशास्त्र
- D. एकलिंगाश्रय
व्याख्या: रूपावतार, वास्तुसार और वास्तुशास्त्र मंडन की रचनाएँ हैं, जबकि एकलिंगाश्रय उनकी रचना नहीं है।
104. किस इतिहासकार ने हल्दीघाटी के युद्ध को गोगुन्दा युद्ध के नाम से पुकारा है -
- A. अब्दुल कादिर बदायूँनी
- B. कर्नल जेम्स टॉड
- C. अबुल फजल
- D. निजामुद्दीन अहमद
व्याख्या: मुगल इतिहासकार अब्दुल कादिर बदायूंनी ने हल्दीघाटी के युद्ध को 'गोगुन्दा का युद्ध' कहा है।
105. सारंगपुर का युद्ध राणा कुंभा और ________ के बीच लड़ा गया था -
- A. दिलावर खान घूरी
- B. घियासुद्दीन शाह
- C. बाज बहादुर
- D. महमूद खिलजी
व्याख्या: सारंगपुर का युद्ध 1437 में राणा कुंभा और मालवा के सुल्तान महमूद खिलजी के बीच हुआ था।
106. उस व्यक्ति का नाम बताइए जिसने घायल महाराणा सांगा को खानवा के युद्ध क्षेत्र से सुरक्षित बसवा पहुँचा दिया था।
- A. चन्द्रभान चौहान
- B. करमचन्द
- C. पृथ्वीराज
- D. हसन खाँ मेवाती
व्याख्या: खानवा के युद्ध में घायल राणा सांगा को आमेर के पृथ्वीराज कछवाहा सुरक्षित युद्ध क्षेत्र से बाहर ले गए थे।
107. निम्नलिखित शासकों में से किसने भीलों को अपनी सैन्य-व्यवस्था में उच्च स्थानों पर नियुक्त किया -
- A. राय सिंह
- B. मालदेव
- C. महाराणा प्रताप
- D. चंद्रसेन
व्याख्या: महाराणा प्रताप ने भीलों के महत्व को समझते हुए उन्हें अपनी सेना में महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्त किया और उनका सहयोग प्राप्त किया।
108. निम्नलिखित में से कौन हल्दीघाटी के युद्ध में महाराणा प्रताप के चंदावल दस्तें में शामिल थे - 1. पुरोहित गोपीनाथ 2. राणा पूंजा3. जयमल मेहता 4. हकीम खां5. चारण जैसा 6. कृष्णदास चूंडावत
- A. 1, 2, 3, 4
- B. 2, 3, 4, 5
- C. 2, 3, 5, 6
- D. 1, 2, 3, 5
व्याख्या: हल्दीघाटी में प्रताप की सेना के चंदावल (पिछला) दस्ते में पुरोहित गोपीनाथ, राणा पूंजा, जयमल मेहता और चारण जैसा शामिल थे। हकीम खां हरावल दस्ते में थे।
109. अपनी तेज धावक क्षमता के कारण किसे ‘उडणा राजकुमार’ कहा जाता है -
- A. कुंवर पृथ्वीराज
- B. कुंवर चूड़़ा
- C. मोकल
- D. राव जोधा
व्याख्या: राणा रायमल के पुत्र कुंवर पृथ्वीराज को उनकी तेज गति और घुड़सवारी की क्षमता के कारण 'उडणा राजकुमार' कहा जाता था।
110. हल्दीघाटी के युद्ध में महाराणा प्रताप की सेना में हरावल का नेतृत्व कौन कर रहा था -
- A. अब्दुल लाहौरी
- B. महमूद खिलजी
- C. बिरदी मल
- D. हाकिम खान सूर
व्याख्या: हल्दीघाटी के युद्ध में महाराणा प्रताप की सेना के हरावल (अग्रिम) दस्ते का नेतृत्व हाकिम खान सूर ने किया था।