21. राणा राजसिंह समकालीन था -
- A. जहांगीर के
- B. औरंगजेब के
- C. अकबर के
- D. शाहजहां के
व्याख्या: मेवाड़ के महाराणा राजसिंह मुगल सम्राट औरंगजेब के समकालीन थे और उन्होंने औरंगजेब की कई नीतियों का विरोध किया था।
22. किस मेवाड़ शासक ने ‘विजय कटकातु’ की उपाधि धारण की थी -
- A. महाराणा प्रताप
- B. महाराणा अमरसिंह
- C. महाराणा जगतसिंह
- D. महाराणा राजसिंह
व्याख्या: महाराणा राजसिंह ने अपनी सैन्य सफलताओं के कारण 'विजय कटकातु' (विजेताओं का समूह) की उपाधि धारण की।
23. राणा साँगा की मृत्यु कब हुई -
- A. 30 जनवरी, 1528
- B. 30 जुलाई, 1527
- C. 28 अगस्त, 1529
- D. 29 नवम्बर, 1530
व्याख्या: खानवा के युद्ध में घायल होने के बाद राणा सांगा की मृत्यु 30 जनवरी, 1528 को कालपी नामक स्थान पर हुई।
24. 1857 के समय राज्य और शासक में सुम्मेलित नहीं है -
- A. करौली-मदन पाल
- B. धौलपुर - शम्भूसिंह
- C. बांसवाडा-लक्ष्मण सिंह
- D. कोटा-रामसिंह द्वितीय
व्याख्या: 1857 की क्रांति के समय धौलपुर के शासक भगवंत सिंह थे, न कि शम्भूसिंह।
25. चित्तौड़ में सिसोदिया वंश की नींव किसने डाली -
- A. राणा राहप
- B. राणा अरिसिंह
- C. राणा हम्मीर
- D. राणा कर्णसिंह
व्याख्या: राणा हम्मीर ने 1326 में चित्तौड़ पर पुनः अधिकार कर सिसोदिया वंश की स्थापना की थी।
26. डूँगरपुर राज्य से गुहिल राजवंश का संस्थापक कौन था -
- A. आसकरण
- B. सीसमल
- C. सामन्त सिंह
- D. उदयसिंह
व्याख्या: डूंगरपुर में गुहिल वंश की स्थापना उदयसिंह ने की थी, जो वागड़ क्षेत्र के शासक थे।
27. मेवाड़ का भीष्म पितामह किसे कहा जाता है -
- A. प्रताप
- B. सांगा
- C. चूड़ा
- D. मोकल
व्याख्या: राणा लाखा के पुत्र चूड़ा ने अपने पिता के विवाह के लिए राजगद्दी का त्याग कर दिया था, इसलिए उन्हें मेवाड़ का भीष्म पितामह कहा जाता है।
28. गुहिल वंश ने मुख्यतः कहाँ शासन किया -
- A. ढूंढाड़
- B. मारवाड़
- C. जाँगल
- D. मेवाड़
व्याख्या: गुहिल वंश ने राजस्थान के दक्षिणी-पूर्वी क्षेत्र मेवाड़ पर लंबे समय तक शासन किया।
29. मण्डन द्वारा लिखित ‘रूप मण्डन’ का संबंध है -
- A. सौंदर्य प्रसादन
- B. नगर रचना
- C. वास्तुकला
- D. मूर्तिकला
व्याख्या: 'रूप मंडन' ग्रंथ में मूर्तिकला और प्रतिमा विज्ञान के सिद्धांतों का वर्णन है।
30. किस स्थान पर राजसिंह ने द्वारिकाधाीश मंदिर का निर्माण कराया-
- A. चावण्ड
- B. खमनौर
- C. कांकरोली
- D. नाथद्वारा
व्याख्या: महाराणा राजसिंह ने कांकरोली (राजसमंद) में द्वारिकाधीश मंदिर का निर्माण करवाया था।