1. लेसर बीम का उपयोग होता
- D. गुर्दे की चिकित्सा में
- C. आँख की चिकित्सा में
- A. कैंसर चिकित्सा में
- B. हृदय की चिकित्सा में
व्याख्या: लेजर की सटीक और केंद्रित बीम का उपयोग नेत्र शल्य चिकित्सा (जैसे LASIK) में कॉर्निया को आकार देने और दृष्टि दोषों को ठीक करने के लिए व्यापक रूप से किया जाता है।
2. परमाणु बम का सिद्दांत आधारित है-
- C. उपरोक्त दोनों पर
- A. नाभिकीय संलयन पर
- D. उपरोक्त में से कोई नही
- B. नाभिकीय विखण्डन
व्याख्या: परमाणु बम अनियंत्रित नाभिकीय विखंडन की श्रृंखला अभिक्रिया पर आधारित है, जिसमें एक भारी नाभिक (जैसे यूरेनियम) टूटकर भारी मात्रा में ऊर्जा मुक्त करता है।
3. टेलीविजन के दूरस्थ नियंत्रण के लिए किस प्रकार के विद्युत चुम्बकीय विकिरण का उपयोग किया जाता है
- B. परवैगनी
- C. दृश्य
- D. उपरोक्त में से कोई नही
- A. अवरक्त
व्याख्या: टीवी रिमोट कंट्रोल सिग्नल भेजने के लिए अवरक्त (Infrared) विकिरण का उपयोग करते हैं, जो कि अदृश्य प्रकाश तरंगें होती हैं।
4. बेरियम एक उपरोक्त रूप में रोगियों को पेट के एक्स किरण परीक्षण से पूर्व खिलाया जाता है क्यूंकि-
- D. बेरियम लवण रंग में सफेद होते हैं और इससे चित्र में पेट को अन्य क्षेत्रों की तुलना में स्पष्टता से देखने में सहायता मिलती है
- C. बेरियम एक्स किरणों का एक अच्छा अवशोषक है और इससे चित्र में पेट की स्पष्टता से देखने में सहायता मिलती है
- B. बेरियम यौगिक मैग्नीशियम सल्फेट की तरफ एक्स किरण परीक्षण के पहले पेट को साफ़ करने में सहायता करता है
- A. बेरियम एक्स किरणों के प्रति अपनी पारदर्शिता के कारण एक्स किरणों को पेट के आर पार गुजरने देता है
व्याख्या: बेरियम सल्फेट एक्स-रे को अवशोषित कर लेता है, जिससे पेट और आंत जैसे नरम ऊतक एक्स-रे फिल्म पर स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगते हैं और उनकी रूपरेखा स्पष्ट हो जाती है।
5. एक्स किरणों को बेधन क्षमता किसके द्वारा बढाई जा जाती है
- A. तन्तु में धारा बढ़ाकर
- B. कैथोड और एनोड के बीच विभवान्तर घटाकर
- D. कैथोड के बीच विभवान्तर बढ़ाकर
- C. तन्तु में धारा घटाकर
व्याख्या: एक्स-रे की भेदन क्षमता उनकी ऊर्जा पर निर्भर करती है। कैथोड और एनोड के बीच विभवांतर (वोल्टेज) बढ़ाने से इलेक्ट्रॉनों की गतिज ऊर्जा बढ़ती है, जिससे उच्च ऊर्जा वाली और अधिक भेदन क्षमता वाली एक्स-किरणें उत्पन्न होती हैं।
6. कलपक्कम के फ़ास्ट ब्रीडर टेस्ट रिएक्टर में निम्न में से कौन सा शीतलक के रूप में प्रयोग में लाया जाता है-
- D. गलित सोडियम
- C. समुद्री जल
- B. भारी जल
- A. कार्बन डाइऑकसाइड
व्याख्या: फास्ट ब्रीडर रिएक्टरों में उच्च तापमान पर काम करने की आवश्यकता होती है, इसलिए गलित सोडियम का उपयोग शीतलक (coolant) के रूप में किया जाता है क्योंकि यह एक उत्कृष्ट ऊष्मा अंतरण माध्यम है।
7. निम्न में अस्थायी कण है -
- C. न्यूट्रॉन
- D. अल्फा कण
- A. प्रोटान
- B. इलेक्ट्रॉन
व्याख्या: प्रोटॉन और इलेक्ट्रॉन स्थिर कण हैं। एक मुक्त न्यूट्रॉन अस्थायी होता है और लगभग 15 मिनट की औसत आयु के साथ एक प्रोटॉन, एक इलेक्ट्रॉन और एक एंटीन्यूट्रिनो में विघटित हो जाता है।
8. किसी परमाणु नाभिक का आइसोटोप वह नाभिक है जिसमे-
- A. न्युटॉनों की संख्या वही होती है परन्तु की संख्या भिन्न होती है
- C. प्रोटोनों और न्युटॉनों दोनों की संख्या वही होती है
- D. प्रोटोनों और न्युटॉनों दोनों की संख्या भिन्न होती है
- B. प्रोटोनों की संख्या वही होती है परन्तु न्युटॉनों की संख्या भिन्न होती है
व्याख्या: समस्थानिक (Isotopes) एक ही तत्व के परमाणु होते हैं जिनमें प्रोटॉनों की संख्या समान होती है (जिससे उनका परमाणु क्रमांक समान होता है) लेकिन न्यूट्रॉनों की संख्या भिन्न होती है।
9. परमाणु जिनमें प्रोटोनों की संख्या समान परन्तु न्युटॉनों की संख्या भिन्न भिन्न रहती है क्या कहलाते हैं
- C. समन्युटॉनिक
- D. समस्थानिक
- A. समदाबिक
- B. समावयवी
व्याख्या: यह समस्थानिक (Isotopes) की परिभाषा है। उदाहरण के लिए, हाइड्रोजन के तीन समस्थानिक (प्रोटियम, ड्यूटेरियम, ट्राइटियम) हैं, सभी में 1 प्रोटॉन लेकिन 0, 1, और 2 न्यूट्रॉन होते हैं।
10. रेडियो सक्रिय पदार्थ उत्सर्जित करता है-
- C. गामा किरणें
- B. बीटा किरणें
- D. उपरोक्त सभी
- A. अल्फ़ा किरणें
व्याख्या: रेडियोधर्मी क्षय की प्रक्रिया में, एक अस्थिर परमाणु नाभिक अल्फा कण, बीटा कण और/या गामा किरणों के रूप में ऊर्जा और कणों का उत्सर्जन करके स्थिरता प्राप्त करने का प्रयास करता है।