11. अतिचालकता किस तापमान पर अत्यधिक आर्थिक महत्व की हो सकती है जिससे लाखों रूपये की बचत हो-
- D. अत्यधिक ऊँचे तापमान पर
- B. उस तापमान पर जिस पर अर्ध्द्चालक हो जाता है
- C. सामान्य तापमान पर
- A. अत्यंत कम तापमान पर
व्याख्या: अतिचालकता की स्थिति में विद्युत प्रतिरोध शून्य हो जाता है, जिससे ऊर्जा की हानि नहीं होती। यदि यह सामान्य कमरे के तापमान पर संभव हो जाए, तो इसे ठंडा करने की लागत समाप्त हो जाएगी और यह आर्थिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण होगा।
12. आइन्सटीन को नोबेल पुरस्कार से समानित किया गया -
- B. विशिष्ट उष्माओं के सिद्धांत के लिए
- D. बोस-आइन्सटिन सांख्यिकी के लिए
- A. प्रकाश वैद्युत प्रभाव के लिए
- C. विशेष सापेक्षिकता सिद्धांत के लिए
व्याख्या: अल्बर्ट आइंस्टीन को 1921 में भौतिकी का नोबेल पुरस्कार 'प्रकाशविद्युत प्रभाव' (Photoelectric Effect) की खोज और उसकी व्याख्या के लिए प्रदान किया गया था, न कि सापेक्षता के सिद्धांत के लिए।
13. हाल ही में खोजे गये उच्चतापीय अतिचालक है
- A. शुद्ध विरल भू-धातु
- D. अकार्बनिक बहुलक
- C. सिरेमिक ऑक्साइड
- B. मिश्र धातु
व्याख्या: उच्च तापमान वाले अतिचालक अक्सर जटिल सिरेमिक ऑक्साइड यौगिक होते हैं, जैसे कि येट्रियम बेरियम कॉपर ऑक्साइड (YBCO)।
14. नाभिकीय रिएक्टर में न्यूटॉन नियंत्रक के रूप में निम्नलिखित में से प्रयोग किया जाता है
- C. कैडमियम या बोरोन
- D. एलुमिनियम
- B. ग्रेफाइट
- A. भारी जल
व्याख्या: कैडमियम और बोरॉन न्यूट्रॉन के बहुत अच्छे अवशोषक हैं। नाभिकीय रिएक्टर में, इनकी छड़ों का उपयोग अतिरिक्त न्यूट्रॉनों को अवशोषित करके विखंडन की श्रृंखला अभिक्रिया को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है।
15. इलेक्टॉन वहन करता है
- A. एक यूनिट ऋणावेश
- B. एक यूनिट धनावेश
- C. दो यूनिट ऋणावेश
- D. दो यूनिट धनावेश
व्याख्या: इलेक्ट्रॉन एक मूलभूत कण है जिस पर एक इकाई ऋणात्मक विद्युत आवेश (-1.602 x 10⁻¹⁹ कूलॉम) होता है।
16. नाभिकीय रिएक्टर और परमाणु बम में यह अंतर है कि-
- D. परमाणु बम में कोई श्रंखला अभिक्रिया नही होती है जबकि नाभकीय रिएक्टर में होती है
- B. नाभिकीय रिएक्टर में श्रृखला अभिक्रिया नियंत्रित होती है
- A. नाभिकीय रिएक्टर में कोई श्रृखला अभिक्रिया नही होती जबकि परमाणु बम्ब में होती है
- C. नाभिकीय रिएक्टर में श्रृखला अभिकिया नियंत्रित नही होती है
व्याख्या: दोनों ही नाभिकीय विखंडन पर आधारित हैं, लेकिन मुख्य अंतर यह है कि परमाणु बम में श्रृंखला अभिक्रिया अनियंत्रित होती है, जबकि नाभिकीय रिएक्टर में इसे नियंत्रित किया जाता है ताकि ऊर्जा का उत्पादन स्थिर दर से हो।
17. X-किरणों का उपयोग क्रिस्टल संरचना के अध्ययन के लिए किया जाता है क्यूंकि-
- B. X-किरणों की तरंगदैर्घ्य तथा क्रिस्टल के अंतरपरमाणूक की दूरी की परिमाण की कोटि समान होती है
- A. X-किरणों को क्रिस्टल पूर्णत: अवशोषित करता है
- D. X-किरणों के लिय क्रिस्टल पूर्णतया पारदर्शी होता है
- C. X-किरणों की तरंगदैर्घ्य बहुत छोटी होती है अपेक्षाकृत क्रिस्टल के अंतर परमाणुक की दूरी के
व्याख्या: एक्स-रे विवर्तन के लिए, एक्स-रे की तरंग दैर्ध्य क्रिस्टल में परमाणुओं के बीच की दूरी के समान होनी चाहिए। यह स्थिति विवर्तन पैटर्न बनाने और क्रिस्टल संरचना का विश्लेषण करने की अनुमति देती है।
18. सर्वप्राचीन शैल समूह की आयु आंकी जाती है-
- A. K-Ar विधि से
- D. यूरेनियम -लेड विधि से
- B. C14 विधि से
- C. Ra-Si विधि से
व्याख्या: पोटेशियम-आर्गन (K-Ar) डेटिंग विधि का उपयोग बहुत पुरानी चट्टानों और खनिजों की आयु निर्धारित करने के लिए किया जाता है, क्योंकि पोटेशियम-40 की अर्ध-आयु बहुत लंबी (लगभग 1.25 बिलियन वर्ष) होती है।
19. लेजर एक युक्ति है जिसके द्वारा उत्पन्न किया जाता है
- C. प्रकीर्ण विकिरण
- B. वर्णविक्षेपित विकिरण
- A. स्वत: विकीर्ण
- D. उद्दिती विकिरण
व्याख्या: लेजर का पूरा नाम 'Light Amplification by Stimulated Emission of Radiation' है। यह उद्दीपित उत्सर्जन (Stimulated Emission) की प्रक्रिया द्वारा एक कलासंबद्ध (coherent) और तीव्र प्रकाश किरण उत्पन्न करता है।
20. जिस तत्व के परमाणु में दो प्रोटान दो न्यूटॉन और दो इलेक्ट्रोन हो उस तत्व का द्रव्यमान संख्या कितना होता है
व्याख्या: किसी तत्व की द्रव्यमान संख्या उसके नाभिक में प्रोटॉन और न्यूट्रॉन की कुल संख्या होती है। इस मामले में, द्रव्यमान संख्या = 2 प्रोटॉन + 2 न्यूट्रॉन = 4।