21. एकीकृत परिपथ में प्रयुक्त अर्ध्द्चालक चिप निम्न की बनी होती है
- B. कार्बन
- A. बेरिलियम
- D. जिरकॉन
- C. सिलिकॉन
व्याख्या: एकीकृत परिपथ (IC चिप्स) मुख्य रूप से सिलिकॉन से बने होते हैं, जो एक उत्कृष्ट और प्रचुर मात्रा में उपलब्ध अर्धचालक पदार्थ है।
22. सितारों में अक्षय उर्जा के स्त्रोत का कारण है
- A. हाइड्रोजन का हीलियम में परिवर्तन
- D. ऑक्सिजन की आधिकता जो जलने में सहायक है तथा उर्जा उत्पन्न करती है
- C. रेडियोधर्मी पदार्थो का क्षय
- B. हीलियम का हाड्रोजन में परिवर्तन
व्याख्या: तारों में ऊर्जा का स्रोत नाभिकीय संलयन है, जिसमें अत्यधिक दबाव और तापमान पर हाइड्रोजन के नाभिक मिलकर हीलियम के नाभिक बनाते हैं, और इस प्रक्रिया में भारी मात्रा में ऊर्जा निकलती है।
23. बिना शल्य चिकित्सा के पथरी का इलाज किया जाता है-
- A. एक्स रे द्वारा
- D. अल्ट्रासाउंड द्वारा
- B. प्लुरेस्कोपी द्वारा
- C. लेसर द्वारा
व्याख्या: लेजर लिथोट्रिप्सी एक ऐसी तकनीक है जिसमें लेजर बीम का उपयोग गुर्दे या पित्ताशय की पथरी को छोटे टुकड़ों में तोड़ने के लिए किया जाता है, जिन्हें फिर शरीर से स्वाभाविक रूप से बाहर निकाला जा सकता है।
24. तारे अपनी उर्जा प्राप्त करते हैं -1. नाभिकीय संलयन से2. गुरुत्वीय संकुचन से3. रासायनिक अभिक्रिया से 4. नाभिकीय विखण्डन सेकूट :
- D. 2 तथा 4
- B. 1,2 तथा 3
- A. 1 तथा 2
- C. 1 तथा 4
व्याख्या: तारों को उनकी अधिकांश ऊर्जा नाभिकीय संलयन से मिलती है। इसके अतिरिक्त, तारे के निर्माण के दौरान और उसके जीवन के कुछ चरणों में, गुरुत्वाकर्षण संकुचन भी गर्मी और ऊर्जा उत्पन्न करता है।
25. परमाणु बम्ब में निम्न सिद्धांत कार्य करता है
- B. नाभिकीय विखण्डन
- C. फ्लेमिंग का नियम
- A. नाभिकीय संलयन
- D. प्रकाश विद्युत प्रभाव
व्याख्या: परमाणु बम एक अनियंत्रित नाभिकीय विखंडन श्रृंखला अभिक्रिया के सिद्धांत पर काम करता है, जिससे बहुत कम समय में अत्यधिक ऊर्जा निकलती है।
26. लेजर (LASER) बीम सदा होती है -
- A. अभिसारी बीम
- C. समान्तर बीम
- D. शुरू में समान्तर और बाद में अपसारी
- B. अपसारी बीम
व्याख्या: हालांकि लेजर बीम अत्यधिक कलासंबद्ध और लगभग समानांतर होती है, लेकिन विवर्तन के कारण यह थोड़ी मात्रा में फैलती (अपसारी) है। दिए गए विकल्पों में, 'अपसारी बीम' सबसे उपयुक्त है, भले ही यह फैलाव बहुत कम होता है। (नोट: कई संदर्भों में इसे 'समानांतर बीम' भी कहा जाता है)।
27. p तथा n प्रकार के दो अर्ध्द्चालकों जब सम्पर्क में लाये जाते हैं तो वे जो p-n संधि बनाते हैं वह किस रूप में कार्य करती है
- C. दोलित्र
- B. चालक
- D. दिष्टकारी
- A. प्रवर्धक
व्याख्या: एक पी-एन जंक्शन (डायोड) धारा को केवल एक दिशा में प्रवाहित होने देता है। इस गुण के कारण, इसका उपयोग दिष्टकारी (Rectifier) के रूप में प्रत्यावर्ती धारा (AC) को दिष्ट धारा (DC) में बदलने के लिए किया जाता है।
28. न्यूट्रॉन की खोज की थी -
- D. न्यूटन
- B. थॉमसन
- A. रदरफोर्ड
- C. चैडविक
व्याख्या: न्यूट्रॉन की खोज 1932 में जेम्स चैडविक ने की थी, जिसके लिए उन्हें 1935 में भौतिकी का नोबेल पुरस्कार मिला।
29. पृथ्वी की आयु का निर्धारण निम्न में से किस विधि द्वारा किया जाता है
- C. जैव घड़ी विधि
- A. कार्बन डेटिंग विधि
- B. जैव तकनीक विधि
- D. युरेनियम
व्याख्या: यूरेनियम-लेड डेटिंग जैसी रेडियोमेट्रिक डेटिंग विधियों का उपयोग पृथ्वी की आयु का निर्धारण करने के लिए किया जाता है। यूरेनियम की लंबी अर्ध-आयु इसे अरबों वर्षों पुरानी चट्टानों की डेटिंग के लिए उपयुक्त बनाती है।
30. राडार (Radar) का प्रयोग किसलिए किया जाता है ?
- B. रेडियो रिसीवर से सिग्नल प्राप्त करना
- D. तुल्यकाली उपग्रह का पता लगाना
- A. निमग्न पनडुब्बियो का पता लगाना
- C. दूरस्थ वस्तुओं की पहचान करना और उर्जा पता लगाना
व्याख्या: रडार रेडियो तरंगों का उपयोग करके दूर की वस्तुओं का पता लगाने, उनकी स्थिति, गति और आकार का निर्धारण करने के लिए उपयोग किया जाता है।