51. समस्थानिक होते है किसी एक ही तत्व के परमाणु जिनका-
- A. परमाणु भार समान,किन्तु परमाणु क्रमांक भिन्न होत्ता है
- B. परमाणु भार भिन्न किन्तु परमाणु क्रमांक समान होता है
- D. उपरोक्त में से कोई नही
- C. परमाणु भर तथा परमाणु क्रमांक दोनों ही समान होते है
व्याख्या: यह समस्थानिकों की एक सटीक परिभाषा है। उनमें प्रोटॉनों की संख्या (परमाणु क्रमांक) समान होती है, लेकिन न्यूट्रॉनों की संख्या भिन्न होने के कारण उनका परमाणु भार भिन्न होता है।
52. सुपर कन्डक्टर की चालकता कितनी होती है ?
- A. असीमित
- D. अधिक
- B. कम
- C. शून्य
व्याख्या: अतिचालक (सुपरकंडक्टर) की परिभाषा के अनुसार, एक निश्चित क्रांतिक तापमान से नीचे इसका विद्युत प्रतिरोध शून्य हो जाता है, जिसका अर्थ है कि इसकी चालकता असीमित (अनंत) हो जाती है।
53. जब जर्मेनियम जाली में आर्सेनिक परमाणु डाले जाते हैं तो वह क्या बन जाता है
- D. अंतर सेमी कन्डक्टर
- B. विद्युतरोधक
- A. बाह्य सेमीकंडकटर
- C. सुपर कन्डक्टर
व्याख्या: शुद्ध अर्धचालक (जैसे जर्मेनियम) में अशुद्धि (जैसे आर्सेनिक) मिलाने की प्रक्रिया को डोपिंग कहा जाता है, और इससे एक बाह्य (extrinsic) सेमीकंडक्टर बनता है, जिसकी चालकता बढ़ जाती है।
54. सुपर कंडक्टर ऐसे पदार्थ है -
- C. जो विद्युत करेंट के प्रवाह को उच्च रोधिका देते हिं
- A. जो विद्युत करेंट के प्रवाह को न्यूनतम रोधिका देते हैं
- D. जो उच्च तापमान पर विद्युत् का चालन करते हैं
- B. जोज निम्न तापमान पर विद्युत का चालक करते हैं
व्याख्या: सुपरकंडक्टर की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि वे एक निश्चित तापमान से नीचे विद्युत धारा के प्रवाह के लिए शून्य प्रतिरोध (न्यूनतम संभव रोधिका) प्रदान करते हैं।
55. सौर उर्जा को बिजली में परिवर्तित करने के लिए कौन-सी युक्ति प्रयुक्त की जाती है ?
- C. प्रकाश वोल्टीय सेल
- D. डेनियल सेल
- B. गैल्वेन सेल
- A. इलेक्ट्रो केमिकल सेल
व्याख्या: प्रकाश वोल्टीय सेल, जिसे सौर सेल भी कहा जाता है, विशेष रूप से सौर ऊर्जा (प्रकाश) को सीधे बिजली में परिवर्तित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
56. पहले तापायनिक वाल्व का अविष्कार किसने किया था-
- B. रिचर्डसन ने
- A. थॉमस एडिसन ने
- D. ली डी०फारेस्ट ने
- C. जे०ए०फ्लेमिंग ने
व्याख्या: जॉन एम्ब्रोस फ्लेमिंग ने 1904 में पहले तापायनिक वाल्व, जिसे डायोड भी कहा जाता है, का आविष्कार किया था।
57. दूरदर्शन के संकेत एक निश्चित दूरी के बाद नही मिल सकते क्यूंकि-
- B. एंटीना दुर्वल है
- D. पृथ्वी की सतह वक्राकार है
- A. संकेत दुर्बल हैं
- C. वायु संकेंतों को शोषित कर लेते हैं
व्याख्या: टेलीविजन सिग्नल सीधी रेखा में चलते हैं। पृथ्वी की सतह घुमावदार होने के कारण, एक निश्चित दूरी के बाद ये सिग्नल पृथ्वी के घुमाव के कारण सीधे रिसीवर तक नहीं पहुंच पाते हैं।
58. नाभिकीय संलयन को ताप नाभिकीय अभिक्रिया भी क्यों कहते हैं
- D. संलयन अभिक्रिया धुप में होती है
- A. संलयन नाभिकीय उर्जा को ताप में बदल देता है
- B. संलयन के लिए अत्यधिक उच्च तापमान की स्थितियों की आवश्यकता होती है
- C. संलयन में काफी ऊष्मा पैदा होती है
व्याख्या: नाभिकीय संलयन अभिक्रिया शुरू करने के लिए, परमाणुओं को अत्यधिक उच्च तापमान (लाखों डिग्री सेल्सियस) पर गर्म करना पड़ता है ताकि उनके नाभिक एक-दूसरे के प्रतिकर्षण बल को पार कर आपस में जुड़ सकें। इसीलिए इसे ताप-नाभिकीय अभिक्रिया कहते हैं।
59. परमाणु बम के विस्फोट में भारी मात्रा में उर्जा किसके कारण निकलती है
- A. द्रव्य का उर्जा में परिवर्तन
- D. न्यूटॉन का प्रोटोन में परिवर्तन
- B. रासायनिक उर्जा का ताप उर्जा में परिवर्तन
- C. यांत्रिक उर्जा का नाभिकीय उर्जा में परिवर्तन
व्याख्या: नाभिकीय अभिक्रियाओं में, कुछ मात्रा में द्रव्यमान ऊर्जा में परिवर्तित हो जाता है, जैसा कि आइंस्टीन के प्रसिद्ध समीकरण E=mc² द्वारा वर्णित है। यही ऊर्जा की भारी मात्रा का स्रोत है।
60. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिये गये कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए :सूची-I (रेडियो समस्थानिक)A. आर्सेनिक - 74B. कोबाल्ट - 60C. आयोडीन-131D. सोडियम - 24सूची-II (निदान सूचक उपयोग)1. थायरॉयड ग्रंथि की सक्रियता2. रक्त व्यक्तिक्रम3. ट्यूमर4. कैंसर
- D. A → 4, B → 3, C → 2, D → 1
- C. A → 3, B → 4, C → 1, D → 2
- B. A → 4, B → 3, C → 1, D → 2
- A. A → 1, B → 2, C → 3, D → 4
व्याख्या: सही मिलान है: आर्सेनिक-74 का उपयोग ट्यूमर का पता लगाने में, कोबाल्ट-60 का उपयोग कैंसर के इलाज में, आयोडीन-131 का उपयोग थायरॉयड ग्रंथि की जांच में, और सोडियम-24 का उपयोग रक्त परिसंचरण की समस्याओं का पता लगाने में होता है।