21. निम्न में से किस स्थिति में किसी व्यक्ति को भारतीय नागरिकता से वंचित नहीं किया जा सकता है ?
- A.निर्वाचन के दौरान
- B.आपाताकाल के दौरान
- C.युद्ध के दौरान
- D.उपर्युक्त सभी
व्याख्या: नागरिकता अधिनियम के अनुसार, केंद्र सरकार किसी भी व्यक्ति को उसकी नागरिकता से तब वंचित नहीं करेगी जब भारत किसी युद्ध में व्यस्त हो। व्यवहार में, निर्वाचन और आपातकाल जैसी संवेदनशील अवधियों के दौरान भी ऐसी कार्यवाही नहीं की जाती है।
22. नागरिक बनने की निम्नलिखित शर्तों में एक आवश्यक शर्त क्या है ?
- A.राज्य की सदस्यता
- B.उच्च परिवार की सदस्यता
- C.उच्च जाति की सदस्यता
- D.किसी धर्म का समर्थन
व्याख्या: नागरिक होने का मूल अर्थ ही किसी राज्य (देश) का सदस्य होना है। किसी देश की सदस्यता प्राप्त होने पर ही व्यक्ति को उस देश के नागरिक अधिकार और कर्तव्य प्राप्त होते हैं। परिवार, जाति या धर्म नागरिकता की शर्त नहीं हो सकते।
23. भारतीय संविधान के अंतर्गत भारत के नागरिकों को वे कौन से अधिकार प्राप्त हैं, जो गैर नागरिकों को नहीं है ?
- A.कुछ सार्वजनिक पदों की पात्रता
- B.संसद व विधानमंडल के सदस्य होने का अधिकार
- C.अनुच्छेद 15, 16 एवं 19 द्वारा प्रदत्त मौलिक अधिकार
- D.उपर्युक्त सभी
व्याख्या: भारतीय संविधान नागरिकों को कुछ विशेष अधिकार देता है जो विदेशियों को नहीं मिलते। इनमें शामिल हैं: कुछ सार्वजनिक पदों (जैसे राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति) की पात्रता, संसद या विधानमंडल का सदस्य बनने का अधिकार, और कुछ मौलिक अधिकार (जैसे अनुच्छेद 15, 16, 19, 29, 30)।
24. नागरिकता के लोप होने का एक नियम है -
- A.परिवार से बिछड़ जाने पर
- B.देशद्रोह का अपराध सिद्ध होने पर
- C.भ्रमण के लिए विदेश जाने पर
- D.शिक्षा के लिए विदेश जाने पर
व्याख्या: यदि कोई नागरिक संविधान का अनादर करता है, युद्ध के समय शत्रु देश की मदद करता है, या देशद्रोह जैसे गंभीर अपराध करता है और यह साबित हो जाता है, तो केंद्र सरकार उसे भारतीय नागरिकता से वंचित कर सकती है। यह नागरिकता समाप्त करने का एक तरीका है।
25. नागरिकता प्राप्त करने के लिए शर्ते निर्धारित करने वाला सक्षम निकाय कौन - सा है ?
- A.चुनाव आयोग
- B.राष्ट्रपति
- C.संसद
- D.संसद और विधान सभाएं
व्याख्या: संविधान के अनुच्छेद 11 के अनुसार, नागरिकता से संबंधित कोई भी कानून बनाने का एकमात्र और अंतिम अधिकार भारतीय संसद को है। राज्य विधानसभाओं को इस विषय पर कानून बनाने का अधिकार नहीं है।
26. भारतीय संविधान में नागरिकता के प्रावधान कब लागू हुए ?
व्याख्या: हालांकि अधिकांश संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ, लेकिन नागरिकता से संबंधित प्रावधान (अनुच्छेद 5, 6, 7, 8, 9) 26 नवंबर 1949 को ही लागू हो गए थे, जिस दिन संविधान सभा ने संविधान को अपनाया था। ऐसा देश के विभाजन के बाद नागरिकता की स्थिति को तत्काल स्पष्ट करने के लिए किया गया।
27. ऐसे सभी व्यक्ति जो ........ या उसके पश्चात भारत में जन्म ग्रहण किया हो, उन्हें जन्मजात भारतीय नागरिक समझा जाएगा |
- A.15 अगस्त, 1947
- B.1 जनवरी, 1949
- C.26 जनवरी, 1950
- D.15 अगस्त, 1950
व्याख्या: नागरिकता अधिनियम 1955 के मूल प्रावधानों के अनुसार, 26 जनवरी 1950 (संविधान लागू होने की तिथि) को या उसके बाद भारत में जन्म लेने वाले प्रत्येक व्यक्ति को जन्म से भारत का नागरिक माना जाता था (कुछ अपवादों को छोड़कर)।
28. किसी व्यक्ति की भारतीय नागरिकता निलम्बित की जा सकती है 1. यदि कोई व्यक्ति स्वेच्छा से दुसरे देश की नागरिकता ग्रहण कर लेता है 2. यदि वह नागरिकता के दायित्व से परिचित नहीं हैं 3. यदि भारत सरकार को यह विश्वास हो जाए कि नागरिकता छलपूर्वक प्राप्त की गई है 4. यदि व्यक्ति जन्म से देश का नागरिक है किन्तु किसी विदेशी राष्ट्र में युद्ध के दौरान वह शत्रु की सहायता पहुँचाने की गतिविधियों में लिप्त पाया जाता हैं
- A.1,3
- B.1,2,3
- C.1,3,4
- D.1,2,3,4
व्याख्या: नागरिकता समाप्त करने के ये वैध कारण हैं: (1) स्वेच्छा से दूसरे देश की नागरिकता लेना, (3) धोखाधड़ी से नागरिकता प्राप्त करना, और (4) युद्ध के दौरान दुश्मन देश की मदद करना। 'नागरिकता के दायित्व से परिचित नहीं होना' नागरिकता छीनने का कानूनी आधार नहीं है।
29. नागरिकता निम्न में से किन विधियों द्वारा प्राप्त की जा सकती हैं 1. जन्म 2. आनुवंशिकता 3. पंजीयन द्वारा 4. अनुरोध द्वारा
व्याख्या: भारतीय नागरिकता प्राप्त करने के मुख्य तरीके हैं: जन्म से, आनुवंशिकता (वंश) से, और पंजीकरण द्वारा। इसके अलावा देशीयकरण और भू-भाग का अर्जन भी तरीके हैं। 'अनुरोध द्वारा' नागरिकता प्राप्त करने की कोई कानूनी विधि नहीं है।
30. नागरिकता निम्न में से किन विधियों द्वारा प्राप्त की जा सकती हैं 1. जन्म 2. आनुवंशिकता 3. पंजीयन द्वारा 4. अनुरोध द्वारा
व्याख्या: भारतीय नागरिकता प्राप्त करने के मुख्य तरीके हैं: जन्म से, आनुवंशिकता (वंश) से, और पंजीकरण द्वारा। इसके अलावा देशीयकरण और भू-भाग का अर्जन भी तरीके हैं। 'अनुरोध द्वारा' नागरिकता प्राप्त करने की कोई कानूनी विधि नहीं है।