1. मध्यावधि चुनाव कब कराया जाता है ?
- A.समय के पूर्ण होने से पहले ही जब लोकसभा भंग हो जाए
- B.जब कोई निश्चित सदस्य अपना पद त्याग देता है
- C.मतदान के समय जब कोई अंतर न हो
- D.जब कभी मंत्रीगण किसी पार्टी से अपना त्यागपत्र देते हैं
व्याख्या: जब कोई सरकार अपना बहुमत खो देती है या किसी अन्य कारण से लोकसभा अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा करने से पहले ही भंग हो जाती है, तो नई लोकसभा के गठन के लिए कराए जाने वाले चुनाव को **मध्यावधि चुनाव** कहते हैं।
2. संविधान लागू होने के बाद राष्ट्रपति ने पहली बार कब दो व्यक्तियों को मुख्य निर्वाचन युक्त की सहायता के लिए निर्वाचन आयुक्त के पद पर नियुक्त किया ?
- A.1986 ई.
- B.1987 ई.
- C.1988 ई.
- D.1989 ई.
व्याख्या: मूल रूप से चुनाव आयोग एक-सदस्यीय निकाय था। लेकिन, 61वें संविधान संशोधन द्वारा मतदान की आयु 21 से घटाकर 18 वर्ष करने के बाद बढ़े हुए काम को संभालने के लिए, राष्ट्रपति ने **अक्टूबर 1989** में पहली बार दो अतिरिक्त निर्वाचन आयुक्तों की नियुक्ति की।
3. मुख्य निर्वाचन आयुक्त की नियुक्ति तथा उसको पदच्युत करने का अधिकार निम्नलिखित में से किसको है ?
- A.प्रधानमंत्री
- B.मुख्य न्यायाधीश
- C.राष्ट्रपति
- D.संसद
व्याख्या: मुख्य निर्वाचन आयुक्त की नियुक्ति **भारत के राष्ट्रपति** द्वारा की जाती है। उन्हें पद से हटाने की प्रक्रिया अत्यंत कठोर है और यह सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश को हटाने की प्रक्रिया के समान है, जिसमें संसद के दोनों सदनों द्वारा विशेष बहुमत से प्रस्ताव पारित करना होता है।
4. भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति कौन करता है ?
- A.संसद
- B.प्रधानमंत्री
- C.राष्ट्रपति
- D.उपराष्ट्रपति
व्याख्या: संविधान के अनुच्छेद 324(2) के अनुसार, मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति **भारत के राष्ट्रपति** द्वारा की जाती है।
5. भारत का प्रथम मुख्य चुनाव आयुक्त कौन था ?
- A.जी. वी. मावलंकर
- B.टी. स्वामीनाथन
- C.के. वी. के. सुन्दरम
- D.सुकुमार सेन
व्याख्या: **सुकुमार सेन** भारत के पहले मुख्य चुनाव आयुक्त थे। उन्होंने 1950 से 1958 तक इस पद पर कार्य किया और भारत के पहले दो आम चुनावों (1951-52 और 1957) का सफलतापूर्वक संचालन किया।
6. EVM का प्रयोग भारतीय चुनावों में कब से प्रारम्भ हुआ ?
व्याख्या: इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) का व्यापक स्तर पर प्रयोग **1998** में राजस्थान, मध्य प्रदेश और दिल्ली के विधानसभा चुनावों में शुरू हुआ। 2004 के लोकसभा चुनाव के बाद से सभी चुनावों में EVM का इस्तेमाल हो रहा है।
7. परिसीमन आयोग (Delimitation Commission) के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए -1. परिसीमन आयोग के आदेशों की किसी न्यायालय में चुनौती नहीं दी जा सकती |2. परिसीमन आयोग के आदेश जब लोक सभा अथवा राज्य विधान सभा के सम्मुख रखे जाते हैं, तब उन आदेशों में कोई संशोधन नहीं किया जा सकता |उपर्युक्त में से कौन-सा कथन सही है/हैं ?
- A.केवल 1
- B.केवल 2
- C.1 और 2
- D.न तो 1, न ही 2
व्याख्या: दोनों कथन सही हैं। परिसीमन आयोग एक बहुत शक्तिशाली निकाय है। इसके आदेशों को **कानूनी बल प्राप्त** होता है और उन्हें किसी भी अदालत में चुनौती नहीं दी जा सकती। साथ ही, संसद या विधानसभा भी इसके आदेशों में कोई संशोधन नहीं कर सकती।
8. भारत के निर्वाचन आयोग के कार्य है -1. संसद एवं राज्य विधानमंडलों के सभी चुनाव कराना2. राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के लिए चुनाव कराना3. किसी राज्य में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए अनुकूल दशा न होने पर राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की संस्तुति करना4. निर्वाचन सूचियों तैयार कराने के कार्य का निरिक्षण, निर्देशन एवं नियन्त्रण |
- A.1,2,3
- B.1,2,4
- C.1,3,4
- D.सभी चारों
व्याख्या: निर्वाचन आयोग संसद, राज्य विधानमंडलों, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनाव कराता है तथा मतदाता सूची तैयार करता है। **राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करना** निर्वाचन आयोग का कार्य नहीं है; यह सिफारिश संबंधित राज्य के राज्यपाल द्वारा की जाती है।
9. उपचुनाव कराया जाता है -
- A.2 वर्ष बाद
- B.3 वर्ष बाद
- C.5 वर्ष बाद
- D.कभी भी
व्याख्या: उपचुनाव किसी सदस्य की मृत्यु, इस्तीफे या अयोग्यता के कारण खाली हुई सीट को भरने के लिए कराया जाता है। इसलिए यह **कभी भी** आवश्यकता पड़ने पर आयोजित किया जा सकता है।
10. निर्वाचन आयोग की सहायता के लिए लोकसभा या राज्य विधान मंडल के साधारण निर्वाचन के पहले प्रादेशिक निर्वाचन आयुक्त की नियुक्ति करने का अधिकार किसे प्राप्त है ?
- A.राष्ट्रपति
- B.संसद
- C.मुख्य निर्वाचन आयुक्त
- D.राज्यपाल
व्याख्या: संविधान के अनुच्छेद 324(4) के अनुसार, निर्वाचन आयोग से परामर्श करने के बाद **राष्ट्रपति** आवश्यकतानुसार प्रादेशिक आयुक्तों की नियुक्ति कर सकते हैं ताकि वे निर्वाचन आयोग की सहायता कर सकें।