61. गैसोलीन के नमूने की गुणवता का पता कैसे लगता है?
- D. इसके द्रव्यमान से
- B. इसके सीटेन नंबर से
- A. इसकी आयोडीन वैल्यू से
- C. इसके ऑक्टेन नंबर से
व्याख्या: गैसोलीन (पेट्रोल) की गुणवत्ता उसकी ऑक्टेन संख्या से मापी जाती है, जो इंजन में अपस्फोटन (नॉकिंग) के प्रतिरोध को दर्शाती है।
62. औषध में पीड़ानाशक के रूप में प्रयुक्त होने वाला मिश्र है -
- B. क्लोरोफॉर्म
- D. एथिल एक्लोहॉल
- A. यूरोट्रोपिन
- C. एस्पिरिन
व्याख्या: एस्पिरिन (एसिटाइलसैलिसिलिक एसिड) एक सामान्य दवा है जिसका उपयोग दर्द (पीड़ानाशक), बुखार और सूजन को कम करने के लिए किया जाता है।
63. पेट्रोल स्टेशन पर बिकने वाला पेट्रोल मिश्रित गैसोलीन होता है ,मिश्रित करने पर -
- B. पेट्रोल सस्ता हो जाता है
- C. गन्ध कम हो जाती है
- A. पेट्रोल का अस्फोटीरोधी गुण बढ़ जाता है
- D. पेट्रोल के दहन पर निकलने वाला धुँआ कम हो जाता है
व्याख्या: पेट्रोल में विभिन्न यौगिकों को मिश्रित करने का मुख्य उद्देश्य उसकी ऑक्टेन रेटिंग को बढ़ाना है, जिससे उसका अपस्फोटनरोधी गुण (एंटी-नॉक) बेहतर होता है।
64. विमानन गैसोलीन में ग्लाइकॉल मिलाया जाता है क्योंकि यह -
- D. पेट्रोल की खपत घटाता है
- C. पेट्रोल के हिमीभवन को रोकता है
- A. पेट्रोल के वाष्पन को कम करता है
- B. पेट्रोल की दक्षता को बढाता है
व्याख्या: एथिलीन ग्लाइकॉल एक एंटीफ्रीज के रूप में कार्य करता है। इसे विमानन गैसोलीन में मिलाया जाता है ताकि उच्च ऊंचाई पर कम तापमान के कारण ईंधन लाइनों में पानी जम न जाए।
65. दाड़ी बनाने के बाद चहरे पर जो घो लगाया जाता है, उससे चेहरे पर ठंडक होती है, इस घोल में यह किस यौगिक की उपस्थिति के कारण होती है /
- A. इथाइल एल्कोहल
- D. इनमे से कोई भी नही
- B. मिथाइल एल्कोहल
- C. सेलिसिलिक अम्ल
व्याख्या: आफ्टरशेव लोशन में मौजूद एथिल अल्कोहल त्वचा से तेजी से वाष्पित होता है। वाष्पीकरण एक शीतलन प्रक्रिया है, जिससे चेहरे पर ठंडक महसूस होती है।
66. नारसिलेन के नाम से किस कार्बनिक यौगिक का प्रयोग शल्य चिकित्सा में निश्चेतक के रूप में होता है
- C. इथेन
- B. क्लोरोफ़ॉर्म
- A. ईथर
- D. एसीटिलीन
व्याख्या: एसिटिलीन का उपयोग, हालांकि अब दुर्लभ है, अतीत में एक सामान्य संवेदनाहारी (निश्चेतक) के रूप में किया जाता था।
67. क्लोरल का IUPAC नाम है
- D. ट्राइक्लोरो इथेनल
- A. इथेनॉल
- B. मोनोक्लोरो इथेनॉल
- C. डाइक्लोरो इथेनॉल
व्याख्या: क्लोरल (CCl₃CHO) दो कार्बन वाला एक एल्डिहाइड है जिसके एक कार्बन पर तीन क्लोरीन परमाणु जुड़े होते हैं। इसलिए इसका IUPAC नाम ट्राइक्लोरोइथेनल है।
68. निम्नांकित में कौन समजात है ?
- D. CH₄ एवं C₂H₆
- A. CH₄ एवं C₂H₄
- C. C₂H₅OH व CH₃OCH₃
- B. C₂H₂ एवं C₆H₆
व्याख्या: मीथेन (CH₄) और इथेन (C₂H₆) दोनों एल्केन सजातीय श्रेणी के सदस्य हैं। उनके बीच एक -CH₂- समूह का अंतर है।
69. गोबर गैस का मुख्य अवयव क्या है ?
- C. प्रोपेन
- D. एसीटिलीन
- B. मीथेन
- A. एथेन
व्याख्या: गोबर गैस (बायोगैस) का मुख्य ज्वलनशील घटक मीथेन (CH₄) है, जो इसकी कुल मात्रा का 50-75% तक होता है।
70. क्लोरीन को एथिलीन में मिलाने पर क्या प्राप्त होता है ?
- A. एथिलीडी क्लोराइड
- C. एथिल क्लोराइड
- B. एथिलीन क्लोरोहाईड्रींन
- D. एथिलीन क्लोराइड
व्याख्या: यह एक योग अभिक्रिया है जिसमें एथिलीन (CH₂=CH₂) क्लोरीन के साथ अभिक्रिया करके एथिलीन डाइक्लोराइड (CH₂Cl-CH₂Cl) बनाती है।