1. अवकरण एक ऐसी अभिक्रिया है जिसमे
- A. इलेक्ट्रॉन का त्याग होता है
- C. विद्धुत धनात्मक समूह के अनुपात में वृद्धि होती है
- D. उपरोक्त सभी
- B. ऑक्सीजन का संयोग होता है
व्याख्या: इस प्रश्न के विकल्प ऑक्सीकरण का वर्णन करते हैं, न कि अवकरण का। अवकरण में इलेक्ट्रॉन ग्रहण होते हैं, ऑक्सीजन का ह्रास होता है और विद्युत धनात्मक समूह का अनुपात घटता है। दिए गए उत्तर के अनुसार यह प्रश्न गलत है।
2. हाइड्रोजन के जलने से सम्बद्ध प्रक्रिया है
- D. हाइड्रोजनीकरण
- C. ऑक्सीकरण
- B. अवकरण
- A. जलयोजन
व्याख्या: हाइड्रोजन का जलना (2H₂ + O₂ → 2H₂O) एक ऑक्सीकरण अभिक्रिया है क्योंकि इसमें हाइड्रोजन ऑक्सीजन के साथ संयोग करता है।
3. K₂MnO₄ में Mn की उपचयन अवस्था (Oxidation State) है -
व्याख्या: K₂MnO₄ में, K पर +1 और O पर -2 आवेश होता है। यदि Mn की अवस्था x है, तो 2(+1) + x + 4(-2) = 0, जिससे 2 + x - 8 = 0, और x = +6।
4. इलेक्ट्रॉन ग्रहण करने के प्रवृति को कहते है
- D. अभिप्रेरण
- C. उत्प्रेरण
- B. अवकरण
- A. ऑक्सीकरण
व्याख्या: अवकरण (अपचयन) वह रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें कोई परमाणु या आयन एक या एक से अधिक इलेक्ट्रॉन ग्रहण करता है।
5. K₂Cr₂O₇ में Cr की ऑक्सीकरण अवस्था है -
व्याख्या: K₂Cr₂O₇ में, K पर +1 और O पर -2 आवेश होता है। यदि Cr की अवस्था x है, तो 2(+1) + 2x + 7(-2) = 0, जिससे 2 + 2x - 14 = 0, 2x = 12, और x = +6।
6. Na₂S₂O₃ में सल्फर की ऑक्सीकरण अवस्था है -
व्याख्या: Na₂S₂O₃ में, Na पर +1 और O पर -2 आवेश होता है। यदि S की अवस्था x है, तो 2(+1) + 2x + 3(-2) = 0, जिससे 2 + 2x - 6 = 0, 2x = 4, और x = +2।
7. इलेक्ट्रॉन ग्रहण करने के प्रवृति को कहते है
- B. अवकरण
- C. उत्प्रेरण
- D. अभिप्रेरण
- A. ऑक्सीकरण
व्याख्या: अवकरण (Reduction) वह प्रक्रिया है जिसमें एक परमाणु, अणु या आयन इलेक्ट्रॉन ग्रहण करता है, जिससे उसकी ऑक्सीकरण संख्या घट जाती है।
8. निम्न में से किस रसायन में से किस एक तत्व की अपने सभी यौगिको में ऑक्सीकरण अवस्था होती है
- B. फ़्लोरिन
- D. ऑक्सीजन
- A. कार्बन
- C. हाइड्रोजन
व्याख्या: फ्लोरिन आवर्त सारणी का सबसे अधिक विद्युत्-ऋणात्मक तत्व है, इसलिए यह अपने सभी यौगिकों में हमेशा -1 की ऑक्सीकरण अवस्था प्रदर्शित करता है।
9. ऑक्सीकारक एक पदार्थ है,जो
- D. एक उपापचयन अभिक्रिया में इलेक्ट्रॉन खो देता है
- A. एक दिए गए पदार्थ में मूल तत्व के ऑक्सीकरण अंक को बढाता है
- C. एक उपापचयन अभिक्रिया में खुद ऑक्सीकृत हो जाता है
- B. एक दिए गए पदार्थ में मूल तत्व के ऑक्सीकरण अंक को घटाता है
व्याख्या: एक ऑक्सीकारक (oxidizing agent) वह पदार्थ है जो दूसरे पदार्थ का ऑक्सीकरण करता है (उससे इलेक्ट्रॉन लेता है), जिससे उस दूसरे पदार्थ की ऑक्सीकरण संख्या बढ़ जाती है, और स्वयं अपचयित हो जाता है।
10. किसमे क्लोरिन की ऑक्सीकरण अवस्था +1 है
- A. हाइपोक्लोरस अम्ल
- D. क्लोरिन
- B. हाइड्रोक्लोरिक
- C. जिंक क्लोराइड
व्याख्या: हाइपोक्लोरस अम्ल (HClO) में, H पर +1 और O पर -2 आवेश होता है। यदि Cl की अवस्था x है, तो +1 + x - 2 = 0, जिससे x = +1।