21. इलेक्ट्रॉन त्यागने के प्रवृति को कहते है
- A. ऑक्सीकरण
- C. उत्प्रेरण
- B. अवकरण
- D. अभिप्रेरण
व्याख्या: ऑक्सीकरण वह प्रक्रिया है जिसमें कोई पदार्थ इलेक्ट्रॉन त्यागता है।
22. किसी अभिक्रिया में ऑक्सीकरण - अवकरण
- C. पहले ऑक्सीकरण ,फिर अवकरण होता है
- D. पहले अवकरण,फिर ऑक्सीकरण होता है
- A. अलग अलग होते है
- B. एक साथ होते हैं
व्याख्या: ऑक्सीकरण और अवकरण (अपचयन) हमेशा एक साथ होने वाली पूरक प्रक्रियाएं हैं। यदि एक पदार्थ इलेक्ट्रॉन खोता (ऑक्सीकरण) है, तो दूसरा पदार्थ उन्हें ग्रहण (अवकरण) करता है।
23. ऑक्सीकरण एक ऐसी अभिक्रिया है ,जिसमे
- C. विद्धुत धनात्मक समूह के अनुपात में वृद्धि होती है
- D. उपरोक्त सभी
- A. इलेक्ट्रॉन का त्याग होता है
- B. ऑक्सीजन का संयोग होता है
व्याख्या: ये सभी ऑक्सीकरण की परिभाषाएं हैं। इलेक्ट्रॉन त्यागना, ऑक्सीजन का जुड़ना, या ऑक्सीकरण संख्या में वृद्धि, ये सभी ऑक्सीकरण प्रक्रिया के पहलू हैं।
24. ऑक्सीजन की +2 ऑक्सीकरण अवस्था वाला यौगिक निम्नलिखित में से कौन-सा है ?
- C. H₂O₂
- D. CO₂
- B. MnO₂
- A. F₂O
व्याख्या: चूंकि फ्लोरीन ऑक्सीजन से अधिक विद्युत्-ऋणात्मक है, इसलिए F₂O (ऑक्सीजन डाइफ्लोराइड) में प्रत्येक फ्लोरीन पर -1 और ऑक्सीजन पर +2 की ऑक्सीकरण अवस्था होती है।
25. KMnO₄ में Mn की उपचयन अवस्था (Oxidation State) है -
व्याख्या: KMnO₄ में, K पर +1 और O पर -2 आवेश होता है। यदि Mn की अवस्था x है, तो +1 + x + 4(-2) = 0, जिससे 1 + x - 8 = 0, और x = +7।
26. विद्युत धनात्मक तत्वों से संयोग करने की क्रिया को कहते है
- A. ऑक्सीकरण
- C. दहन
- D. भंजन
- B. अवकरण
व्याख्या: विद्युत धनात्मक तत्वों (जैसे धातु) से संयोग करना अवकरण (अपचयन) कहलाता है। उदाहरण के लिए, Cl₂ + 2Na → 2NaCl में क्लोरीन का अवकरण होता है।
27. जब एक ताम्र दंड को जलीय सिल्वर नायट्रेट विलयन में डुबोया जाता है , तो उसका रंग बदलकर नीला हो जाता है , क्योंकि
- A. ताम्बा ,चांदी की अपेक्षा अधिक आसानी से अपचयित हो जाता है
- C. नायट्रेट आयन उपचायक के तरह काम करता है
- B. ताम्बा ,चांदी की अपेक्षा अधिक आसानी से उपचयित हो जाता है
- D. नायट्रेट आयन अपचायक के तरह काम करता है
व्याख्या: तांबा (कॉपर) चांदी की तुलना में अधिक अभिक्रियाशील है, इसलिए यह सिल्वर नाइट्रेट विलयन से चांदी को विस्थापित कर देता है। तांबा ऑक्सीकृत होकर कॉपर (II) आयन बनाता है, जो विलयन को नीला रंग देता है।
28. K₄ [Ni(CN)₄ ] में निकेल की ऑक्सीकरण संख्या है -
व्याख्या: इस संकुल यौगिक में, K पर +1 और CN पर -1 आवेश होता है। यदि Ni की अवस्था x है, तो 4(+1) + x + 4(-1) = 0, जिससे 4 + x - 4 = 0, और x = 0।
29. ऑक्सीकरण वह प्रक्रिया है जिसमे तत्व की संयोजकता
- D. इसमें से कोई भी नही
- B. बढ़ जाती है
- A. घट जाती है
- C. अपरिवर्तित रहती है
व्याख्या: ऑक्सीकरण के दौरान, एक तत्व इलेक्ट्रॉन खोता है, जिससे उसकी ऑक्सीकरण संख्या (जो उसकी संयोजकता को दर्शाती है) बढ़ जाती है।
30. अम्लीय माध्यम में पोटैशियम परमेंगनेट की फेरस अमोनियम सल्फेट के साथ प्रतिक्रिया में पोटेशियम परमैगनेट में मैगनीज की ऑक्सीकरण अवस्था में परिवर्तन है -
- D. +7 से +3
- A. +5 से +2
- B. +6 से +2
- C. +7 से + 2
व्याख्या: अम्लीय माध्यम में, परमैंगनेट आयन (MnO₄⁻) में मैंगनीज की ऑक्सीकरण अवस्था +7 होती है। यह एक प्रबल ऑक्सीकारक है और स्वयं अपचयित होकर Mn²⁺ आयन बनाता है, जिसमें मैंगनीज की ऑक्सीकरण अवस्था +2 होती है।