31. निम्न में किसमे क्लोरिन की ऑक्सीकरण संख्या +1 है
- D. पोटाशियम क्लोराइड
- A. क्लोरिन ऑक्साइड
- C. आयोडीन क्लोराइड
- B. हाइड्रोक्लोरिक अम्ल
व्याख्या: डाइक्लोरीन मोनोऑक्साइड (Cl₂O) में, ऑक्सीजन अधिक विद्युत्-ऋणात्मक है (-2 अवस्था), इसलिए प्रत्येक क्लोरीन परमाणु की ऑक्सीकरण अवस्था +1 होती है।
32. निम्नलिखित में से कौन-सा पदार्थ ऑक्सीकारक एवं अवकारक दोनों की तरह प्रयुक्त किया जाता है ?
- B. सोडियम नाइट्रेट
- C. सोडियम नाइट्राइट
- D. सोडियम सल्फाइड
- A. सोडियम थायोसल्फेट
व्याख्या: सोडियम नाइट्राइट (NaNO₂) में नाइट्रोजन की ऑक्सीकरण अवस्था +3 है। यह ऑक्सीकृत होकर +5 (नाइट्रेट में) और अपचयित होकर निम्न अवस्थाओं में जा सकता है, इसलिए यह ऑक्सीकारक और अवकारक दोनों के रूप में कार्य करता है।
33. Na₂SO₄ में S की ऑक्सीकरण अवस्था है -
व्याख्या: Na₂SO₄ में, Na पर +1 और O पर -2 आवेश होता है। यदि S की अवस्था x है, तो 2(+1) + x + 4(-2) = 0, जिससे 2 + x - 8 = 0, और x = +6।
34. उपचयन (ऑक्सीकरण) में -1. किसी पदार्थ से हाइड्रोजन विस्थापित होता है |2. किसी पदार्थ में धन विद्युत तत्व जोड़ा जाता है या धन विसुती तत्व का अनुपात बढ़ता है नीचे दिए गये कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए -
- C. 1 और 2 दोनों
- A. केवल 1
- D. न तो 1 और न ही 2
- B. केवल 2
व्याख्या: ऑक्सीकरण की एक परिभाषा हाइड्रोजन का हटना (विस्थापित होना) है। कथन 2 अवकरण (अपचयन) का वर्णन करता है, ऑक्सीकरण का नहीं।
35. ऑक्सीजन की धनात्मक (+Ve) ऑस्कीकरण संख्या होती है , केवल -
- B. CL₂O में
- A. OF₂ में
- D. N₂O में
- C. H₂O में
व्याख्या: केवल फ्लोरीन ही ऑक्सीजन से अधिक विद्युत्-ऋणात्मक है। इसलिए, केवल OF₂ (ऑक्सीजन डाइफ्लोराइड) में ही ऑक्सीजन धनात्मक (+2) ऑक्सीकरण अवस्था प्रदर्शित करता है।
36. निम्नलिखित में से कौन-सी हेक्सा साइनोफेरेट आयन [Fe(CN)₆]⁴ में लोहे (Fe) की सही ऑस्कीकरण संख्या है ?
व्याख्या: संकुल आयन पर कुल आवेश -4 है। प्रत्येक साइनाइड (CN) लिगैंड पर -1 आवेश होता है। यदि Fe की अवस्था x है, तो x + 6(-1) = -4, जिससे x - 6 = -4, और x = +2।
37. ऑक्सीकरण अभिक्रिया में विद्धुत ऋणात्मक तत्व समूह के अनुपात में
- B. वृद्धि होती है
- D. इसमें से कोई भी नही
- C. न कमी और न वृद्धि
- A. कमी होती है
व्याख्या: ऑक्सीकरण की एक परिभाषा किसी पदार्थ में विद्युत्-ऋणात्मक तत्व (जैसे ऑक्सीजन या हैलोजन) का जुड़ना या उसके अनुपात में वृद्धि होना है।
38. निम्नलिखित में सबसे प्रबल ऑक्सीकारक एजेंट क्या है ?
- C. फ्लूओरीन
- D. आयोडीन
- B. क्लोरीन
- A. ऑक्सीजन
व्याख्या: फ्लोरिन (Fluorine) आवर्त सारणी का सबसे अधिक विद्युत्-ऋणात्मक तत्व है, जिसका अर्थ है कि इसमें इलेक्ट्रॉनों को आकर्षित करने की सबसे प्रबल प्रवृत्ति होती है, जो इसे सबसे शक्तिशाली ऑक्सीकारक एजेंट बनाता है।
39. उपचयन और अपचयन में संबंधित निम्नलिखित कथनों में से कौन-से सही है ?1. उपचयन में इलेक्ट्रॉनो का ह्रास होता है , जबकि अपचयन में इलेक्ट्रॉनों का ह्रास होता है |2. उपचयन में इलेक्ट्रॉनो की लब्धि होती है , जबकि अपचयन में इलेक्ट्रॉनो का ह्रास होता है |3. उपचायक उपचयनांक को घटाता है , किन्तु अपचायक उपचयनांक को बढाता है |4. उपचायक उपचयनांक को बढ़ाता है, किन्तु अपचायक को घटाता है |नीचे दिये गये कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए -
- B. 2 और 4
- C. 2 और 3
- A. 1 और 3
- D. 1 और 4
व्याख्या: उपचयन (ऑक्सीकरण) में इलेक्ट्रॉन का ह्रास (त्याग) होता है (कथन 1 का पहला भाग सही)। उपचायक दूसरे पदार्थ को ऑक्सीकृत करता है (उसका उपचयनांक बढ़ाता है) और स्वयं अपचयित होता है (उसका उपचयनांक घटता है)। अपचायक इसका उल्टा करता है। इस प्रकार कथन 1 और 4 सही व्याख्या करते हैं।
40. उपचयन और अपचयन में संबंधित निम्नलिखित कथनों में से कौन-से सही है ?1. उपचयन में इलेक्ट्रॉनो का ह्रास होता है , जबकि अपचयन में इलेक्ट्रॉनों का ह्रास होता है |2. उपचयन में इलेक्ट्रॉनो की लब्धि होती है , जबकि अपचयन में इलेक्ट्रॉनो का ह्रास होता है |3. उपचायक उपचयनांक को घटाता है , किन्तु अपचायक उपचयनांक को बढाता है |4. उपचायक उपचयनांक को बढ़ाता है, किन्तु अपचायक को घटाता है |नीचे दिये गये कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए -
- B. 2 और 4
- C. 2 और 3
- A. 1 और 3
- D. 1 और 4
व्याख्या: उपचयन (ऑक्सीकरण) में इलेक्ट्रॉन का ह्रास (त्याग) होता है (कथन 1 का पहला भाग सही)। उपचायक दूसरे पदार्थ को ऑक्सीकृत करता है (उसका उपचयनांक बढ़ाता है) और स्वयं अपचयित होता है (उसका उपचयनांक घटता है)। अपचायक इसका उल्टा करता है। इस प्रकार कथन 1 और 4 सही व्याख्या करते हैं।