31. केल्प (Kelp) प्राप्त होता है-
- C. शैवालों से
- A. समुद्री शैवालों से
- D. जलीय शैवालों से
- B. लाइकेन्स से
व्याख्या: केल्प बड़े भूरे समुद्री शैवाल हैं जो ठंडे, पोषक तत्वों से भरपूर पानी में 'केल्प वनों' का निर्माण करते हैं।
32. जब गेहूँ के गुंथे हुए आटे में यीस्ट कोशिकाएं मिलायी जाती है, टो डबल रोटी कोमल और छिद्रयुक्त हो जाती है क्यूंकि -
- D. यीस्ट एसिटिक अम्ल तथा अल्कोहल पैदा करता है जो रोटी को मुलायम बनाते हैं
- B. कार्बन डाईऑकसाइड का उत्पादन कर रोटी को स्पंजी बना देता है
- C. यीस्ट कोमल होता है और आटा भी कोमल हो जाता है
- A. यीस्ट बेंजोइक अम्ल पैदा करता है
व्याख्या: यीस्ट किण्वन की प्रक्रिया के दौरान आटे में मौजूद शर्करा को कार्बन डाइऑक्साइड गैस में बदल देता है। गैस के बुलबुले आटे में फंस जाते हैं, जिससे ब्रेड फूल जाती है और स्पंजी हो जाती है।
33. लिटमस किसमे से निकाला जाता है ?
- B. सिनकोना की छाल
- D. मशरूम
- A. हल्दी
- C. लाइकेन
व्याख्या: लिटमस, एक सामान्य अम्ल-क्षार सूचक, विभिन्न प्रजातियों के लाइकेन से निकाला जाता है।
34. दूध के दहीं के रूप में जमने का कारण है -
- C. लैक्टोबैसिलस
- A. माइकोबैक्टीरियम
- D. खमीर (यीस्ट)
- B. स्टेफीलोकोकस
व्याख्या: लैक्टोबैसिलस नामक जीवाणु दूध में मौजूद लैक्टोज शर्करा को लैक्टिक एसिड में किण्वित करता है, जिससे दूध दही में बदल जाता है।
35. बैक्टीरिया में पाया जाने वाला प्रकाश -संशलेपि आशय कहलाता है -
- A. श्वसन मूल
- D. जीनधर
- B. मध्यकाय
- C. वर्णकीलवक
व्याख्या: प्रकाश संश्लेषक जीवाणुओं में, प्रकाश संश्लेषण के लिए वर्णक वर्णकीलवक (Chromatophores) नामक झिल्लियों में स्थित होते हैं।
36. विषाणु (virus) क्या है ?
- A. कोशीय
- C. एक कोशीय
- D. बहुकोशीय
- B. अकोशीय
व्याख्या: विषाणु अकोशिकीय होते हैं, जिसका अर्थ है कि उनमें कोशिका भित्ति, कोशिका झिल्ली, या कोशिकांग जैसी कोई कोशिकीय संरचना नहीं होती है।
37. एच. आई. वी. द्वारा होने वाला रोग है -
- D. एड्स
- A. क्षय रोग
- B. आतशक
- C. कैंसर
व्याख्या: एच.आई.वी. (Human Immunodeficiency Virus) वह वायरस है जो एड्स (Acquired Immunodeficiency Syndrome) का कारण बनता है।
38. वनस्पति जगत में निम्लिखित में से किसको जलस्थलचर (उभयचर ) कहते है ?
- D. टेरीडोफाईटा
- C. ब्रायोफाइटस में
- B. फंगस
- A. शैवाल
व्याख्या: ब्रायोफाइट्स को 'पादप जगत का उभयचर' कहा जाता है क्योंकि वे नम स्थलीय वातावरण में रहते हैं लेकिन प्रजनन के लिए पानी पर निर्भर होते हैं।
39. पाश्चर प्रसिद्धी है -
- A. प्रोटीन संश्लेषण के लिए
- C. रोगों की जर्म थ्योरी के लिए
- D. शराब के किण्वन के लिए
- B. सूक्ष्मदर्शी के अन्वेंषण के लिए
व्याख्या: लुई पाश्चर 'रोगों के रोगाणु सिद्धांत' (Germ Theory of Disease) के लिए प्रसिद्ध हैं, जिसमें उन्होंने प्रदर्शित किया कि कई बीमारियाँ सूक्ष्मजीवों के कारण होती हैं।
40. सभी कवक सदैव होते हैं-
- D. मृतपजीवी
- C. विविधपोषी
- B. स्वपोषी
- A. परजीवी
व्याख्या: कवक विविधपोषी (heterotrophic) होते हैं, जिसका अर्थ है कि वे अपना भोजन स्वयं नहीं बना सकते हैं और उन्हें अन्य स्रोतों (परजीवी, मृतोपजीवी, या सहजीवी के रूप में) से कार्बनिक पदार्थ प्राप्त करने की आवश्यकता होती है।