61. निम्न जोड़ों में से कौन-सा गलत है ?
- D. श्वसन मूल - मैंग्रूव पौधे
- C. कुम्भीरूप जड़ -शलजम
- A. शंक्वाकार जड़ - प्याज
- B. तर्करूपी जड़ - मूली
व्याख्या: प्याज एक रूपांतरित तना (बल्ब) है, जड़ नहीं। शंक्वाकार जड़ का उदाहरण गाजर है।
62. निम्नलिखित में से कौन-सा फल अनिषेकफलनीय है ?
- B. सेब
- A. केला
- D. स्ट्राबेरी
- C. शहतूत
व्याख्या: केले का विकास बिना निषेचन के होता है, इस प्रक्रिया को अनिषेकफलन (parthenocarpy) कहा जाता है, जिसके कारण वे बीजरहित होते हैं।
63. वर्तिकाग्र (Style) सदैव खुरदरा एवं चिपचिपा होता है -
- C. वायु परागित पुष्पों में
- D. सभी प्रकार के पुष्पों में
- A. जल परागित पुष्पों में
- B. कीट परागित पुष्पों में
व्याख्या: कीट-परागित फूलों में वर्तिकाग्र अक्सर खुरदरा और चिपचिपा होता है ताकि कीटों द्वारा लाए गए परागकण आसानी से उस पर चिपक सकें।
64. पान की लता में बनने वाली जड़ कौन-सी होती है ?
- C. आरोही जड़
- A. अवस्तंभ जड़
- B. अनुलग्न जड़
- D. छायादार जड़
व्याख्या: पान जैसी बेलों में आरोही जड़ें (climbing roots) विकसित होती हैं, जो उन्हें किसी सहारे पर चढ़ने में मदद करती हैं।
65. पुष्पों का अध्ययन कहलाता है -
- C. फिनोलॉजी
- D. पालिनोलॉजी
- A. एंथोलॉजी
- B. एग्रेस्टोलौजी
व्याख्या: एंथोलॉजी वनस्पति विज्ञान की वह शाखा है जो फूलों का अध्ययन करती है।
66. अनिषेकजनन (Parthenogenesis) होता है -
- C. बिना निषेचन के अंडाणु का परिवर्धन
- D. बिना निषेचन के भ्रूण का परिवर्धन
- B. बिना निषेचन के फल का परिवर्धन
- A. हार्मोन्स के बिना फल का परिवर्धन
व्याख्या: अनिषेकजनन एक प्रकार का अलैंगिक प्रजनन है जिसमें एक अनिषेचित अंडाणु से एक भ्रूण विकसित होता है।
67. निम्नलिखित में से क्या ताने का रूपांतरण नहीं है ?
- B. अरबी का घनकन्द
- A. प्याज का बल्ब
- D. आलू का कंद
- C. शकरकंद का कंद
व्याख्या: शकरकंद एक रूपांतरित जड़ है, जबकि प्याज का बल्ब, अरबी का घनकंद और आलू का कंद सभी रूपांतरित तने हैं।
68. परागकोष से वर्तिकाग्र तक पराग का स्थानातंरण कहलाता है -
- B. परागण
- C. नेषेचन
- D. अंकुरण
- A. पुष्पन
व्याख्या: यह परागण (Pollination) की परिभाषा है, जो पौधों में यौन प्रजनन के लिए एक आवश्यक प्रक्रिया है।
69. मुलांकुर (Radicle) के अतिरिक्त पौधे के किसी भी भाग में विकसित होने वाली जड़ें कहलाती है -
- C. अवस्तम्भ मूल
- D. मूसला जड़ें
- A. तन्तुमय मूल
- B. अपस्थानिक मूल
व्याख्या: अपस्थानिक जड़ें (Adventitious roots) वे जड़ें हैं जो मूलांकुर के अलावा किसी अन्य स्थान, जैसे तने या पत्तियों से उत्पन्न होती हैं।
70. चमगादड़ द्वारा परागण कहलाता है -
- D. चिरेपरोफिली
- B. एनीमोफिली
- C. आर्निथोफिली
- A. एंटोमोफिली
व्याख्या: चिरोप्टेरोफिली (Chiropterophily) चमगादड़ों द्वारा किया जाने वाला परागण है।