41. बौद्ध, जैन एवं ब्राह्मण धर्मों में कौन-सी धारणा एक जैसी है?
- A.कर्मवाद का सिद्धांत
- B.आत्मा की अनश्वरता
- C.ईश्वर में विश्वास
- D.कठोर तप/वैराग्य
व्याख्या: कर्मवाद का सिद्धांत, यानी कि व्यक्ति के कर्मों का फल उसे मिलता है, यह धारणा तीनों धर्मों - बौद्ध, जैन और ब्राह्मण (हिंदू) - में समान रूप से मौजूद है।
42. महापाषाण संस्कृति (1500 ई०पू०-1000 ई०पू०) हमें दक्षिण भारत के उस ऐतिहासिक युग से परिचित कराती है, जब महापाषाण काल में उपयोग में लाये जाते थे
- A.पत्थर के बने अस्त्र
- B.पत्थर के बने औजार और उपकरण
- C.बड़े पत्थरों से घेरी गई समाधियाँ (कब्रों)
- D.पत्थर से बनी हुई दैनिक उपयोग की सामग्री
व्याख्या: महापाषाण संस्कृति की मुख्य विशेषता कब्रों को बड़े-बड़े पत्थरों से घेरना या चिह्नित करना था। ये स्मारक दक्षिण भारत में व्यापक रूप से पाए जाते हैं।
43. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए :सूची-I A. गुप्तB. चंदेलC. चालुक्यD. पल्लवसूची-II1. बादामी2. पनमलै3. खजुराहो4. देवगढ़
- A.A → 4, B → 3, C → 1, D → 2
- B.A → 4, B → 2, C → 3, D → 1
- C.A → 2, B → 3, C → 4, D → 1
- D.A → 3, B → 4, C → 1, D → 2
व्याख्या: यह राजवंशों और उनसे संबंधित कला/स्थापत्य के प्रमुख केंद्रों का सही मेल है: गुप्त काल (देवगढ़ का दशावतार मंदिर), चंदेल (खजुराहो के मंदिर), चालुक्य (बादामी के गुफा मंदिर), और पल्लव (पनमलै मंदिर)।
44. निम्नलिखित में से किसकी चाल्कोलिथिक एज (Chalcolithic Age) कहा जाता
- A.पुरापाषाण युग
- B.नवपाषाण युग
- C.ताम्रपाषाण युग
- D.लौह युग
व्याख्या: चाल्कोलिथिक एज (ताम्रपाषाण युग) वह काल है जब मनुष्य ने पत्थर के औजारों के साथ-साथ तांबे के औजारों का भी उपयोग करना शुरू कर दिया था। 'चाल्को' का अर्थ तांबा और 'लिथिक' का अर्थ पत्थर है।
45. उस स्रोत का नाम बतलाएं जो प्राचीन भारत के व्यापारिक मार्गों पर मौन है
- A.संगम साहित्य
- B.मिलिंद पण्हो
- C.जातक साहित्य
- D.उपर्युक्त सभी
व्याख्या: 'मिलिंद पण्हो' एक बौद्ध ग्रंथ है जिसमें यूनानी राजा मिनांडर और बौद्ध भिक्षु नागसेन के बीच दार्शनिक संवाद है। इसमें व्यापारिक मार्गों का विस्तृत वर्णन नहीं मिलता, जबकि संगम और जातक साहित्य में इसका उल्लेख है।
46. आधुनिक देवनागरी लिप का प्राचीनतम रूप है
- A.खरोष्ठी
- B.ब्राह्मी
- C.प्राकृत
- D.पालि
व्याख्या: देवनागरी सहित भारत की अधिकांश लिपियाँ ब्राह्मी लिपि से ही विकसित हुई हैं। इसलिए, ब्राह्मी को देवनागरी का प्राचीनतम रूप माना जाता है।
47. 'मालती माघव' के लेखक थे-
- A.भास
- B.भवभूति
- C.शूद्रक
- D.हर्ष
व्याख्या: 'मालतीमाधव' संस्कृत के प्रसिद्ध नाटककार भवभूति द्वारा रचित एक नाटक है। यह मालती और माधव की प्रेम कहानी पर आधारित है।
48. कौन सुमेलित नहीं है
- A.हिन्दु धर्म - गीता
- B.मुस्लिम धर्म - कुराण
- C.बौद्ध धर्म - धम्म पद
- D.जैन धर्म - बाइबिल
व्याख्या: बाइबिल ईसाई धर्म का पवित्र ग्रंथ है। जैन धर्म के पवित्र ग्रंथ 'आगम सूत्र' हैं। अन्य सभी विकल्प सही सुमेलित हैं।
49. प्राचीन भारत में निम्न में से कौन-सा विद्या-अध्ययन का केन्द्र नहीं था ?
- A.तक्षशिला
- B.विक्रमशिला
- C.नालंदा
- D.कोशाम्बी
व्याख्या: तक्षशिला, विक्रमशिला और नालंदा प्राचीन भारत के प्रसिद्ध विश्वविद्यालय और विद्या के केंद्र थे। कौशाम्बी एक महत्वपूर्ण नगर और महाजनपद की राजधानी थी, लेकिन यह शिक्षा के विशेष केंद्र के रूप में प्रसिद्ध नहीं था।
50. प्राचीन भारत में निम्न में से कौन-सा विद्या-अध्ययन का केन्द्र नहीं था ?
- A.तक्षशिला
- B.विक्रमशिला
- C.नालंदा
- D.कोशाम्बी
व्याख्या: तक्षशिला, विक्रमशिला और नालंदा प्राचीन भारत के प्रसिद्ध विश्वविद्यालय और विद्या के केंद्र थे। कौशाम्बी एक महत्वपूर्ण नगर और महाजनपद की राजधानी थी, लेकिन यह शिक्षा के विशेष केंद्र के रूप में प्रसिद्ध नहीं था।