1. रेडियोधर्मी पदार्थ का जीवनकाल 70 दिन का है , तो उसी पदार्थ का एक ग्राम कितने दिन बाद 0.25ग्राम रह जाएगा
- B. 70 दिन
- A. 140 दिन
- C. 210 दिन
- D. 280 दिन
व्याख्या: 70 दिनों (एक अर्ध-आयु) के बाद, 1 ग्राम घटकर 0.5 ग्राम रह जाएगा। अगले 70 दिनों (कुल 140 दिन या दो अर्ध-आयु) के बाद, यह घटकर 0.25 ग्राम रह जाएगा।
2. रेडियोधर्मी पदार्थ मी किस दौरान कोई परिवर्तन नही होता
- B. γ उत्सर्जन
- C. ऑक्सीकरण
- D. α उत्सर्जन
- A. β उत्सर्जन
व्याख्या: गामा (γ) उत्सर्जन में, नाभिक केवल ऊर्जा छोड़ता है और उसके प्रोटॉन या न्यूट्रॉन की संख्या में कोई परिवर्तन नहीं होता है। इसलिए, परमाणु क्रमांक और द्रव्यमान संख्या अपरिवर्तित रहते हैं।
3. नाभिक से निकलने वाले विकिरण में किसकी वेघन क्षमता सर्वाधिक होती है
- D. इनमे से कोई नहीं
- B. β किरण में
- C. γ किरण में
- A. α किरण में
व्याख्या: गामा (γ) किरणें उच्च-ऊर्जा वाली विद्युत चुम्बकीय तरंगें होती हैं, जिनका कोई द्रव्यमान या आवेश नहीं होता है। इस कारण इनकी भेदन क्षमता अल्फा और बीटा कणों की तुलना में बहुत अधिक होती है।
4. सामान उर्जा की α किरणों की तुलना में β किरणों में बंधन क्षमता अधिक होती है ,क्योंकि
- C. α किरणे धन आवेशित होती है तथा उन पर दो मात्रक आवेश होता है
- A. β किरणे ऋण आवेशित इलेक्ट्रॉनसे बनी होती है
- D. इलेक्ट्रॉन अभ्र द्वारा β किरणे प्रतिकर्षित होती है ,जबकि α किरणे आकर्षित होती हैं
- B. β किरणों का द्रव्यमान नगण्य होने से उनका वेग अधिक होता है
व्याख्या: बीटा कणों (इलेक्ट्रॉन) का द्रव्यमान अल्फा कणों की तुलना में बहुत कम होता है। समान ऊर्जा के लिए, कम द्रव्यमान वाले कण का वेग बहुत अधिक होता है, जिससे उसकी भेदन क्षमता बढ़ जाती है।
5. β किरणे किस प्रकार का आवेश वहां करती हैं
- A. धनात्मक
- B. ऋणात्मक
- D. इनमे से कोई नहीं
- C. शून्य
व्याख्या: बीटा (β) कण एक उच्च गति वाला इलेक्ट्रॉन होता है, और इलेक्ट्रॉन पर ऋणात्मक आवेश होता है।
6. युरेनियम विखंडन की सतत प्रक्रिया को जारी रखने के लिए किस कण की जरुरत होती है
- C. न्यूट्रॉन
- B. प्रोटॉन
- D. पॉज़िट्रान
- A. इलेक्ट्रॉन
व्याख्या: यूरेनियम नाभिक का विखंडन एक न्यूट्रॉन के टकराने से शुरू होता है, और इस प्रक्रिया में और अधिक न्यूट्रॉन निकलते हैं, जो आगे अन्य नाभिकों से टकराकर एक श्रृंखला अभिक्रिया को जारी रखते हैं।
7. इलेक्ट्रॉन का समरूप है
- B. β कण
- C. γ कण
- A. α कण
- D. H - परमाणु
व्याख्या: बीटा (β) कण मूल रूप से एक उच्च-ऊर्जा वाला इलेक्ट्रॉन है जो एक रेडियोधर्मी नाभिक के क्षय से उत्सर्जित होता है।
8. किस वज्ञानिक ने γ किरणों की खोज की
- A. विलार्ड ने
- D. डॉल्टन
- B. रदरफोर्ड
- C. रौंटजन
व्याख्या: पॉल विलार्ड ने 1900 में गामा किरणों की खोज की थी, लेकिन अर्नेस्ट रदरफोर्ड ने ही उन्हें 'गामा किरणें' नाम दिया और उनके गुणों का विस्तृत अध्ययन किया।
9. निम्न में से किस किरण के आयनन क्षमता सबसे अधिक होती है
- D. इनमे से कोई नहीं
- A. α किरण
- C. γ किरण
- B. β किरण
व्याख्या: अल्फा (α) कणों का द्रव्यमान और आवेश सबसे अधिक होता है, जिसके कारण वे माध्यम के परमाणुओं के साथ सबसे अधिक अंतःक्रिया करते हैं और उनकी आयनीकरण क्षमता सर्वाधिक होती है।
10. सबसे पहले 'रेडियोसक्रियता' शब्द का प्रयोग किसने किया था ?
- C. रदरफोर्ड
- D. डी ब्रोगली
- A. हेनरी बेक्वेरेल
- B. मैरी क्यूरी
व्याख्या: हेनरी बेकरेल ने रेडियोधर्मिता की खोज की थी, लेकिन 'रेडियोएक्टिविटी' (रेडियोसक्रियता) शब्द मैरी क्यूरी द्वारा गढ़ा गया था।