41. विघटनाभिक (रेडियोधर्मी) वस्तुओं को किससे बने पात्र में रखना चाहिए ?
व्याख्या: सीसा (Pb) एक सघन पदार्थ है जो रेडियोधर्मी विकिरण, विशेष रूप से गामा किरणों, को प्रभावी ढंग से अवशोषित करता है। इसलिए इसका उपयोग परिरक्षण (shielding) के लिए किया जाता है।
42. समस्त रेडियो एक्टिव पदार्थ क्षय होने के पश्चात् किस में अंतिम रूप में बदल जाते है
- A. कोरेंडम
- B. सीसा
- C. कैडमियम
- D. जस्ता
व्याख्या: प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले भारी रेडियोधर्मी तत्वों की क्षय श्रृंखला का अंतिम उत्पाद एक स्थिर सीसा (लेड) समस्थानिक होता है।
43. नाभिकीय संयंत्रो में ग्रेफाईट (Graphite) का उपयोग किया जाता है -
- D. उपर्युक्त में से कोई नहीं
- B. स्नेहक की तरह
- C. विमंदक की तरह
- A. इंधन की तरह
व्याख्या: ग्रेफाइट का उपयोग परमाणु रिएक्टरों में विमंदक (moderator) के रूप में किया जाता है। इसका कार्य विखंडन से उत्पन्न होने वाले तेज न्यूट्रॉनों को धीमा करना है ताकि वे आगे विखंडन कर सकें।
44. γ - किरणे किससे बनी होती है ?
- C. हिंग्स वोसॉन
- A. मेसौन कण
- D. विद्युत चुम्बकीय तरंगे
- B. न्यूट्रिनो कण
व्याख्या: गामा (γ) किरणें कण नहीं हैं, बल्कि वे बहुत उच्च ऊर्जा वाली विद्युत चुम्बकीय तरंगें (फोटॉन) हैं।
45. निम्न में कौन रेडियोसक्रिय किरण हीलियम नाभिक के समकक्ष होता है
- B. β किरण
- D. इनमे से कोई नहीं
- C. γ किरण
- A. α किरण
व्याख्या: एक अल्फा (α) कण में दो प्रोटॉन और दो न्यूट्रॉन होते हैं, जो संरचना में हीलियम के नाभिक के समान है।
46. किस रेडियो एक्टिव तत्व का नाम उसके खोजकर्ता के देश के नाम पर रखा गया
- A. रेडियम
- C. पोलोनियम
- D. पेलेडियम
- B. युरेनियम
व्याख्या: मैरी क्यूरी ने इस तत्व का नाम अपने गृह देश पोलैंड के सम्मान में पोलोनियम रखा था।
47. γ किरणे क्या होती है
- D. रेडियोसक्रिय पदार्थों द्वारा उत्सर्जित अनावेशित कण
- B. बाहरी अन्तरिक्ष से आने वाली अनावेशित उच्च उर्जा युक्त किरणे
- A. बाहरी अन्तरिक्ष से आने वाली आवेशित किरणे
- C. रेडियोसक्रिय पदार्थों द्वारा उत्सर्जित उच्च उर्जा उक्त किरणे
व्याख्या: गामा (γ) किरणें रेडियोधर्मी क्षय के दौरान एक अस्थिर नाभिक से उत्सर्जित होने वाली अत्यधिक उच्च-ऊर्जा वाली विद्युत चुम्बकीय विकिरण (फोटॉन) हैं।
48. निम्न में किस में ऋणात्मक आवेश होता है
- A. α किरण
- C. γ किरण
- B. β किरण
- D. एक्स किरण
व्याख्या: बीटा (β) किरणें उच्च-गति वाले इलेक्ट्रॉनों की एक धारा हैं, और प्रत्येक इलेक्ट्रॉन पर एक इकाई ऋणात्मक आवेश होता है।
49. न्यूनतम पारगम्य शक्ति किरण कौन-सी है ?
- A. α किरण
- D. β किरण
- C. γ किरण
- B. X - किरण
व्याख्या: अल्फा (α) कण बड़े और भारी होते हैं, जिससे वे पदार्थ के साथ आसानी से संपर्क करते हैं और अपनी ऊर्जा खो देते हैं। इसलिए, उनकी भेदन (पारगम्य) क्षमता सबसे कम होती है।
50. यदि किसी रेडियोधर्मी पदार्थ का अर्द्ध जीवन काल (Half life Period) एक दिन हो, तो ४ दिन के पश्चात उसकी प्रारम्भिक मात्रा का कितना भाग शेष रह जाएगा ?
- A. 12½ %
- C. 6¼ %
- B. 26¼ %
- D. 16 ¼%
व्याख्या: 4 दिन 4 अर्ध-आयु के बराबर हैं। शेष मात्रा = (1/2)ⁿ, जहाँ n अर्ध-आयु की संख्या है। शेष मात्रा = (1/2)⁴ = 1/16। प्रतिशत में, (1/16) × 100 = 6.25% या 6¼ %।