101. कौनसा (आभूषण – अंग) सुमेलित नहीं है -
- A. मूंदरी – अंगुली
- B. टड्डा – बाजू
- C. रमझोल – कमर
- D. नेवरी – पैर
व्याख्या: रमझोल पैर में पहना जाने वाला घुंघरूदार आभूषण है, न कि कमर में। अन्य सभी विकल्प सही हैं।
102. कंदोरा आभूषण कहाँ पहना जाता है -
- A. अग्रबाहु
- B. कान
- C. नाक
- D. कमर
व्याख्या: कंदोरा कमर पर पहना जाने वाला एक पारंपरिक आभूषण है।
103. ‘सुरलिया’ एक आभूषण है जिसे ............. में पहना जाता है -
- A. गरदन में
- B. कान में
- C. पैर में
- D. कलाई में
व्याख्या: सुरलिया कान में पहनी जाने वाली एक प्रकार की बाली है।
104. राजस्थान में शरीर के कौन-से भाग में हाँसली पहनी जाती है -निम्नलिखित विकल्पों में से सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर चुनें:
- A. गर्दन
- B. कान
- C. हाथ
- D. सिर
व्याख्या: हाँसली गर्दन में पहना जाने वाला एक ठोस, गोलाकार धातु का आभूषण है।
105. मांदलिया पहना जाता है -
- A. पुरूषों द्वारा मस्तक पर
- B. महिलाओं द्वारा गले पर
- C. महिलाओं द्वारा ललाट पर
- D. पुरूषों द्वारा कलाई पर
व्याख्या: मांदलिया महिलाओं द्वारा गले में पहना जाने वाला एक ताबीज जैसा आभूषण है।
106. टोटी आभूषण शरीर के किस भाग में पहना जाता है -
व्याख्या: टोटी कान में पहना जाने वाला एक आभूषण है।
107. सूची-II में दिए गए आभूषणों का मिलान सूची-I में दिए गए शरीर के उन हिस्सों से करें जहाँ उन्हें पहना जाता है।सूची-I (शरीर के वे हिस्से जहाँ आभूषण पहना जाताहै) सूची-II (आभूषण)a. पैर i. आड़b. सिर ii. झेलाc. गर्दन iii. लंगरd. कान iv. बोरलानीचे दिए गए विकल्पों में से सबसे उपयुक्त उत्तर चुनें:
- A. a-iii, b-iv, c-i, d-ii
- B. a-i, b-iv, c-ii, d-iii
- C. a-i, b-ii, c-iii, d-iv
- D. a-ii, b-i, c-iv, d-iii
व्याख्या: सही मिलान है: पैर (लंगर), सिर (बोरला), गर्दन (आड़), कान (झेला)।
108. मोठड़े की पगड़ी पहनी जाती है -
- A. होली पर
- B. श्रावण में
- C. विवाहोत्सव पर
- D. सक्रांति पर
व्याख्या: मोठड़े की पगड़ी, जिसमें एक-दूसरे को काटती हुई धारियां होती हैं, विशेष रूप से विवाह के अवसर पर पहनी जाती है।
109. ‘नेवरी’ शरीर के किस अंग में पहनी जाती है -
- A. कमर में
- B. हाथों में
- C. गले में
- D. पैरों में
व्याख्या: नेवरी पैरों में पहना जाने वाला एक पारंपरिक आभूषण है।
110. चोल, निकोल, पट्टा, दुकूल, चोरसो ___ के विभिन्न नाम हैं -
- A. घाघरा
- B. अंगरखा
- C. ओढ़नी
- D. चोली
व्याख्या: ये सभी महिलाओं के वस्त्र ओढ़नी या साड़ी के ही प्राचीन या विभिन्न प्रकार के नाम हैं।