276. राजस्थानी पुरुष, ‘चेलकाडी’ आभूषण, _____ में पहनते हैं।
- A. पैरों
- B. हाथों
- C. कानों
- D. उंगलियों
Answer: चेलकड़ी एक प्रकार की बाली या कुंडल है जिसे पुरुष अपने कानों में पहनते हैं।
277. नेवरी आभूषण शरीर के किस अंग पर पहना जाता है -
- A. कमर
- B. गर्दन
- C. हाथ
- D. टखना
Answer: नेवरी एक पायल जैसा आभूषण है जिसे महिलाएं पैर के टखने में पहनती हैं।
278. महिलाओं की ओढ़नी ‘पोमचा’ का रंग कौन-सा होता है -
- A. लाल
- B. पीला
- C. हरा
- D. नीला
Answer: पोमचा का पारंपरिक रंग पीला होता है, खासकर वह पोमचा जो पुत्र जन्म पर पीहर पक्ष से आता है।
279. आदिवासी स्त्रियों का वस्त्र है -
- A. जामसाई साड़ी
- B. नान्दणा
- C. कटकी
- D. उपर्युक्त सभी
Answer: जामसाई साड़ी, नान्दणा (लहंगा) और कटकी (ओढ़नी), ये सभी आदिवासी स्त्रियों द्वारा पहने जाने वाले पारंपरिक वस्त्र हैं।
280. एक आभूषण जो पुरूषों द्वारा उपयोग होता है -
- A. अणत
- B. तगड़ी
- C. बजट्टा
- D. मुरकियां
Answer: मुरकियां पुरुषों द्वारा कानों में पहनी जाने वाली बालियां हैं, जबकि अन्य विकल्प महिलाओं के आभूषण हैं।
281. राजस्थान में स्त्रियों द्वारा गले में पहने जाने वाले आभूषण को ______ कहा जाता है।
- A. कर्णफूल
- B. मोकड़ी
- C. तिमणियां
- D. बोगली
Answer: दिए गए विकल्पों में से तिमणियां गले में पहना जाने वाला एक प्रमुख आभूषण है।
282. ओगनिया कहां पहना जाने वाला आभूषण है -
- A. कमर में
- B. हाथ में
- C. कान में
- D. गले में
Answer: ओगनिया कान के ऊपरी हिस्से में पहना जाने वाला एक आभूषण है।
283. 'तिमनियों' आभूषण है ?
- A. नाक
- B. कंठ
- C. दांत
- D. हाथ
Answer: तिमनियों या तिमणिया कंठ (गले) में पहना जाने वाला एक पारंपरिक आभूषण है।
284. मदील पहनी जाती है -
- A. सर पर
- B. हाथ में
- C. गर्दन में
- D. शरीर के ऊपरी भाग में
Answer: मदील एक विशेष प्रकार की पगड़ी होती है, जिसे दशहरे के अवसर पर सिर पर पहना जाता है।
285. 'झेला, जमेला, पीपलपत्र, अगोत्या' ________ के आभूषण हैं -
- A. कान
- B. गरदन
- C. हाथ
- D. उंगली
Answer: ये सभी (झेला, जमेला, पीपलपत्र, अगोत्या) कान में पहने जाने वाले विविध प्रकार के आभूषण हैं।
286. मेमंद पहना जाता है
- A. कमर पर
- B. गले में
- C. सिर पर
- D. भुजा पर
Answer: मेमंद सिर पर पहना जाने वाला एक आभूषण है, जो मांग के साथ लगाया जाता है।
287. ‘चूंप’ नामक आभूषण का सम्बन्ध है -
- A. दाँत
- B. कमर
- C. अंगुली
- D. कान
Answer: चूंप दांतों में सोने की कील जड़वाने का एक आभूषण है।
288. 'कोकरूं, पीपल्लपान, एरंगपतौ' आदि आभूषण किस अंग में पहने जाते है ?
- A. नाक
- B. कान
- C. गला
- D. सिर
Answer: कोकरूं, पीपल्लपान और एरंगपतौ, ये सभी कान में पहने जाने वाले आभूषणों के नाम हैं।
289. सूची-I के साथ सूची-II का मिलान कीजिये और नीचे दिए गए कूट से उत्तर चुनिये:सूची- I (आभूषण) सूची- II (शरीर के अंग)(A) बोरला 1. पैर(B) टकमा 2. सिर (C) कंदोरा 3. हाथ (D) तोड़िया 4. कमर
- A. A-4, B-1, C-3, D-2
- B. A-2, B-3, C-4, D-1
- C. A-4, B-1, C-2, D-3
- D. A-2, B-3, C-1, D-4
Answer: सही मिलान है: बोरला - सिर, टकमा - हाथ, कंदोरा - कमर, और तोड़िया - पैर।
290. निम्नलिखित में से कौन सा आभूषण महिलाओं द्वारा नहीं पहना जाता है -
- A. मोरखा
- B. कंडोरा
- C. मेमंद
- D. रखड़ी
Answer: कंडोरा, मेमंद और रखड़ी महिलाओं के आभूषण हैं, जबकि मोरखा ऊँट के मुँह पर पहनाया जाने वाला एक सजावटी सामान है।
291. ‘वल्लया’ आभूषण कहां पहना जाता है -
- A. हाथों में
- B. सिर पर
- C. कान में
- D. नाक में
Answer: वल्लया एक प्रकार की चूड़ी होती है, जिसे महिलाएं हाथों में पहनती हैं।
292. पुरूषों द्वारा पहने जाने वाला आभूषण निम्न में से कौन-सा है -
- A. बोरला
- B. मुरकियाँ
- C. टड्डर
- D. बंगड़ी
Answer: दिए गए विकल्पों में से मुरकियाँ पुरुषों द्वारा कानों में पहनी जाती हैं, जबकि अन्य महिलाओं के आभूषण हैं।
293. अणत क्या है -
- A. एक वस्त्र का नाम
- B. एक खेल का नाम
- C. एक आभूषण
- D. एक कर का नाम
Answer: अणत महिलाओं द्वारा बाजू में पहना जाने वाला एक आभूषण है, जिसे बाजूबंद भी कहते हैं।
294. राजस्थान में तीज के त्यौहार के अवसर पर महिलाएँ अधिकतर _____ पहनती हैं।निम्नलिखित विकल्पों में से सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर चुनें:
- A. लहरिया भांत की ओढ़नी
- B. लहरिया पगड़ी
- C. गुलाबी पोमचा
- D. नीला पोमचाए
Answer: तीज का त्यौहार सावन के महीने में आता है, और इस अवसर पर महिलाएं पारंपरिक रूप से लहरिया पैटर्न की ओढ़नी पहनती हैं।
295. राजस्थान में तीज के त्यौहार के अवसर पर महिलाएँ अधिकतर _____ पहनती हैं।निम्नलिखित विकल्पों में से सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर चुनें:
- A. लहरिया भांत की ओढ़नी
- B. लहरिया पगड़ी
- C. गुलाबी पोमचा
- D. नीला पोमचाए
Answer: तीज का त्यौहार सावन के महीने में आता है, और इस अवसर पर महिलाएं पारंपरिक रूप से लहरिया पैटर्न की ओढ़नी पहनती हैं।