141. कांचली का प्रयोग स्त्रियों द्वारा किया जाता है -
- A. ओढ़नी के रूप में
- B. कमर पर बांधने के लिए
- C. शरीर के ऊपरी हिस्से मे कूर्ती के समान
- D. कलाई में चूडि़यों के समान
व्याख्या: कांचली महिलाओं द्वारा शरीर के ऊपरी भाग में पहनी जाने वाली एक प्रकार की कुर्ती या चोली है।
142. सिर और माथे पर पहने जाने वाले महिलाओं के आभूषणों का सही क्रम क्या है -
- A. सुमंग-शिशफूल-टीका
- B. टीका-शिशफूल-सुमंग
- C. शिशफूल-टीका-सुमंग
- D. शीशफूल-सुमंग-टीका
व्याख्या: पहनने का सही क्रम सिर के पीछे से आगे की ओर होता है: शीशफूल (बालों में), सुमंग (मांग में), और टीका (माथे पर)।
143. निम्नांकित में से कौनसा एक पैरों में पहना जाने वाला आभूषण नहीं हैं -
- A. नोगरी
- B. नूपुर
- C. झांझर
- D. लंगर
व्याख्या: नोगरी हाथ में पहना जाने वाला आभूषण है, जबकि नूपुर, झांझर और लंगर पैरों के आभूषण हैं।
144. निम्नलिखित आभूषणों की सूची में से कान में पहने जाने वाले आभूषण को चिन्हित कीजिए :
- A. मूंदडी
- B. सुरलिया
- C. मटरमाला
- D. तकया
व्याख्या: सुरलिया कान में पहना जाने वाला एक आभूषण है। मूंदड़ी उंगली में और मटरमाला गले में पहनी जाती है।
145. असुमेलित युग्म है -
- A. करधनी - कमर
- B. गोखरू - हाथ
- C. मांदलिया - मस्तिष्क
- D. झेला - कान
व्याख्या: मांदलिया गले का आभूषण है, न कि मस्तिष्क (सिर) का। अन्य सभी युग्म सही हैं।
146. गुड़दा आभूषण है -
- A. हाथ का
- B. पैर का
- C. कान का
- D. सिर का
व्याख्या: गुड़दा कान में पहना जाने वाला एक आभूषण है।
147. सामेला है -
- A. बच्चे का नामकरण संस्कार
- B. विवाह के बाद दिया जाने वाला दहेज
- C. वधू पक्ष द्वारा वर पक्ष का स्वागत
- D. बारात को दिया जाने वाला चौथा भोज
व्याख्या: सामेला विवाह की एक रस्म है जिसमें वधू पक्ष द्वारा बारात (वर पक्ष) का स्वागत किया जाता है।
148. मध्यकाल में खन्गा एक प्रकार का _____ था।
- A. आभूषण
- B. वस्त्र
- C. पगड़ी
- D. जूता
व्याख्या: खन्गा मध्यकाल में प्रचलित एक प्रकार की पगड़ी या सिर पर बांधे जाने वाले वस्त्र का नाम था।
149. अमरशाही किसका नाम है -
- A. जूती
- B. आभूषण
- C. मिट्टी का बर्तन
- D. पगड़ी
व्याख्या: अमरशाही पगड़ी की एक प्रसिद्ध शैली है।
150. पंचलड़ी, हंसुली, हाली व तिणणिया किस अंग पर पहने जाते हैं-
- A. गला
- B. सिर
- C. कमर
- D. बाजू
व्याख्या: ये सभी गले में पहने जाने वाले विभिन्न प्रकार के हारों के नाम हैं।