41. ‘बगल बंडी’ क्या है -
- A. साफे का एक प्रकार
- B. पुरुषों का ऊपरी वस्त्र
- C. महिलाओं का ऊपरी वस्त्र
- D. विशेष प्रकार का आभूषण
व्याख्या: बगल बंडी, अंगरखी का ही एक प्रकार है जो पुरुषों द्वारा शरीर के ऊपरी भाग में पहना जाता है।
42. किस सभ्यता की महिलाएं मृणमय एवं चमकीले पत्थरों की मणियों के आभूषण पहनती थी-
- A. कालीबंगा व बैराठ
- B. कालीबंगा व आहड़
- C. कालीबंगा व नोह
- D. कालीबंगा व गणेश्वर
व्याख्या: कालीबंगा (हनुमानगढ़) और नोह (भरतपुर) की खुदाई में मिट्टी और चमकीले पत्थरों से बने मनकों के आभूषण प्राप्त हुए हैं।
43. लूगड़ा एक प्रकार है -
- A. धोती का
- B. घाघरे का
- C. ओढ़नी का
- D. साफे का
व्याख्या: लूगड़ा, विशेषकर शेखावाटी क्षेत्र में, महिलाओं द्वारा प्रयुक्त की जाने वाली ओढ़नी का एक प्रकार है।
44. कान्दोरा आभूषण पहना जाता है -
- A. बाजू में
- B. कान में
- C. नाक में
- D. कमर में
व्याख्या: कान्दोरा या कंदोरा, कमर में पहना जाने वाला एक आभूषण है।
45. शरीर के किस अंग पर राजस्थान की महिलायें ‘गोखरू’ पहनती हैं -
- A. गला
- B. पांव
- C. कलाई
- D. सिर
व्याख्या: गोखरू महिलाओं द्वारा हाथ की कलाई में पहना जाने वाला एक कड़े जैसा आभूषण है।
46. राजस्थानी ‘तारा भांत की ओढणी’ का पहनावा किसमें प्रचलित है -
- A. दलित महिलाएँ
- B. जाट महिलाएँ
- C. आदिवासी महिलाएँ
- D. गुर्जर महिलाएँ
व्याख्या: तारा भांत (सितारे के पैटर्न वाली) की ओढ़नी आदिवासी महिलाओं में विशेष रूप से लोकप्रिय है।
47. ओगनिया, अंगोटिया, सुरलिया, आभूषण पहने जाते हैं –
- A. कलाई पर
- B. पैरों में
- C. सिर पर
- D. कानों में
व्याख्या: ये सभी कान में पहने जाने वाले विभिन्न प्रकार के आभूषणों के नाम हैं।
48. जालौर का लेटा गांव प्रसिद्ध है -
- A. खेसले के लिए
- B. दरियों के लिए
- C. ओढ़नियों के लिए
- D. गलीचों के लिए
व्याख्या: जालौर जिले का लेटा गांव 'खेसले' (एक प्रकार की मोटी सूती चादर) के निर्माण के लिए प्रसिद्ध है।
49. निम्न में से कौनसा आभूषण गर्दन में पहना जाता है परंतु नेकलेस से बड़ा और भारी होता है-
- A. थड्डा
- B. टूस्सी
- C. टांका
- D. सुरलिया
व्याख्या: टूस्सी गले में पहना जाने वाला एक भारी और चौड़ा आभूषण होता है, जो हार से बड़ा होता है।
50. किस आभूषण का संबंध नाक से नहीं है -
- A. नथ
- B. नेवणी
- C. बारी
- D. लोंग
व्याख्या: नेवणी या नेवरी पैर का आभूषण है, जबकि नथ, बारी और लोंग नाक में पहने जाते हैं।