26. घटियाला शिलालेख का सम्बन्ध मण्डोर शाखा के किस प्रतिहार शासक से है -
- A. कक्कुक
- B. बाउक
- C. शीलुक
- D. रज्जिल
Answer: जोधपुर के पास स्थित घटियाला शिलालेख का संबंध मंडोर के प्रतिहार शासक कक्कुक से है, जिसमें उसकी विजयों और प्रशासनिक कार्यों का उल्लेख है।
27. निम्न में से कौनसा कथन सही नहीं है -
- A. खालसा भूमि राजा के नियंत्रण में होती थी
- B. जागीरी भूमि पर जागीरदार या ठिकानेदार का पैतृक नियंत्रण होता था
- C. भामियों को कुछ भूमि उनकी चौकीदारी की सेवाओं तथा मार्गो की सुरक्षा के कर्तव्यों को पुरा करने के लिए दी जाती थी
- D. चरणौत भूमि पर राजा का नियंत्रण होता था
Answer: चरणौत भूमि चारणों को दान में दी गई भूमि होती थी, जो कर-मुक्त होती थी और इस पर राजा का सीधा नियंत्रण नहीं होता था। अन्य सभी कथन सही हैं।
28. ‘वंशभास्कर’ के रचयिता है -
- A. बांकीदास
- B. गौरीशंकर हीराचन्द ओझा
- C. कविराज श्यामलदास
- D. सूर्यमल्ल मिश्रण
Answer: महाकवि सूर्यमल्ल मिश्रण, जो बूंदी के दरबारी कवि थे, ने 'वंश भास्कर' नामक प्रसिद्ध ऐतिहासिक महाकाव्य की रचना की थी।
29. किस लेख में बूंदी का नाम ‘वृन्दावती’ मिलता है -
- A. रणकपुर
- B. सारणेश्वर
- C. बिजौलिया
- D. घटियाला
Answer: रणकपुर प्रशस्ति में बूंदी के प्राचीन नाम 'वृन्दावती' का उल्लेख मिलता है। यह इस क्षेत्र के ऐतिहासिक नामकरण का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
30. बिजौलिया शिलालेख किस चौहान नरेश के काल का है -
- A. सोमेश्वर
- B. पृथ्वीराज
- C. अजयराज
- D. हरिराज
Answer: बिजौलिया शिलालेख (1170 ई.) चौहान शासक सोमेश्वर के शासनकाल में लिखवाया गया था। यह चौहानों के इतिहास की जानकारी का एक अमूल्य स्रोत है।
31. राव रतन री वेली में किस रियासत/राज्य का वर्णन है -
- A. बूंदी
- B. अलवर
- C. भरतपुर
- D. करौली
Answer: यह रचना बूंदी के शासक राव रतन सिंह हाड़ा के शौर्य और उनके शासनकाल की घटनाओं का वर्णन करती है।
32. निम्न किस ग्रन्थ में अलाउद्दीन खलजी की जालौर विजय का विवरण मिलता है -
- A. कुवलयमाला
- B. नागदमण
- C. कान्हड़देव प्रबन्ध
- D. हाला झाला री कुण्डलियां
Answer: पद्मनाभ द्वारा रचित 'कान्हड़देव प्रबन्ध' में जालौर के शासक कान्हड़देव और अलाउद्दीन खिलजी के बीच हुए संघर्ष और जालौर विजय का विस्तृत वर्णन मिलता है।
33. निम्नलिखित अभिलेखों का सर्वाधिक उपयुक्त कालक्रम (प्राचिन से नया) चुनिए :1. सारणेश्वर प्रशस्ति2. अर्थूणा शैव मन्दिर अभिलेख3. जगन्नाथ राय अभिलेख4. रणकपुर मन्दिर अभिलेख
- A. 1, 4, 2, 3
- B. 2, 1, 4, 3
- C. 1, 2, 3, 4
- D. 1, 2, 4, 3
Answer: इन अभिलेखों का सही कालक्रम है: सारणेश्वर प्रशस्ति (953 ई.), अर्थूणा अभिलेख (1079 ई.), रणकपुर अभिलेख (1439 ई.), और जगन्नाथ राय अभिलेख (1652 ई.)।
34. सोशल लाइफ इन मेडिवल राजस्थान(मध्यकालीन राजस्थान में सामाजिक जीवन) किसने लिखी
- A. जी. एन. शर्मा
- B. दशरथ शर्मा
- C. वी.के. वशिष्ठ
- D. जी. एच. ओझा
Answer: डॉ. गोपीनाथ शर्मा (जी.एन. शर्मा) ने यह पुस्तक लिखी थी, जिसमें मध्यकालीन राजस्थान के सामाजिक जीवन का विस्तृत और प्रामाणिक विश्लेषण किया गया है।
35. ‘एकलिंगमहात्म्य’ किस भाषा में लिखा गया है -
- A. ब्रज
- B. संस्कृत
- C. राजस्थानी
- D. मेवाड़ी
Answer: 'एकलिंगमहात्म्य' की रचना कान्हा व्यास ने संस्कृत भाषा में की थी। यह ग्रंथ मेवाड़ के गुहिल वंश के इतिहास की जानकारी देता है।
36. अजमेर से प्राप्त बड़ली के शिलालेख में किस धर्म की जानकारी मिलती है -
- A. वैष्णव धर्म
- B. शैव धर्म
- C. जैन धर्म
- D. बौद्ध धर्म
Answer: राजस्थान के सबसे प्राचीन माने जाने वाले बड़ली शिलालेख में जैन धर्म से संबंधित तत्वों का उल्लेख है, जो इस क्षेत्र में जैन धर्म की प्राचीनता को दर्शाता है।
37. जयानक ने कौन सी कृति की रचना की -
- A. पृथ्वीराज विजय
- B. पृथ्वीराज रासो
- C. हमीर रासो
- D. हमीर हठ
Answer: जयानक, पृथ्वीराज चौहान तृतीय के दरबारी कवि थे, और उन्होंने संस्कृत में 'पृथ्वीराज विजय' नामक महाकाव्य की रचना की थी।
38. निम्नलिखित में से कौन सा सही सुमेलित नहीं है -
- A. धौलपुर के सिक्के - तमचाशाही
- B. करौली के सिक्के - माणकशाही
- C. प्रतापगढ़ के सिक्के - सालिमशाही
- D. भरतपुर के सिक्के - मदनशाही
Answer: मदनशाही सिक्के झालावाड़ रियासत में प्रचलित थे, न कि भरतपुर में। अन्य सभी युग्म सही सुमेलित हैं।
39. किस प्रतिहार शासक के दरबार में प्रसिद्ध कवि राजशेखर थे -
- A. महिपाल
- B. वत्सराज
- C. नागभट्ट द्वितीय
- D. इनमें से कोई नहीं
Answer: प्रसिद्ध कवि और नाटककार राजशेखर, प्रतिहार शासक महेंद्रपाल प्रथम और उनके पुत्र महिपाल दोनों के दरबार में थे।
40. हेमचन्द्र द्वारा रचित ‘महावीरचरित’ में उल्लेखित कुमारपाल किस राजवंश से था -
- A. परमार
- B. चालुक्य
- C. चौहान
- D. गुर्जर प्रतिहार
Answer: कुमारपाल, गुजरात के चालुक्य (सोलंकी) वंश का एक शक्तिशाली शासक था। जैन आचार्य हेमचंद्र उनके गुरु और सलाहकार थे।
41. कवि महेश, अत्रि व कान्हा व्यास ने किस एक शिलालेख के लेखन में अपना योगदान दिया -
- A. कुभलगढ़
- B. कीर्तिस्तम्भ
- C. घोसुण्डी
- D. रणकपुर
Answer: कुम्भलगढ़ प्रशस्ति की रचना में कान्हा व्यास का मुख्य योगदान था, और इसे पूरा करने में अत्रि और महेश ने भी सहायता की थी। यह प्रशस्ति मेवाड़ के इतिहास की विस्तृत जानकारी देती है।
42. घटियाला शिलालेख किस भाषा में लिखा गया था -
- A. मारवाड़ी
- B. फ़ारसी
- C. संस्कृत
- D. हिंदी
Answer: प्रतिहार शासक कक्कुक से संबंधित घटियाला शिलालेख संस्कृत भाषा में लिखा गया है, जिससे उस समय की राजकीय भाषा का पता चलता है।
43. सुमेलित करो -1. बिजौलिया का शिलालेख अ. वि.स. 12262. चिरवे का शिलालेख ब. वि.स. 13303. भृंगी ऋषि का शिलालेख स. वि.स. 14854. रणकपुर प्रशस्ति 4. वि.स. 1496कूट - 1, 2, 3, 4
- A. ब, अ, स, द
- B. अ, ब, स, द
- C. स, अ, ब, द
- D. ब, स, अ, द
Answer: यह सीधा मिलान है: बिजौलिया शिलालेख (वि.सं. 1226), चिरवे का शिलालेख (वि.सं. 1330), भृंगी ऋषि का शिलालेख (वि.सं. 1485), और रणकपुर प्रशस्ति (वि.सं. 1496)।
44. पृथ्वीराज राठौड़ री घणी चावी कृति है -
- A. रूकमणि हरण
- B. वेलि क्रिसन रूकमणि री
- C. सीता पुराण
- D. रूकमणि मंगल
Answer: 'वेलि क्रिसन रूकमणि री' बीकानेर के राजकुमार पृथ्वीराज राठौड़ द्वारा रचित सबसे प्रसिद्ध कृति है। दुरसा आढ़ा ने इसे 'पांचवां वेद' और '19वां पुराण' कहा है।
45. मारवाड़ की ख्यातों के अनुसार किस शासक ने 52 युद्धों में सफलता प्राप्त की थी -
- A. राव मालदेव
- B. राव गंगा
- C. राव चूडा
- D. राव जोधा
Answer: राव मालदेव को मारवाड़ का एक अत्यंत शक्तिशाली और विस्तारवादी शासक माना जाता है, और ख्यातों के अनुसार उन्होंने अपने जीवनकाल में 52 युद्ध लड़े और जीते।
46. बड़ली का शिलालेख, जो कि अशोक काल से पूर्व का माना जाता है, कहाँ स्थित है -
- A. टोंक
- B. सीकर
- C. भीलवाड़ा
- D. अजमेर
Answer: राजस्थान का सबसे प्राचीन माना जाने वाला बड़ली का शिलालेख अजमेर जिले के भिलोत माता मंदिर से प्राप्त हुआ था।
47. सूर्यमल्ल मीसण द्वारा अपूर्ण छोड़ी कृति ‘वंश भास्कर’ को किसने पूर्ण किया -
- A. करणीदान
- B. मुरारीदान
- C. शिवदान
- D. वीरमान
Answer: महाकवि सूर्यमल्ल मिश्रण के निधन के बाद उनके दत्तक पुत्र मुरारीदान ने उनकी प्रसिद्ध कृति 'वंश भास्कर' को पूरा किया था।
48. ‘द रिर्सचर’ का प्रकाशन किसके द्वारा किया जाता है -
- A. राजस्थान पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग जयपुर
- B. राजस्थान राज्य अभिलेखागार बीकानेर
- C. प्राच्य विद्या प्रतिष्ठान जोधपुर
- D. अरबी फारसी शोध संस्थान टोंक
Answer: 'द रिसर्चर' राजस्थान के पुरातत्व और संग्रहालय विभाग, जयपुर द्वारा प्रकाशित एक शोध पत्रिका है।
49. वह कौनसा शिलालेख है जिससे ज्ञात होता है की विग्रहराज चतुर्थ ने दिल्ली को अपने अधीन किया था -
- A. बडली शिलालेख
- B. बिजौलिया शिलालेख
- C. नांद शिलालेख
- D. थानवला शिलालेख
Answer: बिजौलिया शिलालेख में चौहानों की वंशावली और उनकी उपलब्धियों का वर्णन है, जिसमें यह उल्लेख भी मिलता है कि विग्रहराज चतुर्थ (बीसलदेव) ने दिल्ली पर अधिकार कर लिया था।
50. ‘घोसुण्डी शिलालेख’ निम्न में से किस लिपि में लिखा गया था -
- A. आर्मेनियन
- B. भाब्रू
- C. देवनागरी
- D. ब्राह्मी
Answer: यह शिलालेख दूसरी शताब्दी ई.पू. का है और इसे ब्राह्मी लिपि तथा संस्कृत भाषा में लिखा गया है। यह वैष्णव (भागवत) धर्म का प्राचीनतम प्रमाण है।