41. कवि महेश, अत्रि व कान्हा व्यास ने किस एक शिलालेख के लेखन में अपना योगदान दिया -
- A. कुभलगढ़
- B. कीर्तिस्तम्भ
- C. घोसुण्डी
- D. रणकपुर
व्याख्या: कुम्भलगढ़ प्रशस्ति की रचना में कान्हा व्यास का मुख्य योगदान था, और इसे पूरा करने में अत्रि और महेश ने भी सहायता की थी। यह प्रशस्ति मेवाड़ के इतिहास की विस्तृत जानकारी देती है।
42. घटियाला शिलालेख किस भाषा में लिखा गया था -
- A. मारवाड़ी
- B. फ़ारसी
- C. संस्कृत
- D. हिंदी
व्याख्या: प्रतिहार शासक कक्कुक से संबंधित घटियाला शिलालेख संस्कृत भाषा में लिखा गया है, जिससे उस समय की राजकीय भाषा का पता चलता है।
43. सुमेलित करो -1. बिजौलिया का शिलालेख अ. वि.स. 12262. चिरवे का शिलालेख ब. वि.स. 13303. भृंगी ऋषि का शिलालेख स. वि.स. 14854. रणकपुर प्रशस्ति 4. वि.स. 1496कूट - 1, 2, 3, 4
- A. ब, अ, स, द
- B. अ, ब, स, द
- C. स, अ, ब, द
- D. ब, स, अ, द
व्याख्या: यह सीधा मिलान है: बिजौलिया शिलालेख (वि.सं. 1226), चिरवे का शिलालेख (वि.सं. 1330), भृंगी ऋषि का शिलालेख (वि.सं. 1485), और रणकपुर प्रशस्ति (वि.सं. 1496)।
44. पृथ्वीराज राठौड़ री घणी चावी कृति है -
- A. रूकमणि हरण
- B. वेलि क्रिसन रूकमणि री
- C. सीता पुराण
- D. रूकमणि मंगल
व्याख्या: 'वेलि क्रिसन रूकमणि री' बीकानेर के राजकुमार पृथ्वीराज राठौड़ द्वारा रचित सबसे प्रसिद्ध कृति है। दुरसा आढ़ा ने इसे 'पांचवां वेद' और '19वां पुराण' कहा है।
45. मारवाड़ की ख्यातों के अनुसार किस शासक ने 52 युद्धों में सफलता प्राप्त की थी -
- A. राव मालदेव
- B. राव गंगा
- C. राव चूडा
- D. राव जोधा
व्याख्या: राव मालदेव को मारवाड़ का एक अत्यंत शक्तिशाली और विस्तारवादी शासक माना जाता है, और ख्यातों के अनुसार उन्होंने अपने जीवनकाल में 52 युद्ध लड़े और जीते।
46. बड़ली का शिलालेख, जो कि अशोक काल से पूर्व का माना जाता है, कहाँ स्थित है -
- A. टोंक
- B. सीकर
- C. भीलवाड़ा
- D. अजमेर
व्याख्या: राजस्थान का सबसे प्राचीन माना जाने वाला बड़ली का शिलालेख अजमेर जिले के भिलोत माता मंदिर से प्राप्त हुआ था।
47. सूर्यमल्ल मीसण द्वारा अपूर्ण छोड़ी कृति ‘वंश भास्कर’ को किसने पूर्ण किया -
- A. करणीदान
- B. मुरारीदान
- C. शिवदान
- D. वीरमान
व्याख्या: महाकवि सूर्यमल्ल मिश्रण के निधन के बाद उनके दत्तक पुत्र मुरारीदान ने उनकी प्रसिद्ध कृति 'वंश भास्कर' को पूरा किया था।
48. ‘द रिर्सचर’ का प्रकाशन किसके द्वारा किया जाता है -
- A. राजस्थान पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग जयपुर
- B. राजस्थान राज्य अभिलेखागार बीकानेर
- C. प्राच्य विद्या प्रतिष्ठान जोधपुर
- D. अरबी फारसी शोध संस्थान टोंक
व्याख्या: 'द रिसर्चर' राजस्थान के पुरातत्व और संग्रहालय विभाग, जयपुर द्वारा प्रकाशित एक शोध पत्रिका है।
49. वह कौनसा शिलालेख है जिससे ज्ञात होता है की विग्रहराज चतुर्थ ने दिल्ली को अपने अधीन किया था -
- A. बडली शिलालेख
- B. बिजौलिया शिलालेख
- C. नांद शिलालेख
- D. थानवला शिलालेख
व्याख्या: बिजौलिया शिलालेख में चौहानों की वंशावली और उनकी उपलब्धियों का वर्णन है, जिसमें यह उल्लेख भी मिलता है कि विग्रहराज चतुर्थ (बीसलदेव) ने दिल्ली पर अधिकार कर लिया था।
50. ‘घोसुण्डी शिलालेख’ निम्न में से किस लिपि में लिखा गया था -
- A. आर्मेनियन
- B. भाब्रू
- C. देवनागरी
- D. ब्राह्मी
व्याख्या: यह शिलालेख दूसरी शताब्दी ई.पू. का है और इसे ब्राह्मी लिपि तथा संस्कृत भाषा में लिखा गया है। यह वैष्णव (भागवत) धर्म का प्राचीनतम प्रमाण है।