adyayan

राजस्थान के इतिहास के प्रमुख स्रोत

राजस्थान इतिहास - राजस्थान के इतिहास के प्रमुख स्रोत
SORT BY ▾
101. निम्नलिखित में से कौनसा सोमेश्वर के इतिहास का स्त्रोत है -
  • A. नेणसी की ख्यात
  • B. गीत गोविन्द
  • C. पृथ्वी राज विजय
  • D. हम्मीर गाथा
Answer: जयानक द्वारा रचित 'पृथ्वीराज विजय' में पृथ्वीराज चौहान तृतीय के साथ-साथ उनके पिता सोमेश्वर के शासनकाल और इतिहास की भी जानकारी मिलती है।
102. ‘पृथ्वीराज विजय’ का लेखक कौन था -
  • A. चंदबरदाई
  • B. जयानक
  • C. नयनचन्द सूरी
  • D. मलिक मुहम्मद जायसी
Answer: जयानक भट्ट, पृथ्वीराज चौहान तृतीय के दरबारी कवि थे, जिन्होंने संस्कृत महाकाव्य 'पृथ्वीराज विजय' की रचना की थी।
103. बिजौलिया अभिलेख किस भाषा में है -
  • A. प्राकृत
  • B. संस्कृत
  • C. पाली
  • D. मारवाड़ी
Answer: 1170 ई. का बिजौलिया अभिलेख संस्कृत भाषा में लिखा गया है और यह चौहानों के इतिहास के अध्ययन के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण स्रोत है।
104. जिस ‘बही’ में राजा की दैनिक चर्या का उल्लेख होता है उसे क्या कहा जाता है -
  • A. खरीता बही
  • B. हकीकत बही
  • C. कमठाना बही
  • D. हुकुमत बही
Answer: रियासती रिकॉर्ड में, 'हकीकत बही' में राजा की दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों, यात्राओं और अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का लेखा-जोखा रखा जाता था।
105. मौखरी यूप अभिलेख (238 ई.) निम्न में से कहाँ से प्राप्त हुए हैं -
  • A. बरनाला
  • B. बैराठ
  • C. बड़वा
  • D. बहली
Answer: मौखरी वंश से संबंधित यूप (यज्ञ स्तंभ) अभिलेख कोटा के बड़वा नामक स्थान से प्राप्त हुए हैं, जो उनके द्वारा किए गए यज्ञों का प्रमाण हैं।
106. पृथ्वीराज विजय किसकी रचना है -
  • A. नयनचन्द्र सूरि
  • B. जयानक
  • C. चन्द्रशेखर
  • D. मेरूतुंग
Answer: 'पृथ्वीराज विजय' के लेखक जयानक थे, जो पृथ्वीराज चौहान तृतीय के राजकवि थे। यह ग्रंथ संस्कृत भाषा में है।
107. किस शिलालेख में चौहानों को वत्सगोत्र के ब्राह्मण कहा गया है -
  • A. बिजौलिया का शिलालेख
  • B. रणकपुर प्रशस्ति में
  • C. चीरवे का शिलालेख
  • D. भृंगी ऋषि का शिलालेख
Answer: बिजौलिया शिलालेख (1170 ई.) में चौहान वंश के शासकों को 'वत्सगोत्रीय ब्राह्मण' बताया गया है, जो उनकी उत्पत्ति का एक महत्वपूर्ण साक्ष्य माना जाता है।
108. निम्नलिखित को सुमेलित कीजिए -पुस्तक लेखकअ. हम्मीर हठ 1. चन्द्रशेखरब. हम्मीर महाकाव्य 2. नयन चन्द्र सूरीस. कान्हड़ दे-प्रबन्ध 3. जयानकद. पृथ्वीराज विजय 4. पद्मनाभअ, ब, स, द
  • A. 1, 2, 3, 4
  • B. 2, 1, 3, 4
  • C. 2, 1, 4, 3
  • D. 1, 2, 4, 3
Answer: सही सुमेलन इस प्रकार है: हम्मीर हठ - चन्द्रशेखर, हम्मीर महाकाव्य - नयन चन्द्र सूरी, कान्हड़ दे-प्रबन्ध - पद्मनाभ, पृथ्वीराज विजय - जयानक।
109. ‘बीकानेर के राठौड़ री ख्यात’ के लेखक कौन थे -
  • A. सूरजभान
  • B. नैणसी
  • C. कविमान
  • D. दयालदास
Answer: दयालदास सिढायच ने 'बीकानेर के राठौड़ री ख्यात' की रचना की थी, जो बीकानेर के राठौड़ वंश का एक विस्तृत ऐतिहासिक विवरण है।
110. चिरवा शिलालेख किस राजवंश के शासकों का उल्लेख करता है -
  • A. मारवाड़ के राठौड़ शासकों का
  • B. मेवाड़ के गुहिल शासकों का
  • C. आमेर के कछवाहा शासकों का
  • D. अजमेर के चौहान शासकों का
Answer: उदयपुर के पास स्थित चिरवा शिलालेख मेवाड़ के गुहिल वंश के शासकों की वंशावली और उनकी उपलब्धियों का वर्णन करता है।
111. किस फारसी साहित्य से रणथम्भोर पर मुस्लिम आक्रमण की जानकारी मिलती है -
  • A. बाबरनामा
  • B. अकबरनामा
  • C. तारीख-ए-फीरोजशाही
  • D. चचनामा
Answer: जियाउद्दीन बरनी द्वारा लिखित 'तारीख-ए-फीरोजशाही' और अमीर खुसरो की रचनाओं से रणथम्भौर पर अलाउद्दीन खिलजी के आक्रमण की विस्तृत जानकारी मिलती है।
112. ‘मारवाड़ रा परगना री विगत’ किसकी रचना है -
  • A. सूर्यमल्ल मिश्रण
  • B. वीरभाण रत्नू
  • C. दयाल दास
  • D. मुहणोत नैणसी
Answer: मुहणोत नैणसी ने 'मारवाड़ रा परगना री विगत' की रचना की, जिसमें मारवाड़ के विभिन्न परगनों की सामाजिक, आर्थिक और ऐतिहासिक जानकारी है। इसे 'मारवाड़ का गजेटियर' भी कहा जाता है।
113. मध्यकाल के दौरान किन बहियों में सरकारी भवनों के निर्माण सम्बन्धी जानकारी होती थी -
  • A. खरीता बही
  • B. कमठाना बही
  • C. हकीकत बही
  • D. हुकूमत बही
Answer: रियासती काल में 'कमठाना बही' में भवनों, किलों और अन्य निर्माण कार्यों से संबंधित खर्च और विवरण का लेखा-जोखा रखा जाता था।
114. बेड़वास गाँव की प्रशस्ति के समय मेवाड़ का शासक कौन था -
  • A. महाराणा राज सिंह -I
  • B. महाराणा राज सिंह-II
  • C. महाराणा अमर सिंह -I
  • D. महाराणा जैत्र सिंह
Answer: बेड़वास गाँव की प्रशस्ति मेवाड़ के महाराणा राज सिंह प्रथम के शासनकाल के दौरान लिखवाई गई थी।
115. निम्न लिखित युग्मों में से कौन सा युग्म सही नहीं है -अ. हिस्ट्री आॅफ फमीन्स इन राजस्थान: ओ. पी. कच्छवाहब. द लास्ट महाराणा ए बयोग्रफी आॅफ सवाई मानसिंह सेकण्ड आॅफ जयपुर: क्रिवी क्वेटीनस. आॅरिजन आॅफ राजपूत्स: जे. ए. असोपाद. हिस्ट्र आॅफ चाहमान्स: आर. बी. सिंह
  • A. अ
  • B. ब
  • C. उपरोक्त चारों सही नहीं है।
  • D. उपरोक्त चारों सही हैं।
Answer: दिए गए सभी विकल्प सही हैं। प्रत्येक पुस्तक और उसके लेखक का मिलान सही है, जो राजस्थान के इतिहास के विभिन्न पहलुओं से संबंधित हैं।
116. किस शिलालेख में चौहानों को ‘वत्सगोत्र’ ब्राह्मण कहा गया है -
  • A. चीरवा शिलालेख
  • B. बीजौलिया शिलालेख
  • C. कुंभलगढ़ शिलालेख
  • D. श्रृंग ऋषि का शिलालेख
Answer: 1170 ई. के बिजौलिया शिलालेख में चौहानों को वत्सगोत्र का ब्राह्मण बताया गया है, जो उनकी उत्पत्ति के ब्राह्मण वंशीय मत का प्रमुख आधार है।
117. घोसुण्डी अभिलेख .......... भाषा में लिखे गये थे -
  • A. राजस्थानी
  • B. संस्कृत
  • C. पाली
  • D. प्राकृत
Answer: घोसुण्डी अभिलेख की लिपि ब्राह्मी और भाषा संस्कृत है। यह राजस्थान में भागवत या वैष्णव धर्म का सबसे प्राचीन पुरालेखीय साक्ष्य है।
118. कुम्भलगढ़ शिलालेख को कितनी शिलाओं पर खुदवाया गया -
  • A. 3
  • B. 5
  • C. 7
  • D. 9
Answer: कुम्भलगढ़ शिलालेख, जो महाराणा कुम्भा के समय का है, मूल रूप से पांच काली शिलाओं पर उत्कीर्ण किया गया था।
119. निम्नलिखित में से कौन सा जोड़ा (सिक्के - प्रचलन का क्षेत्र) सुमेलित नहीं है -
  • A. स्वरूपशाही - मेवाड़
  • B. मदनशाही - बीकानेर
  • C. विजयशाही - जोधपुर
  • D. झाड़शाही - जयपुर
Answer: मदनशाही सिक्के झालावाड़ रियासत में प्रचलित थे, बीकानेर में नहीं। अन्य सभी जोड़े सही हैं।
120. निम्नलिखित में से कौन सा ग्रंथ जयपुर की स्थापना एवं शहर की नगर निर्माण योजना की जानकारी देता है -
  • A. हम्मीर रासो
  • B. राजविनोद
  • C. वंश भास्कर
  • D. बुद्धिविलास
Answer: बखतराम शाह द्वारा रचित ग्रंथ 'बुद्धिविलास' में जयपुर की स्थापना और उसकी वास्तुकला तथा नगर नियोजन योजना का विस्तृत वर्णन मिलता है।
121. बाबर के पुत्र कामरान और बीकानेर नरेश के मध्य युद्ध का वर्णन किस ग्रंथ में मिलता है -
  • A. राव जैतसी रो छन्द
  • B. हाला - झाला
  • C. हरि रस
  • D. भक्तमाल
Answer: बीठू सूजा द्वारा रचित 'राव जैतसी रो छन्द' में बीकानेर के शासक राव जैतसी और बाबर के पुत्र कामरान के बीच हुए युद्ध का सजीव वर्णन किया गया है।
122. राजस्थान के प्रसिद्ध लेखक दयालदास को संरक्षण देने वाले शासक थे -
  • A. महाराजा जसवंतसिंह
  • B. महाराजा रतनसिंह
  • C. राव अनुपसिंह
  • D. राव करणसिंह
Answer: दयालदास सिढायच, जिन्होंने 'बीकानेर रा राठौड़ां री ख्यात' लिखी, बीकानेर के महाराजा रतनसिंह के दरबारी थे और उन्हें उनका संरक्षण प्राप्त था।
123. सूर्यमल्ल मिश्रण (मीसण), जो राजस्थान की एक रियासत के 19वीं सदी के दरबारी कवि थे, उन्होंने एक उत्कृष्ट कृति ‘वंश भास्कर’ लिखी, जिसका मुख्य विषय ______ वंश का इतिहास है।
  • A. परमार
  • B. हाड़ा चौहान
  • C. सोलंकी
  • D. प्रतिहार
Answer: सूर्यमल्ल मिश्रण बूंदी के हाड़ा चौहान शासकों के दरबारी कवि थे और उनके महाकाव्य 'वंश भास्कर' में मुख्य रूप से बूंदी के हाड़ा राजवंश का विस्तृत इतिहास है।
124. जालौर के शासक और अलाउद्दीन खिलजी के मध्य संघर्ष की जानकारी निम्न में से किस ग्रंथ से मिलती है -
  • A. दलपत विलास
  • B. कान्हडदे प्रबन्ध
  • C. हमीर हठ
  • D. पद्मावत
Answer: पद्मनाभ द्वारा रचित 'कान्हड़दे प्रबन्ध' में जालौर के चौहान शासक कान्हड़देव और अलाउद्दीन खिलजी के बीच हुए ऐतिहासिक संघर्ष का विस्तृत वर्णन है।
125. निम्न में से कविराज श्यामलदास द्वारा रचित महत्वपूर्ण कृति कौनसी है -
  • A. वीर विनोद
  • B. वंश-भास्कर
  • C. पृथ्वीराज रासो
  • D. अल्हाखंड
Answer: कविराज श्यामलदास ने मेवाड़ के महाराणा सज्जन सिंह के आदेश पर 'वीर विनोद' नामक विशाल ऐतिहासिक ग्रंथ की रचना की, जिसमें मेवाड़ का विस्तृत इतिहास है।