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राजस्थान के इतिहास के प्रमुख स्रोत

राजस्थान इतिहास - राजस्थान के इतिहास के प्रमुख स्रोत
51. वंश भास्कर के लेखक है -
  • A. पद्मनाभ
  • B. सूर्यमल्ल मिश्रण
  • C. करणीदान
  • D. शिवदास गौतम
52. राजस्थान के पूर्व मध्यकालीन राज्यों में ‘नैमित्तिक’ पदनाम का प्रयोग किया जाता था -
  • A. राजकीय कवि के लिए।
  • B. लोक स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख के लिए।
  • C. राजकीय ज्योतिष के लिए।
  • D. मुख्य न्यायिक अधिकारी के लिए।
53. नाथ प्रशस्ति राजस्थान की किस रियासत से सम्बन्धित है -
  • A. जयपुर
  • B. मेवाड़
  • C. जैसलमेर
  • D. मारवाड़
54. “पश्चिमी भारत की यात्रा” नामक ग्रंथ के लेखक कौन थे -
  • A. सूर्यमल्ल मिश्रण (मिसण)
  • B. गौरीशंकर हीराचन्द ओझा
  • C. कर्नल जेम्स टॉड
  • D. मुहणोत नैणसी
55. वह साहित्य जो अभिलेखों, सिक्कों तथा मुहरों पर उत्कीर्ण होता है, _____ साहित्य कहलाता है।निम्न में से सबसे उपयुक्त विकल्प चुनें
  • A. लोक
  • B. पुरालेखीय
  • C. क्षेत्रीय
  • D. परंपरागत
56. वीर भान द्वारा रचित किस ग्रंथ में मुगल सेना के विरुद्ध राठौड़ों द्वारा लड़े गए युद्ध का वर्णन है -
  • A. राजरूपक में
  • B. भारतेश्वर बाहुबली घोर
  • C. मारवाड रा परगना री विगत
  • D. चेतावनी री चुंगटिया
57. सूर्यमल मीसण द्वारा लिखित वंश भास्कर को किसने पूर्ण किया -
  • A. करणीदान
  • B. मुरारीदान
  • C. वीरभान
  • D. शिवदान
58. “मुण्डीयार री ख्यात” का विषय है-
  • A. सिरोही के चौहान
  • B. बूंदी के हाडा
  • C. मेवाड़ के सिसोदिया
  • D. मारवाड़ के राठौड़
59. राजस्थान में अशोक का अभिलेख कहां प्राप्त हुआ था -
  • A. बड़ली
  • B. बरनाला
  • C. बैराठ
  • D. बुचकला
60. सोमदेव किसके दरबार में थे, जिन्होंने ललित विग्रहराज नामक ग्रन्थ की रचना की -
  • A. अजयराज
  • B. अर्णोराज
  • C. विग्रहराज
  • D. पृथ्वीराज चौहान