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राजस्थान के इतिहास के प्रमुख स्रोत

राजस्थान इतिहास - राजस्थान के इतिहास के प्रमुख स्रोत
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176. मध्यकालीन राजस्थान में जब्ती एक प्रणाली थी -
  • A. भू-लगान निर्धारण की एक विधि
  • B. भूमि नाप की एक इकाई
  • C. एक प्रकार की बंधुआ मजदूरी
  • D. एक विवाह कर
Answer: जब्ती प्रणाली भूमि की पैमाइश और फसल की पैदावार के आधार पर भू-राजस्व (लगान) निर्धारित करने की एक विधि थी, जिसे अकबर के काल में विकसित किया गया।
177. ‘रायसिंह की प्रशस्ति‘ का संबंध निम्नलिखित में से किससे है -
  • A. जयपुर के शासकों से
  • B. बीकानेर के शासकों से
  • C. उदयपुर के शासकों से
  • D. कोटा के शासकों से
Answer: यह प्रशस्ति बीकानेर के जूनागढ़ किले में लगी हुई है और इसका संबंध बीकानेर के शासक महाराजा रायसिंह से है। इसे 'बीकानेर प्रशस्ति' भी कहते हैं।
178. महाराणा कुम्भा के समय का प्राचीनतम ज्ञात अभिलेख(विक्रमी संवत् 1490) प्राप्त होता है, ग्राम -
  • A. माछा से
  • B. धुलेव से
  • C. सिंघोली से
  • D. पदराड़ा से
Answer: महाराणा कुम्भा के शासनकाल का सबसे प्राचीन ज्ञात अभिलेख वि.सं. 1490 (1433 ई.) का है, जो पदराड़ा (भीलवाड़ा) गाँव से प्राप्त हुआ है।
179. पद्मावत नामक महाकाव्य की रचना किसके द्वारा एवं कब की गई -
  • A. मलिक मुहम्मद जायसी, 1540
  • B. जयानक, 1545
  • C. पृथ्वीराज, 1540
  • D. हम्मीर देव, 1542
Answer: महाकाव्य 'पद्मावत' की रचना अवधी भाषा में मलिक मुहम्मद जायसी द्वारा शेरशाह सूरी के शासनकाल में 1540 ई. में की गई थी।
180. श्यामलदास को ‘केसर-ए-हिन्द’ की उपाधि किसने प्रदान की थी -
  • A. कर्नल इम्पी
  • B. मेजर मैकेंजी
  • C. जेम्स टाॅड
  • D. एडवर्ड पंचम
Answer: ब्रिटिश सरकार ने कविराज श्यामलदास को उनकी साहित्यिक और ऐतिहासिक सेवाओं के लिए 'केसर-ए-हिन्द' की उपाधि प्रदान की थी। यह उपाधि उन्हें कर्नल इम्पी द्वारा दी गई थी।
181. रणकपुर का अभिलेख किस मन्दिर के स्तम्भ पर खुदवाया गया -
  • A. चौमुखा मंदिर
  • B. शिव मंदिर
  • C. लक्ष्मीनागरायण मंदिर
  • D. गणेश मंदिर
Answer: रणकपुर प्रशस्ति (1439 ई.) पाली जिले में स्थित रणकपुर के जैन मंदिर, जिसे चौमुखा मंदिर भी कहा जाता है, के एक स्तंभ पर उत्कीर्ण है।
182. रावशाही सिक्कों का संबंध किस राज्य से है -
  • A. करौली
  • B. भरतपुर
  • C. अलवर
  • D. धौलपुर
Answer: रावशाही सिक्के अलवर रियासत में प्रचलित थे, जिन्हें वहां के शासकों द्वारा जारी किया गया था।
183. राजस्थान के इतिहास में ‘पट्टा रेख’ से क्या अभिप्राय है -
  • A. बेगार प्रथा
  • B. विवाह कर
  • C. आकलित राजस्व
  • D. सैन्य कर
Answer: 'पट्टा रेख' से तात्पर्य उस अनुमानित या आकलित राजस्व से है जो किसी जागीरदार को अपने पट्टे (भूमि) से प्राप्त होता था और जिसके आधार पर वह राज्य को कर चुकाता था।
184. “एनल्स एंड एंटीक्विटीज़ ऑफ राजस्थान” के लेखक का नाम बताइए।
  • A. डॉ. गौरीशंकर ओझा
  • B. बाबू रामप्रसाद
  • C. कर्नल जेम्स टॉड
  • D. ज्वाला सहाय
Answer: यह राजस्थान के इतिहास पर सबसे प्रसिद्ध और मौलिक ग्रंथों में से एक है, जिसकी रचना कर्नल जेम्स टॉड ने की थी।
185. निम्नलिखित में से कौन सी पुस्तक गुर्जर प्रतिहार वंश के मिहिर भोज द्वारा रचित नहीं है -
  • A. सर्वस्व श्रृंगार प्रकाश
  • B. कृत्यकल्पतरू
  • C. राजमृडाड
  • D. धर्म संग्रह
Answer: मिहिर भोज एक महान विद्वान भी थे, और उन्होंने 'सर्वस्व श्रृंगार प्रकाश', 'कृत्यकल्पतरु' और 'राजमृडाड' जैसी रचनाएँ कीं। 'धर्म संग्रह' उनकी रचना नहीं है।
186. राजस्थान के किस चौहान शासक को जयानक द्वारा अपने ‘पृथ्वीराज विजय’ ग्रन्थ में पृथ्वी को चाँदी की मुद्राओं से भर देने का श्रेय दिया गया है -
  • A. पृथ्वीराज प्रथम
  • B. अजयराज
  • C. अर्णोराज
  • D. पृथ्वीराज तृतीय
Answer: जयानक ने अपने ग्रंथ 'पृथ्वीराज विजय' में अजयराज की प्रशंसा करते हुए लिखा है कि उन्होंने इतने सिक्के चलाए कि मानो पृथ्वी को चाँदी से भर दिया हो।
187. 'राजस्थान का गजेटियर' कहा किसे कहा जाता है -
  • A. चेतावनी री चुंगटिया
  • B. वेलिक्रसन रूक्मणी री
  • C. मारवाड रा परगना री विगत
  • D. राजरूपक
Answer: मुहणोत नैणसी द्वारा लिखित 'मारवाड़ रा परगना री विगत' में मारवाड़ के परगनों की विस्तृत जानकारी (राजस्व, भूगोल, आबादी आदि) होने के कारण इसे 'राजस्थान का गजेटियर' कहा जाता है।
188. “मारवाड़ रा परगना री विगत” ग्रंथ लिखा है-
  • A. मुंशी देवी प्रसाद
  • B. मुहणोत नैणसी
  • C. दयालदास
  • D. नरहरि दास
Answer: यह महत्वपूर्ण ऐतिहासिक ग्रंथ मुहणोत नैणसी द्वारा लिखा गया था, जो महाराजा जसवंत सिंह प्रथम के दीवान थे।
189. बिजौलिया शिलालेख में किस वंश के शासकों की उपलब्धियों का उल्लेख है -
  • A. सिसोदिया
  • B. चौहान
  • C. राठौड
  • D. परमार
Answer: बिजौलिया शिलालेख मुख्य रूप से शाकम्भरी (सांभर) के चौहान वंश के शासकों की वंशावली और उनकी उपलब्धियों की जानकारी का एक प्रमुख स्रोत है।
190. किस अभिलेख में उज्जैन के प्रतिहारों को क्षत्रिय कहा गया है -
  • A. ओसियां अभिलेख
  • B. घटियाला अभिलेख
  • C. राष्ट्रकूट अभिलेख
  • D. ग्वालियर अभिलेख
Answer: मिहिरभोज के ग्वालियर अभिलेख में प्रतिहारों को क्षत्रिय बताया गया है और उनकी उत्पत्ति लक्ष्मण से मानी गई है।
191. घटियाला प्राकृत अभिलेख किस शासक से सम्बन्धित है -
  • A. प्रतिहार कक्कुका
  • B. प्रतिहार दद्द
  • C. प्रतिहार वत्सराज
  • D. प्रतिहार नागभट्ट
Answer: घटियाला (जोधपुर) से प्राप्त प्राकृत भाषा का यह अभिलेख मंडोर के प्रतिहार शासक कक्कुक से संबंधित है।
192. किस अभिलेख में चौहानों को ‘वत्सगौत्र ब्राह्मण’ कहा गया है -
  • A. बिजोलिया अभिलेख
  • B. प्रतापगढ़ अभिलेख
  • C. मंडोर अभिलेख
  • D. घोसुन्डी अभिलेख
Answer: 1170 ई. के बिजोलिया अभिलेख में सांभर और अजमेर के चौहान शासकों को वत्सगोत्रीय ब्राह्मण बताया गया है।
193. निम्नलिखित में से कौन सा अभिलेख चित्तौड़ के प्रारम्भिक इतिहास पर प्रकाश डालता है -
  • A. अचलेश्वर का अभिलेख
  • B. मानमोरी का अभिलेख
  • C. मासोली का अभिलेख
  • D. बिजोलिया का अभिलेख
Answer: मानमोरी का अभिलेख (713 ई.) चित्तौड़ के प्रारंभिक इतिहास पर प्रकाश डालता है, जिसमें मौर्य वंश के शासकों का उल्लेख मिलता है।
194. अभिलेख, जो प्राचीन राजस्थान में भागवत सम्प्रदाय के प्रभाव की पुष्टि करता है -
  • A. घटियाला अभिलेख
  • B. हेलियोदोरस का बेसनगर अभिलेख
  • C. बुचकला अभिलेख
  • D. घोसुण्डी अभिलेख
Answer: चित्तौड़ के पास स्थित घोसुण्डी अभिलेख (दूसरी शताब्दी ई.पू.) राजस्थान में भागवत या वैष्णव धर्म के प्रचलन का सबसे प्राचीन पुरातात्विक प्रमाण है।
195. निम्न में से वह शिलालेख जिसमें बप्पा रावल को विप्र वंशीय बताया गया है -
  • A. कुम्भलगढ़
  • B. कीर्तिस्तम्भ
  • C. घोसुण्डी
  • D. रणकपुर
Answer: कुम्भलगढ़ शिलालेख में बप्पा रावल को 'विप्र' अर्थात् ब्राह्मण वंश का बताया गया है, जो उनकी वंशावली के बारे में एक महत्वपूर्ण जानकारी है।
196. ‘शेखावाटी’ शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग 1803 ई. में किसने किया -
  • A. कर्नल गार्डन
  • B. कर्नल टाॅड
  • C. स्टेनले रीड
  • D. जाॅर्ज थाॅमस
Answer: कर्नल गार्डन (W. N. Gardon) ने अपनी एक रिपोर्ट में इस क्षेत्र के लिए सबसे पहले 'शेखावाटी' शब्द का इस्तेमाल किया था।
197. भारत का प्रथम ‘डिजिटल आर्काइव’ राजस्थान के किस शहर में स्थित है -
  • A. बीकानेर
  • B. जयपुर
  • C. जोधपुर
  • D. उदयपुर
Answer: राजस्थान राज्य अभिलेखागार, जो बीकानेर में स्थित है, को भारत का पहला डिजिटल आर्काइव (पुरालेख) होने का गौरव प्राप्त है।
198. ‘अर्ली चौहान डायनेस्टी’ के लेखक हैं -
  • A. कायम खां रासो
  • B. डा. गोपी नाथ शर्मा
  • C. डा. दशरथ शर्मा
  • D. विलियम क्रुक
Answer: यह प्रसिद्ध ऐतिहासिक पुस्तक डॉ. दशरथ शर्मा द्वारा लिखी गई है, जिसमें चौहान वंश के प्रारंभिक इतिहास का विस्तृत वर्णन है।
199. राजस्थान के किस इतिहासकार एवं पुरातत्ववेत्ता ने प्रसिद्ध ग्रन्थ ‘लिपिमाला’ लिखा है -
  • A. दयालदास
  • B. कविराज श्यामल दास
  • C. गौरीशंकर हीराचंद ओझा
  • D. बावजी चतुर सिंह
Answer: ‘भारतीय प्राचीन लिपिमाला’ नामक यह महत्वपूर्ण ग्रन्थ गौरीशंकर हीराचंद ओझा ने लिखा था, जो प्राचीन भारतीय लिपियों पर एक प्रमाणिक कार्य है।
200. आलमशाही मुगलिया सिक्का राजस्थान में कहाँ प्रचलित था -
  • A. जयपुर
  • B. बीकानेर
  • C. अलवर
  • D. भरतपुर
Answer: आलमशाही सिक्का बीकानेर रियासत में प्रचलित था, जिसे मुगल शासक शाह आलम द्वितीय के नाम पर चलाया गया था।