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राजस्थान के इतिहास के प्रमुख स्रोत

राजस्थान इतिहास - राजस्थान के इतिहास के प्रमुख स्रोत
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201. निम्न में से किस रियासत से ‘सनद परवाना बहियाँ’ संबंधित थी -
  • A. बीकानेर
  • B. कोटा
  • C. जयपुर
  • D. जोधपुर
Answer: ‘सनद परवाना बहियाँ’ ऐतिहासिक रिकॉर्ड हैं जिनमें राजा के आदेश और अनुदान दर्ज होते थे, और यह जोधपुर (मारवाड़) रियासत से संबंधित हैं।
202. रणछोड़ भट्ट ने संस्कृत में किस महाकाव्य की रचना की -
  • A. रघुवंश तिलक
  • B. राज प्रशस्ति
  • C. कीर्ति स्तम्भ प्रशस्ति
  • D. बीकानेर प्रशस्ति
Answer: रणछोड़ भट्ट ने राजसमंद झील की पाल पर 25 शिलाओं पर उत्कीर्ण ‘राज प्रशस्ति’ महाकाव्य की रचना संस्कृत भाषा में की थी।
203. अमीर खुसरो की किस कृति से जलालुद्दीन खिलजी के रणथम्भौर अभियान का उल्लेख प्राप्त होता है -
  • A. किरान-उस-सदायन
  • B. मिफ्ता-उल-फुतूह
  • C. खजाइन-उल-फुतूह
  • D. आशिका
Answer: अमीर खुसरो की कृति 'मिफ्ता-उल-फुतूह' में जलालुद्दीन खिलजी के सैन्य अभियानों का वर्णन है, जिसमें उसका रणथम्भौर अभियान भी शामिल है।
204. अपराजित के शिलालेख के रचयिता निम्नलिखित में से कौन हैं-
  • A. सोमदेव
  • B. नारायण
  • C. दामोदर
  • D. गजोधर
Answer: गुहिल शासक अपराजित के 661 ई. के शिलालेख की रचना दामोदर ने की थी, जिससे मेवाड़ के इतिहास की जानकारी मिलती है।
205. बिजौलिया अभिलेख किस वंश के इतिहास की जानकारी का महत्वपूर्ण है -
  • A. राठौड़
  • B. सिसोदिया
  • C. चौहान
  • D. प्रतिहार
Answer: बिजौलिया का शिलालेख चौहान वंश के इतिहास को जानने का एक बहुत महत्वपूर्ण स्रोत है, इसमें चौहानों को वत्स गौत्रीय ब्राह्मण बताया गया है।
206. ‘वंश भास्कर’ को किस प्रसिद्ध लेखक द्वारा लिखा गया-
  • A. कृष्ण रूकमणी
  • B. मानसिंह
  • C. रायसिंह
  • D. सुरजमल मिश्रा
Answer: ‘वंश भास्कर’ राजस्थान के प्रसिद्ध इतिहासकार और कवि सूर्यमल्ल मिश्रण (सूरजमल मिश्रा) द्वारा लिखा गया एक महाकाव्य है।
207. वह कौनसा प्रथम अंग्रजी इतिहासकार था जिसने राजस्थान की जागीरदारी(फ्यूडलिज्म) व्यवस्था पर लिखा -
  • A. सी. के. एफ. वाल्टेयर
  • B. मैक्स वेवर
  • C. जाॅन मैल्कम
  • D. कर्नल जेम्स टाॅड
Answer: कर्नल जेम्स टॉड ने अपनी प्रसिद्ध पुस्तक 'एनल्स एंड एंटीक्विटीज ऑफ राजस्थान' में पहली बार राजस्थान की सामंती या जागीरदारी व्यवस्था का विस्तृत वर्णन किया।
208. ‘भारतीय प्राचीन लिपिमाला’ के प्रसिद्ध लेखक हैं –
  • A. गौरीशंकर हीराचन्द ओझा
  • B. रामकर्ण आसोपा
  • C. मुनि जिन विजय
  • D. विश्वेश्वरनाथ रेऊ
Answer: यह ग्रन्थ प्रसिद्ध इतिहासकार और पुरालिपिशास्त्री गौरीशंकर हीराचंद ओझा द्वारा लिखा गया है, जो प्राचीन भारतीय लिपियों पर एक आधिकारिक ग्रंथ माना जाता है।
209. अभिलेखों के अध्ययन को कहा जाता है -
  • A. एपिलोजी
  • B. एपिग्राफी
  • C. एनालोजी
  • D. एपिकाॅपी
Answer: शिलालेखों और अन्य पुरानी लिखावटों का अध्ययन करने वाले विज्ञान को एपिग्राफी (पुरालेखशास्त्र) कहा जाता है।
210. अकबर की चित्तौड़ विजय के उपरांत मेवाड़ में मुगल शासकों के द्वारा चलाए गए सिक्के कौन से थे -
  • A. रूपक
  • B. दीनार
  • C. सिक्का एलची
  • D. द्रम्म
Answer: 1568 में चित्तौड़ पर विजय प्राप्त करने के बाद, अकबर ने मेवाड़ में 'सिक्का एलची' नामक मुद्रा जारी की थी।
211. वीर विनोद मुख्यतः किस राज्य का इतिहास है -
  • A. उदयपुर
  • B. जयपुर
  • C. कोटा
  • D. जोधपुर
Answer: कविराज श्यामलदास द्वारा रचित 'वीर विनोद' मुख्य रूप से उदयपुर (मेवाड़) राज्य का एक विस्तृत और प्रमाणिक इतिहास ग्रंथ है।
212. बिजौलिया अभिलेख का काल है -
  • A. 1676 ई.
  • B. 1170 ई.
  • C. 953 ई.
  • D. 1273 ई.
Answer: बिजौलिया का शिलालेख विक्रम संवत् 1226 का है, जो ईसवी सन् के अनुसार 1170 ई. होता है।
213. निम्नलिखित में से कौन सी कृति की रचना सूर्यमल मिश्रण द्वारा की गयी थी -
  • A. वीर विनोद
  • B. वीर सतसई
  • C. चेतावनी रा चूंगट्या
  • D. राजविलास
Answer: 'वीर सतसई' की रचना बूंदी के महाकवि सूर्यमल्ल मिश्रण ने 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के समय वीरों को प्रेरित करने के लिए की थी।
214. ‘राजप्रशस्ति’ का रचनाकार कौन था -
  • A. सदाशिव भट्ट
  • B. बाण भट्ट
  • C. गदाधर भट्ट
  • D. रणछोड़ भट्ट
Answer: विश्व की सबसे बड़ी प्रशस्ति मानी जाने वाली 'राजप्रशस्ति' की रचना रणछोड़ भट्ट तैलंग ने महाराणा राज सिंह के आदेश पर की थी।
215. निम्नलिखित में से एकलिंग शिलालेख(1460 ई.) का लेखक है-
  • A. महेश्वर
  • B. जगन्नाथ राय
  • C. राणा कुंभा
  • D. जगत सिंह
Answer: एकलिंगजी मंदिर के दक्षिणी द्वार की इस प्रशस्ति को अत्रि ने शुरू किया था और उनकी मृत्यु के बाद उनके पुत्र महेश्वर ने इसे पूरा किया।
216. शिबि जनपद का उल्लेख का सर्वप्रथम स्त्रोत है -
  • A. सिक्के
  • B. शिलालेख
  • C. संस्कृति साहित्य
  • D. यूनानी साहित्य
Answer: राजस्थान में नगरी (चित्तौड़गढ़) से प्राप्त सिक्के शिबि जनपद की उपस्थिति का सबसे पहला और पुख्ता पुरातात्विक प्रमाण हैं।
217. बिजौलिया के शिलालेख से प्राप्त होता है -
  • A. कच्छवाहों का इतिहास
  • B. चौहानों का इतिहास
  • C. राठौड़ों का इतिहास
  • D. गुर्जर-प्रतिहार का इतिहास
Answer: यह शिलालेख सांभर और अजमेर के चौहान शासकों की वंशावली और उनकी उपलब्धियों के बारे में जानकारी का एक प्रमुख स्रोत है।
218. किस शिलालेख को कर्नल जेम्स टाॅड ने इंग्लैण्ड ले जाते समय समुद्र में फेंक दिया था -
  • A. चित्तौड़
  • B. रणकपुर
  • C. बिजौलिया
  • D. मानगोरी
Answer: मानमोरी शिलालेख बहुत भारी था, इसलिए इंग्लैंड वापस जाते समय कर्नल जेम्स टॉड ने जहाज का वजन हल्का करने के लिए इसे समुद्र में फेंक दिया था।
219. झाड़शाही सिक्के राजस्थान की कौनसी रियासत में प्रचलित थे -
  • A. जयपुर
  • B. कोटा
  • C. अजमेर
  • D. जोधपुर
Answer: झाड़शाही सिक्के जयपुर रियासत की मुद्रा थे, जिन पर एक छः-शाखाओं वाले झाड़ का चिन्ह अंकित होता था।
220. महाराणा कुम्भा की ‘कीर्ति स्तम्भ प्रशस्ति’ में किस बोली का प्रयोग किया गया है -
  • A. मेवाड़ी
  • B. रांगड़ी
  • C. बागड़ी
  • D. ढूंढाड़ी
Answer: कीर्ति स्तम्भ प्रशस्ति की रचना उस क्षेत्र की स्थानीय बोली, यानी मेवाड़ी में की गई है, जिससे यह आम लोगों के लिए भी सुलभ हो सके।
221. ‘भारतीय प्राचीन लिपिमाला’ के प्रसिद्ध लेखक हैं -
  • A. गौरीशंकर हीराचन्द ओझा
  • B. रामकरण आसोपा
  • C. मुनि जिन विजय
  • D. विश्वेश्वरनाथ रेऊ
Answer: यह ग्रन्थ प्रसिद्ध इतिहासकार और पुरालिपिशास्त्री गौरीशंकर हीराचंद ओझा द्वारा लिखा गया है, जो प्राचीन भारतीय लिपियों पर एक आधिकारिक ग्रंथ माना जाता है।
222. प्राचीनतम ‘पंचमार्क’ सिक्को का समय क्या है -
  • A. 800 ई. पू. से 500 ई. पू.
  • B. 200 ई. पू. से 50 ई. पू.
  • C. 400 ई. पू. से 100 ई. पू.
  • D. 600 ई. पू. से 200 ई. पू.
Answer: भारत के सबसे पुराने सिक्के, जिन्हें पंचमार्क या आहत सिक्के कहा जाता है, का प्रचलन सामान्यतः महाजनपद काल में 800 ईसा पूर्व से 500 ईसा पूर्व के बीच माना जाता है।
223. ‘मारवाड़ रा परगना री विगत’ का लेखक ________ है -
  • A. दयाल दास
  • B. चारण शिवदास
  • C. मुहणोत नैणसी
  • D. पद्मनाथ
Answer: मुहणोत नैणसी ने 'मारवाड़ रा परगना री विगत' की रचना की, जिसे 'मारवाड़ का गजेटियर' भी कहा जाता है क्योंकि इसमें विस्तृत आँकड़े दिए गए हैं।
224. मुहणोत नैणसी का प्रसिद्ध ग्रन्थ है -
  • A. मुहणोत नैणसी री ख्यात
  • B. चेतावनी री चुंगटिया
  • C. राजरूपक
  • D. हम्मीर रासो
Answer: 'मुहणोत नैणसी री ख्यात' मुहणोत नैणसी द्वारा लिखा गया सबसे प्रसिद्ध ऐतिहासिक ग्रन्थ है, जो राजस्थान के इतिहास का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
225. महाराणा कुम्भा द्वारा रचित ‘संगीत राज’ कितने भागों में विभक्त है -
  • A. पांच
  • B. तीन
  • C. सात
  • D. नौ
Answer: महाराणा कुम्भा का संगीत पर लिखा गया महान ग्रंथ 'संगीत राज' पांच कोषों (भागों) में विभाजित है, जो संगीत के विभिन्न पहलुओं की व्याख्या करते हैं।